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#🖋ग़ालिब की शायरी
🖋ग़ालिब की शायरी - अ 6 खैरात में मिली ख़ुशी मुझे अच्छी नहीं लगती ग़ालिब , मैं में रहता हु नवावो अपने ர் की तरह। मिर्ज ग़ालिब अभ्युदय साहित्य अ 6 खैरात में मिली ख़ुशी मुझे अच्छी नहीं लगती ग़ालिब , मैं में रहता हु नवावो अपने ர் की तरह। मिर्ज ग़ालिब अभ्युदय साहित्य - ShareChat

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