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#✋हस्तरेखा शास्त्र🌌 #✡️ज्योतिष समाधान 🌟 #🔯ग्रह दोष एवं उपाय🪔 #💫राशि के अनुसार भविष्यवाणी
✋हस्तरेखा शास्त्र🌌 - जन्मकुंडली विश्लेषण में ग्रहण योग का बहुत महत्व है, विशेष रूप से जीवन की चुनौतियों के संदर्भ मेंः *९. ग्रहण योग का प्रभावः * यदि जन्म कुंडली में सूर्य-राहु या चंद्र राहु की युति हो, तो ग्रहण योग बनता है। इस योग के कारण व्यक्ति को मानसिक, पारिवारिक और सामाजिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ग्रहण योग जातक के जीवन में तनाव, अनिश्चितता और संघर्ष पैदा कर सकता है। इस योग के प्रभाव को कम करने के लिए जातक को विशेष उपाय करने पड़ सकते हैं, जैसे कि पूजा-पाठ, दान-दक्षिणा आदि। जन्मकुंडली विश्लेषण में ग्रहण योग का बहुत महत्व है, विशेष रूप से जीवन की चुनौतियों के संदर्भ मेंः *९. ग्रहण योग का प्रभावः * यदि जन्म कुंडली में सूर्य-राहु या चंद्र राहु की युति हो, तो ग्रहण योग बनता है। इस योग के कारण व्यक्ति को मानसिक, पारिवारिक और सामाजिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ग्रहण योग जातक के जीवन में तनाव, अनिश्चितता और संघर्ष पैदा कर सकता है। इस योग के प्रभाव को कम करने के लिए जातक को विशेष उपाय करने पड़ सकते हैं, जैसे कि पूजा-पाठ, दान-दक्षिणा आदि। - ShareChat