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#सुविचार एवं अनमोल वचन
सुविचार एवं अनमोल वचन - ओम नमो नारायणाय !! सिव द्रोही मम भगत कहावा , सो नर सपनेहुँ बिमुख भगति चह मोरी, मोहि न पावा, संकर सो नारकी मूढ़ मति थोरी भगवान कहते है कि जो शिव से द्रोह रखता है और मेरा भक्त कहलाता है, वह मनुष्य स्वप्न में भी मुझे नहीं पाता, शंकरजी विमुख होकर (विरोध करके) जो मेरी भक्ति चाहता है, 4 46 नरकगामी, और अल्पबुद्धि है Tfl मानस, लंकाकाण्ड १/४ ओम नमो नारायणाय !! सिव द्रोही मम भगत कहावा , सो नर सपनेहुँ बिमुख भगति चह मोरी, मोहि न पावा, संकर सो नारकी मूढ़ मति थोरी भगवान कहते है कि जो शिव से द्रोह रखता है और मेरा भक्त कहलाता है, वह मनुष्य स्वप्न में भी मुझे नहीं पाता, शंकरजी विमुख होकर (विरोध करके) जो मेरी भक्ति चाहता है, 4 46 नरकगामी, और अल्पबुद्धि है Tfl मानस, लंकाकाण्ड १/४ - ShareChat