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रावण मन ही मन भयभीत है पर दिखावे के लिए गुप्तचर राक्षशों  से पूछ रहा है कि तुम्हारी मुलाकात हुई भी दोनो तपस्वियों से या मेरे बल का बखान सुन कर दोनो तुम्हारे पहुंचने से पहले ही लौट गए,तुमने फिर भी वानर भालुओं की सेना तो देखी होगी, इतने चुप क्यों हो, शत्रु की उस सेना के ही बल, तेज व आकार का वर्णन करो।  जय श्री राम ##सुंदरकांड पाठ चौपाई📙🚩
#सुंदरकांड पाठ चौपाई📙🚩 - दोहा : की भइ भेंट कि फिरि गए श्रवन सुजसु सुनि मोर ।  कहसि न रिपु दल तेज बल बहुत चकित चित तोर |l५३l ]  उनसे तेरी भेंट हुई या वे कानों से मेरा सुयश सुनकर ही लौट गए? शत्रु सेना का तेज और बल बताता क्यों नहीं ? तेरा चित्त बहुत ही चकित ( भौँचक्का सा) हो रहा है। I५३ । । सदरकाण्द  दोहा : की भइ भेंट कि फिरि गए श्रवन सुजसु सुनि मोर ।  कहसि न रिपु दल तेज बल बहुत चकित चित तोर |l५३l ]  उनसे तेरी भेंट हुई या वे कानों से मेरा सुयश सुनकर ही लौट गए? शत्रु सेना का तेज और बल बताता क्यों नहीं ? तेरा चित्त बहुत ही चकित ( भौँचक्का सा) हो रहा है। I५३ । । सदरकाण्द - ShareChat

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