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रावण ने उपहास पूर्ण गुप्तचर राक्षशों से पूछा कि बताओ क्या बात हुई , क्या समाचार लाये, क्यों जबाब नही दे रहे, क्यों क्या हुआ, तुम कुशल तो हो, अपने बारे में कहो, कुछ मेरे भाई विभीषण के बारे में बताओ जिसकी मृत्यु अत्यंत निकट आ गयी है। जय श्री राम ##सुंदरकांड पाठ चौपाई📙🚩
#सुंदरकांड पाठ चौपाई📙🚩 - बिहसि दसानन पूँछी बाता | कहसि न सुक आपनि कुसलाता। [  पुन कहु खबरि बिभीषन केरी। जाहि मृत्यु आई अति नेरी| l२ | ]  दशमुख रावण ने हँसकर बात पूछी - अरे शुक! अपनी कुशल क्यों नहीं कहता ? फिर उस विभीषण का समाचार सुना, मृत्यु जिसके अत्यंत निकट आ गई है।।५३- २।। सदरकाण्द  बिहसि दसानन पूँछी बाता | कहसि न सुक आपनि कुसलाता। [  पुन कहु खबरि बिभीषन केरी। जाहि मृत्यु आई अति नेरी| l२ | ]  दशमुख रावण ने हँसकर बात पूछी - अरे शुक! अपनी कुशल क्यों नहीं कहता ? फिर उस विभीषण का समाचार सुना, मृत्यु जिसके अत्यंत निकट आ गई है।।५३- २।। सदरकाण्द - ShareChat