vijay
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24 days ago
वो चाहता है.... उसका जैसा मन करे, ज़ब मन करे, जितना मन करे वो मेरा दिल दुखाये! बदले में मैं उससे जरा भी शिकायत ना करूं! माना कि सहने की छमता मुझमें उससे अधिक है इसका मतलब ये तो नहीं..... कि मैं उफ़ तक ना करूं !! #विजय पाल #📓 हिंदी साहित्य #📗प्रेरक पुस्तकें📘 #💔दर्द भरी कहानियां #✍️ साहित्य एवं शायरी