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#खिचड़ी कोई भी पका सकता है लोकतंत्र एवं प्रजातंत्र की रक्षार्थ है यह खिचड़ी।
खिचड़ी कोई भी पका सकता है लोकतंत्र एवं प्रजातंत्र की रक्षार्थ है यह खिचड़ी। - 5.X हास्य व्यंग हरनाथ अनाथ नहीं होता पर कुछ नाथ सबको अनाथ करने में लगे रहते ऐसी बदननियति वाले सत्ता में बैठे रहते हैं दंगा फसाद करवाते उत्पात मचवाते रहते हैं 5.X हास्य व्यंग हरनाथ अनाथ नहीं होता पर कुछ नाथ सबको अनाथ करने में लगे रहते ऐसी बदननियति वाले सत्ता में बैठे रहते हैं दंगा फसाद करवाते उत्पात मचवाते रहते हैं - ShareChat

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