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#💞Heart touching शायरी✍️ "​राहें थीं गुमनाम सफ़र था बेनाम सा, मंज़िल का रंग भी था कुछ हरा और जाम सा। ​हर ठोकर ने दी एक नई पहचान, सपनों को मिला जब खुशियों का आयाम सा। ​संघर्ष की स्याही से लिखा है ये फ़साना, अब हर सवेरा लगता है नूर के पैगाम सा। ​रंग जितने बिखरे उतना निखरा है वजूद, हर रंग में समाया है जश्न-ए-जीत अंजाम सा।।" #AnjaliSinghal #shayari #poetry #explore #explorepage

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2 दिन पहले