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#namak
namak - दुःख है धरती का और उसका स्वाद भी! नमक का तीन भाग नमकीन पानी है पृथ्वी ` और आदमी का दिल नमक का पहाड़ कमज़ोर है दिल नमक का कितनी जल्दी पसीज जाता है! गड़ जाता है शर्म से जब फेंकी जाती हैं थालियाँ दाल में नमक कम या ज़रा तेज़ होने पर! वो जो खड़े हैं न- सरकारी दफ्तर शाही नमकदान हैं बड़ी नफासत से छिड़क देते हैं हरदम हमारे जले पर नमक! जिनके चेहरे पर नमक है पूछिए उन औरतों से - कितना भारी पड़ता है उनको उनके चेहरे का नमक! जिन्हें नमक की कीमत करनी होती है अदा ' उन नमकहलालों से रंज रखता है महासागर! दुःख है धरती का और उसका स्वाद भी! नमक का तीन भाग नमकीन पानी है पृथ्वी ` और आदमी का दिल नमक का पहाड़ कमज़ोर है दिल नमक का कितनी जल्दी पसीज जाता है! गड़ जाता है शर्म से जब फेंकी जाती हैं थालियाँ दाल में नमक कम या ज़रा तेज़ होने पर! वो जो खड़े हैं न- सरकारी दफ्तर शाही नमकदान हैं बड़ी नफासत से छिड़क देते हैं हरदम हमारे जले पर नमक! जिनके चेहरे पर नमक है पूछिए उन औरतों से - कितना भारी पड़ता है उनको उनके चेहरे का नमक! जिन्हें नमक की कीमत करनी होती है अदा ' उन नमकहलालों से रंज रखता है महासागर! - ShareChat

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