#राधे राधे
सबै अंग गुणहीन हूँ,
ताको जतन न कोई,
एक किशोरी कृपा तैं,
जो कुछ होइ सो होइ।
श्री राधे मैं अति दुखियारी ,
कहाँ जाऊँ किस्मत कि मारी,
कर्म हीन कछु आवत नाहीं,
कित जाऊँ मेरा कोई नाहीं,
मैं अति दीन हीन श्री राधे,
दीनन कि सुन लीजे राधे,
मोह पे कृपा दृष्टि कीजे,
श्यामा मोरी विनय मान लीजै ॥
मेरी विनय मान लीजे,
श्यामा विनय मान लीजे,
मोहे अपनी कर लीजे,
मोहे श्री चरणों में रख लीजै ॥
जय जय श्रीराधे राधे....
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