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#शिव पार्वती #🙏🔱🍃जय ❤शिवपार्वती❤🍃🔱🙏 #शिवपार्वती #इतिहास का अमर प्रेम 💞💞शिवपार्वती 🚩🙏रधेकृषणा 🚩🙏 #जय आराध्य मातापिता शिवपार्वती
शिव पार्वती - मां पार्वती बेलपत्र क्यों खाती थी सुखे मां पार्वती सूखे बेलपत्र को खाती थी और सूखे ঐলপন্ = को खाकर भजन करती थी, तप करती थी बिल्कुल  श्याम वर्ण की हो तो माता पार्वती काली हो गईः गई और గ1 TకషేI ளி जब शंकर जी सामने गए तो शंकर जी ने कहा कि, "देवी तुमसे विवाह कौन करेगा; तुम तो काली हो और मुझे देखो मैं गौर वर्ण का हूं। बिल्कुल  कर्पूर गौरम करुणावतारं संसारसारं भुजगेंद्रहारम् ...।" मां पार्वती कहती है, करिए लेकिन मैं तो आपके वरन भगवान मेरा वरन ना के लिए ही अपने यापन कर दूंगी।  महादेव को लगा पार्वती मेरे बिना, मेरे सिवा किसी ओर पुरुष का ; किसी ओर देवता का वरन नहीं कर सकती है। तब महादेव ने गंगा का आवाहन कियाः गंगा आईं और पार्वती जी को स्नान करतीं हैं। पुनः पार्वती गौर वर्ण की हो गई और हष्ट पुष्ट हो गईं। उसी दिन से भगवान शिव ने कहा, " जो भी व्यक्ति मुझे बेलपत्र अर्पित करेगा; मैं उसकी सारी इच्छा पूर्ण कर दूंगा।" मां पार्वती बेलपत्र क्यों खाती थी सुखे मां पार्वती सूखे बेलपत्र को खाती थी और सूखे ঐলপন্ = को खाकर भजन करती थी, तप करती थी बिल्कुल  श्याम वर्ण की हो तो माता पार्वती काली हो गईः गई और గ1 TకషేI ளி जब शंकर जी सामने गए तो शंकर जी ने कहा कि, "देवी तुमसे विवाह कौन करेगा; तुम तो काली हो और मुझे देखो मैं गौर वर्ण का हूं। बिल्कुल  कर्पूर गौरम करुणावतारं संसारसारं भुजगेंद्रहारम् ...।" मां पार्वती कहती है, करिए लेकिन मैं तो आपके वरन भगवान मेरा वरन ना के लिए ही अपने यापन कर दूंगी।  महादेव को लगा पार्वती मेरे बिना, मेरे सिवा किसी ओर पुरुष का ; किसी ओर देवता का वरन नहीं कर सकती है। तब महादेव ने गंगा का आवाहन कियाः गंगा आईं और पार्वती जी को स्नान करतीं हैं। पुनः पार्वती गौर वर्ण की हो गई और हष्ट पुष्ट हो गईं। उसी दिन से भगवान शिव ने कहा, " जो भी व्यक्ति मुझे बेलपत्र अर्पित करेगा; मैं उसकी सारी इच्छा पूर्ण कर दूंगा।" - ShareChat