वानर सेना ने तरह तरह से दोनो गुप्तचर राक्षशों को मारना पीटना चालू कर दिए , वो बचाओ बचाओ चिल्लाने लगे पर वानरों ने उनको नही छोड़ा, अब तो वानरों ने उनके नाक कान काटने की तैयारी कर ली तो राक्षस समझ गए कि अब तो प्रभु श्री राम के सिवा कोई उन्हें नहीं बचा सकता, तो दोनों जोर जोर से चिल्लाए की जो हमारी नाक कान कटेगा उसको प्रभु श्री राम की सौगंध है।
जय श्री राम
##सुंदरकांड पाठ चौपाई📙🚩
![#सुंदरकांड पाठ चौपाई📙🚩 - बहु प्रकार मारन कपि लागे | दीन पुकारत तदपि न त्यागै । ] जो हमार हर नासा काना | तेहि कोसलाधीस कै आना | l३ | ] वानर उन्हें बहुत तरह से मारने लगे। वे दीन होकर থ, पुकारते फिर भी वानरों ने उन्हें नहीं छोड़ा। (तब दूतों " ने पुकारकर कहा- ) जो हमारे नाक-कान काटेगा, उसे कोसलाधीश श्री रामजी की सौगंध है।। ५२-३ ।। सदरकाण्द बहु प्रकार मारन कपि लागे | दीन पुकारत तदपि न त्यागै । ] जो हमार हर नासा काना | तेहि कोसलाधीस कै आना | l३ | ] वानर उन्हें बहुत तरह से मारने लगे। वे दीन होकर থ, पुकारते फिर भी वानरों ने उन्हें नहीं छोड़ा। (तब दूतों " ने पुकारकर कहा- ) जो हमारे नाक-कान काटेगा, उसे कोसलाधीश श्री रामजी की सौगंध है।। ५२-३ ।। सदरकाण्द - ShareChat #सुंदरकांड पाठ चौपाई📙🚩 - बहु प्रकार मारन कपि लागे | दीन पुकारत तदपि न त्यागै । ] जो हमार हर नासा काना | तेहि कोसलाधीस कै आना | l३ | ] वानर उन्हें बहुत तरह से मारने लगे। वे दीन होकर থ, पुकारते फिर भी वानरों ने उन्हें नहीं छोड़ा। (तब दूतों " ने पुकारकर कहा- ) जो हमारे नाक-कान काटेगा, उसे कोसलाधीश श्री रामजी की सौगंध है।। ५२-३ ।। सदरकाण्द बहु प्रकार मारन कपि लागे | दीन पुकारत तदपि न त्यागै । ] जो हमार हर नासा काना | तेहि कोसलाधीस कै आना | l३ | ] वानर उन्हें बहुत तरह से मारने लगे। वे दीन होकर থ, पुकारते फिर भी वानरों ने उन्हें नहीं छोड़ा। (तब दूतों " ने पुकारकर कहा- ) जो हमारे नाक-कान काटेगा, उसे कोसलाधीश श्री रामजी की सौगंध है।। ५२-३ ।। सदरकाण्द - ShareChat](https://cdn4.sharechat.com/bd5223f_s1w/compressed_gm_40_img_456007_27453fd0_1763352453827_sc.jpg?tenant=sc&referrer=pwa-sharechat-service&f=827_sc.jpg)
