#मन_की_शांति #असुरक्षा #संदेह
यदि एक पुरूष तुम्हें सुरक्षा नहीं दे पा रहा
या तुम्हारे मन में बार बार शक वाली भावना को पैदा कर रहा तो तुम गलत रिश्तें में बंधी हो, क्योंकि तुम्हारा अंतर्मन इस बात को चीख चीख कर कह रहा है।
अकेले रह जाओ पर गलत रिश्तें में मत बंधों, जहां
ईमानदारी नहीं, सत्यनिष्ठा नहीं। #विजय पाल#📓 हिंदी साहित्य#✍मेरे पसंदीदा लेखक#📖 कविता और कोट्स✒️#✍️ साहित्य एवं शायरी