प्रभु श्री राम सुग्रीव से कह रहे हैं कि तुम किसी बात से मत डरो, तुम जानते नही हो लक्ष्मण को यदि क्रोध आ जाये तो वह अकेला ही पलक झपकते ही (निमिख में) सारे विश्व के समस्त राक्षशों का अंत कर सकता है (जैसे सिर्फ साढ़े तीन ग्राम करोना वायरस ने विश्व की महाशक्तियों को पल भर में प्रभु याद दिला दिए) ; और यदि वह प्रेम या भय से मेरी शरणागति में आ रहा है तो मैं वचनबद्ध हूँ और शरणागत को प्राणों के समान प्रेम करता हूं।
।। राम राम।।
##सुंदरकांड पाठ चौपाई📙🚩