ॐ•'ब्रह्य वेद ब्रह्यौव भवति !'
ज़ो कि उस 'परम् ब्रह्य' को ज़ानता है वह स्वयं 'ब्रह्य' बन
ज़ाता है !
🦚🦚मुण्डकोपनिषद्🦚🦚
व्यक्ति जैसा चिंतन करता है वैसे ही उसके विचार बनते हैं
और तद्नुसार उसकी क्रिया होती है !
Our thoughts shape our personalities.
🦚🦚श्रीराधावल्लभ हरिशरणम्🦚🦚
🦚🦚श्रीहरिवंश🦚🦚
🦚🦚हरिॐ🦚🦚
#गुरुःसाक्षात् परब्रह्म तस्मै श्रीगुरवे नमः🕉️🙏🙏🙏🙏🙏🦚🦚 #🕉️📿श्री हरिहर स्वरुप।📿🚩🕉️🙏🙏🦚🦚 #श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी हे नाथ नारायण वासुदेव। 🙏🙏🙏🙏🙏 ॐ श्रीं कृष्णाय: नमः 🙏🙏🙏🦚🦚 #ओम श्री कृष्णाय नम:🕉️🙏🙏🙏🦚🦚 #💐मेरे द्वारिका धीष 🙏🏻गोविन्द माधव💐💐🕉️🙏🙏🦚🦚