सीकर न्यूज़
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➡️ Hum_Rahi ✌︎
2K views 1 months ago
जब जब ऐसी घटनायें मेरे सामने आती है तब तब मेरे मन में पहला सवाल ये आता है इतनी-इतनी बड़ी स्कूल व कोलेजें किस लिये है? इस घटना के बारे में आप पढ़ोगे तो देखोगे कि किस तरह सामाजिक देखा-देखी में उसने अपना व अपनों का जीवन बर्बाद कर दिया! मुझे नहीं लगता उसनें कुछ पलों के अलावा थोड़ा बहुत भी जीवन जिया होगा वो कुछ पल भी महज़ चकाचौंध से भरे रहे होंगे! किरण की उम्र 40 साल हो गई थी मतलब उसके दिल-दिमाग़ पर आज से 15-20 साल पहले की रीतियाँ रही होगी! सोचिए आज जो बच्चियाँ 15-18 साल की है और वो जिन रीतियों में जीवन जी रही है उनका भविष्य कैसा होगा? में बार बार कहता आया हूँ आज भी कह रहा हूँ आप अपने बच्चों को बड़े शहरों में पढ़ा नहीं रहे हो उनका भविष्य ख़राब कर रहे हो! मेरा यक़ीन नहीं है तो जिस शहर में आपकी बेटी पढ़ रही है उस शहर में आप महज 10 दिन रहकर आ जाइए आप समझ जायेंगे कैसे वातावरण में आपने अपने बच्चों को झोंक दिया है! में मानता हूँ सभी बच्चे ख़राब नहीं होते लेकिन आप इसे नहीं नकार सकते कि महोल को देखकर वो ख़राब नहीं होंगे! राजनीतिक लोगों का भी ये मुद्दा होना चाहिए कि उनके क्षेत्र में सामाजिक वातावरण कैसा है व उसके लिए उनका वीज़न क्या है? सभी स्कूल-कॉलेजों में इस ख़बर की कॉपी बंटनी चाहिए व स्टूडेंट्स को बताना चाहिए कि ऐसे गलती भरे उठाये गये कदम आपको घुट-घुट कर जीने के अलावा कुछ नहीं दे सकते! लिखने को बहुत कुछ है लेकिन बस इतना कहूँगा इस बात पर अवश्य ध्यान दीजिये आपके बच्चों की संगत कैसी है? माफ़ की जा सकने वाली ग़लतियों के अलावा उन्हें ज़्यादा मोके न दे! वर्षों का अलग-अलग शहरों का अनुभव होने के नाते ये दावे के साथ कह सकता हूँ कि अगर बड़े लेवल पर इस पर काम नहीं किया गया तो विकट समस्या आने वाली है गाँव-देहात के लोगों पर! 🙏🏻दिवंगत आत्माओं को अश्रुपूर्ण श्रद्धॉंजलि🙏🏻 ॐ शान्ति 🙏🏻नमन🙏🏻 #सीकर न्यूज़ #rajsthan #sharechat
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