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#खिचड़ी कोई भी पका सकता है लोकतंत्र एवं प्रजातंत्र की रक्षार्थ है यह खिचड़ी।
खिचड़ी कोई भी पका सकता है लोकतंत्र एवं प्रजातंत्र की रक्षार्थ है यह खिचड़ी। - 7.X हास्य व्यंग जिस नर के कर में खुद की नारी के प्रेस के हैंडल कर में नहीं होते दोनों नरप्रेसें 46 केघर दूसरे बर्बाद करते हैं देश में 46 नया चलन चल रहा है 7.X हास्य व्यंग जिस नर के कर में खुद की नारी के प्रेस के हैंडल कर में नहीं होते दोनों नरप्रेसें 46 केघर दूसरे बर्बाद करते हैं देश में 46 नया चलन चल रहा है - ShareChat

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