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#भगवद गीता के सभी श्लोक ##भगवद गीता🙏🕉️ #भगवद गीता #🚩🔯श्रीमद भगवद गीता🔯🚩 #भगवद गीता अध्यन 📖
भगवद गीता के सभी श्लोक - श्रीमद्भगवद् गीता अध्याय 2 सञ्जय उवाच एवमुक्त्वा   हृषीकेशं गुडाकेशः ٩٠٦٩ ١ न योत्स्य इति गोविन्दमुक्त्वा  बभूव ह।। तूर्ष्णीं  মতয নীল-ই হাতনূ ! নিস্নান্ধী নীনননাল अर्जुन अन्तर्यामी श्रीकृष्ण महाराजके   प्रति इस प्रकार कहकर फिर श्रीगोविन्दभगवान्से ' युद्ध नहीं करूँगा ಶ೯ ನ೬ @೯೯ ಳ ಣ Tಾ II $ Il हृषीकेशः प्रहसन्निव भारत | Tara सेनयोरुभयोर्मध्ये विषीदन्तमिदं Fa: Il हे भरतवंशी धृतराष्ट्र ! अन्तर्यामी  श्रीकृष्ण 1 महाराज दोनों सेनाओंके बीचमें शोक करते हुए उस अर्जुनको ச4ர সঙ্ক ননন নীল Il ? ০ Il हुए-्से श्रीभगवानुवाच अशोच्यानन्वशोचस्त्वं प्रज्ञावादांश्च भाषसे। गतासूनगतासूंश्च नानुशोचन्ति पण्डिताः Il श्रीभगवान् बोले- हे अर्जुन ! तू न शोक करनेयोग्य मनुष्योँके लिये शोक करता है और पण्डितोंके- से वचनोंको कहता है; परंतु जिनके प्राण चले गये हैँ, उनके लिये और जिनके प्राण नहीं गये हैं उनके लिये भी पण्डितजन शोक नहीं करते II ११ II गीता प्रेस , गोरखपुर से साभार श्रीमद्भगवद् गीता अध्याय 2 सञ्जय उवाच एवमुक्त्वा   हृषीकेशं गुडाकेशः ٩٠٦٩ ١ न योत्स्य इति गोविन्दमुक्त्वा  बभूव ह।। तूर्ष्णीं  মতয নীল-ই হাতনূ ! নিস্নান্ধী নীনননাল अर्जुन अन्तर्यामी श्रीकृष्ण महाराजके   प्रति इस प्रकार कहकर फिर श्रीगोविन्दभगवान्से ' युद्ध नहीं करूँगा ಶ೯ ನ೬ @೯೯ ಳ ಣ Tಾ II $ Il हृषीकेशः प्रहसन्निव भारत | Tara सेनयोरुभयोर्मध्ये विषीदन्तमिदं Fa: Il हे भरतवंशी धृतराष्ट्र ! अन्तर्यामी  श्रीकृष्ण 1 महाराज दोनों सेनाओंके बीचमें शोक करते हुए उस अर्जुनको ச4ர সঙ্ক ননন নীল Il ? ০ Il हुए-्से श्रीभगवानुवाच अशोच्यानन्वशोचस्त्वं प्रज्ञावादांश्च भाषसे। गतासूनगतासूंश्च नानुशोचन्ति पण्डिताः Il श्रीभगवान् बोले- हे अर्जुन ! तू न शोक करनेयोग्य मनुष्योँके लिये शोक करता है और पण्डितोंके- से वचनोंको कहता है; परंतु जिनके प्राण चले गये हैँ, उनके लिये और जिनके प्राण नहीं गये हैं उनके लिये भी पण्डितजन शोक नहीं करते II ११ II गीता प्रेस , गोरखपुर से साभार - ShareChat

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