नास्ति कामसमो व्याधि: नास्ति मोहसमो रिपु: ।
नास्ति क्रोधसमो वह्नि: नास्ति ज्ञानात् परं सुखम् ॥
[ चाणक्यनीति ]
अर्थात 👉🏻 काम वासना के समान कोई दूसरा रोग नही है , मोह के समान कोई दूसरा शत्रु नही है , क्रोध के समान कोई आग नही है तथा ज्ञान से बड़ा कोई सुख नही है ।
🌄🌄 प्रभातवंदन 🌄🌄
#चाणक्य नीति

