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#खिचड़ी कोई भी पका सकता है लोकतंत्र एवं प्रजातंत्र की रक्षार्थ है यह खिचड़ी।
खिचड़ी कोई भी पका सकता है लोकतंत्र एवं प्रजातंत्र की रक्षार्थ है यह खिचड़ी। - 5.X हास्य व्यंग जो शादी के मंडप से।बाद में दुल्हन छोड़कर भाग जाते हैं ऐसे व्यक्ति नेावाले चाचा के हाथ कीTeaपीने बार२गये होंगे उसकी छांया কা ঔম২ उस पर पड़ गया 5.X हास्य व्यंग जो शादी के मंडप से।बाद में दुल्हन छोड़कर भाग जाते हैं ऐसे व्यक्ति नेावाले चाचा के हाथ कीTeaपीने बार२गये होंगे उसकी छांया কা ঔম২ उस पर पड़ गया - ShareChat