ShareChat
click to see wallet page
શુભ સવાર ના સત્ કૈવલ પરમાત્મા. #📝આધ્યાત્મિક ગુરૂ પરમગુરૂ શ્રીમંત કરુણાસાગર.
📝આધ્યાત્મિક ગુરૂ - सन्ा कैबाल र्घाहेब अद्वैता द्वैत नर्र्वेद चिंतामणि ग्रंथ परमगुरु विशेषण बरननको अंगः ८ जब क्या र्ही गिरवाण भाषकी , अदकै ऐक गमानी।| सदगुरु मिले परमपद पावत, उभये वाण अमानि।।३८ ६अनुवादः फिरचुनावर्मेंकेवल संस्कृत भाषा कामहत्व कहाँ है? जब सद्गुरु मिल जाता है औरपरमपद प्राप्तहो जाता है, तो दोर्नों शब्दव्यर्थहौ जाते हैँl :सIर+ फिरचुनावर्मेकेवल संस्कृत भाषा का महत्व कहॉँ हे? सौभाग्य से, यदिहर्मे कोई अच्छा गुरु मिल जाए ओरहम परमपद प्राप्त करर्ले, तो वस यही महत्वपूर्ण हे। भाषा चाहे कोई भीहो। अर्थात् भाषा|वाणी। चाहे प्राकृत हो या संस्कृत, भाषा का महत्व समाप्तहो जाता हे। जीर्वोके लिए हीमहत्वपूर्ण हे। आत्माकाकल्याण सत् कैवल परमात्मा Govindit सन्ा कैबाल र्घाहेब अद्वैता द्वैत नर्र्वेद चिंतामणि ग्रंथ परमगुरु विशेषण बरननको अंगः ८ जब क्या र्ही गिरवाण भाषकी , अदकै ऐक गमानी।| सदगुरु मिले परमपद पावत, उभये वाण अमानि।।३८ ६अनुवादः फिरचुनावर्मेंकेवल संस्कृत भाषा कामहत्व कहाँ है? जब सद्गुरु मिल जाता है औरपरमपद प्राप्तहो जाता है, तो दोर्नों शब्दव्यर्थहौ जाते हैँl :सIर+ फिरचुनावर्मेकेवल संस्कृत भाषा का महत्व कहॉँ हे? सौभाग्य से, यदिहर्मे कोई अच्छा गुरु मिल जाए ओरहम परमपद प्राप्त करर्ले, तो वस यही महत्वपूर्ण हे। भाषा चाहे कोई भीहो। अर्थात् भाषा|वाणी। चाहे प्राकृत हो या संस्कृत, भाषा का महत्व समाप्तहो जाता हे। जीर्वोके लिए हीमहत्वपूर्ण हे। आत्माकाकल्याण सत् कैवल परमात्मा Govindit - ShareChat

More like this