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શુભ સવાર ના સત્ કૈવલ પરમાત્મા. #📝આધ્યાત્મિક ગુરૂ પરમગુરૂ શ્રીમંત કરુણાસાગર.
📝આધ્યાત્મિક ગુરૂ - GஏScபடுவு सव अद्वेतानद्वेत नरवेद चिंतामणी ग्रंथ और प्राकृत भाषाको अंगः ९ व्याकरण भाषा ஈிக்ஈரி  1ஈகிR} तदीप वाणी ऐही उभे भाष ऐही निगम शास्त्र सहीतम् सब, महाद मनुष गत ?ঔন্তুতাত্র; अतःयह देवतारओं की वाणी नर्हीं है, अपितु दोर्नों भाषाऐँ संसारकी हैं। ्क्योकि महापुरुर्षों द्वारा कहे गएशास्त्रों सहित चार्रोंवेद औरशास्त्र यरहींकेहैं। :सारः इसलिए यदि यह कहा जाएकि संस्कृत भाषा ईश्वरीय भाषा है, तो यह सत्य नहींहै। किन्तु प्राकृत और संस्कृत दोनों ही मृत्युलोक और देवलोक सहित सम्पूर्णविश्वकी भाषाऐँ हैं। क्योकि चार्रों वेद, महापुरुर्षों द्वारा अपनी अपनी समझ के अनुसार रचित हैं। और छह धर्मग्रंर्थों सहित सभी धार्मिक पुस्तर्कोंकी रचना यहीं हुई थी। कैवल परमात्मा 26 Govindji GஏScபடுவு सव अद्वेतानद्वेत नरवेद चिंतामणी ग्रंथ और प्राकृत भाषाको अंगः ९ व्याकरण भाषा ஈிக்ஈரி  1ஈகிR} तदीप वाणी ऐही उभे भाष ऐही निगम शास्त्र सहीतम् सब, महाद मनुष गत ?ঔন্তুতাত্র; अतःयह देवतारओं की वाणी नर्हीं है, अपितु दोर्नों भाषाऐँ संसारकी हैं। ्क्योकि महापुरुर्षों द्वारा कहे गएशास्त्रों सहित चार्रोंवेद औरशास्त्र यरहींकेहैं। :सारः इसलिए यदि यह कहा जाएकि संस्कृत भाषा ईश्वरीय भाषा है, तो यह सत्य नहींहै। किन्तु प्राकृत और संस्कृत दोनों ही मृत्युलोक और देवलोक सहित सम्पूर्णविश्वकी भाषाऐँ हैं। क्योकि चार्रों वेद, महापुरुर्षों द्वारा अपनी अपनी समझ के अनुसार रचित हैं। और छह धर्मग्रंर्थों सहित सभी धार्मिक पुस्तर्कोंकी रचना यहीं हुई थी। कैवल परमात्मा 26 Govindji - ShareChat