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#इतिहास स्मृति
इतिहास स्मृति - २९ सितंबर / सर्जिकल स्ट्राइक दिवस सरकार ने सेना के आला अधिकारियों के साथ मिलकर एक खास प्लान तैयार किया और इसको अंजाम देने के लिए २८ २९ सितंबर २०१ 6 की रात का समय चुना गया. ये वो दिन था जब सेना ने सिर्फ 4 घंटे के ऑपरेशन में पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादी शिविरों को नेस्तनाबूद करने में सफलता हासिल की थी यह दिन भारतीय जवानों के साहसिक कदम के गवाह के तौर पर हमेशा के लिए दर्ज हो गया. सवाल उठता है कि भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक क्यों किया? हालांकि, भारतीय सेना ने इसके पीछे सीमा पार से लगातार हो रहे घुसपैठ को कारण बताया था. लेकिन जानकार इसके पीछे की वजह कुछ और ही मानते हैं | दरअसल, साल २०१६ के सितंबर का महीना था, जम्मू- कश्मीर में सीमा से लगे उरी सेक्टर में आतंकियों ने सेना के जवानों पर हमला किया. इस हमले में १९ भारतीय जवान शहीद हो गए. जैश-एनमोहम्मद (JaishE Mohammed) के आतंकियों द्वारा उरी में भारतीय से पूरे " गए इस हमले किए  सेना के हेडक्वार्टर पर भारत में गुस्सा फैल गया. तभी केंद्र सरकार ने जैश॰ए॰्मोहम्मद के ठिकानों को उड़ाने का प्लान तैयार किया. जानकारी के मुताबिक सेना ने रात करीब १२.३० बजे ऑपरेशन बंदर की शुरुआत की और सुबह ४. ३० तक आतंकियों का काम तमाम कर दिया. इस पूरे ऑपरेशन में स्पेशल फोर्सेज और पैरा कमांडो भी शामिल थे. MI १७ हेलिकॉप्टरों से १ ५० कमांडोज को सीमा के नजदीक एलओसी के पास उतारा गया यानी एयरड्रॉप किया गया. इसके बाद भारतीय जवान धीरेधीरे पाकिस्तानी सीमा में में कामयाब रहे. इस दौरान भारतीय कमांडो नाइट घुसने विजन डिवाइसेज, स्मोक ग्रेनेड्स, तवोर और M४ जैसी राइफलों , ग्रेनेड्स अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर और हेलमेट पर लगे कैमरे से लैस थे. मार्च करते हुए कमांडो पाकिस्तान में तीन किलोमीटर अंदर तक घुस गए थे. पीओके के भिंबर, हॉटस्प्रिंग, तत्तापानी, केल, लीपा सेक्टरों में भारतीय सेना ने कार्यवाई की और ताबड़तोड़ फायरिंग से आतंकियों के पैड्स  को तबाह कर दिया. भारतीय सेना के इस लॉन्च सर्जिकल स्ट्राइक में करीब ३८ आतंकियों का सफाया हुआ और वहां मौजूद दो पाकिस्तानी सैनिक भी मारे T दिलचस्प बात ये रही कि भारत के किसी भी कमांडो को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचा और वो सफलता  पूर्वक ऑपरेशन को अंजाम देकर भारत लौट आए॰ सुबह के ४.३० बज रहे थे और सेना के कमांडो भारत में वापसी कर चुके थे. इसके बाद भारत ने ऐलान किया कि भारतीय सैनिकों पाकिस्तान में घुसकर जैश ए मोहम्मद के आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया है और बड़ी संख्या में आतंकियों का भी सफाया 381 २९ सितंबर / सर्जिकल स्ट्राइक दिवस सरकार ने सेना के आला अधिकारियों के साथ मिलकर एक खास प्लान तैयार किया और इसको अंजाम देने के लिए २८ २९ सितंबर २०१ 6 की रात का समय चुना गया. ये वो दिन था जब सेना ने सिर्फ 4 घंटे के ऑपरेशन में पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादी शिविरों को नेस्तनाबूद करने में सफलता हासिल की थी यह दिन भारतीय जवानों के साहसिक कदम के गवाह के तौर पर हमेशा के लिए दर्ज हो गया. सवाल उठता है कि भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक क्यों किया? हालांकि, भारतीय सेना ने इसके पीछे सीमा पार से लगातार हो रहे घुसपैठ को कारण बताया था. लेकिन जानकार इसके पीछे की वजह कुछ और ही मानते हैं | दरअसल, साल २०१६ के सितंबर का महीना था, जम्मू- कश्मीर में सीमा से लगे उरी सेक्टर में आतंकियों ने सेना के जवानों पर हमला किया. इस हमले में १९ भारतीय जवान शहीद हो गए. जैश-एनमोहम्मद (JaishE Mohammed) के आतंकियों द्वारा उरी में भारतीय से पूरे " गए इस हमले किए  सेना के हेडक्वार्टर पर भारत में गुस्सा फैल गया. तभी केंद्र सरकार ने जैश॰ए॰्मोहम्मद के ठिकानों को उड़ाने का प्लान तैयार किया. जानकारी के मुताबिक सेना ने रात करीब १२.३० बजे ऑपरेशन बंदर की शुरुआत की और सुबह ४. ३० तक आतंकियों का काम तमाम कर दिया. इस पूरे ऑपरेशन में स्पेशल फोर्सेज और पैरा कमांडो भी शामिल थे. MI १७ हेलिकॉप्टरों से १ ५० कमांडोज को सीमा के नजदीक एलओसी के पास उतारा गया यानी एयरड्रॉप किया गया. इसके बाद भारतीय जवान धीरेधीरे पाकिस्तानी सीमा में में कामयाब रहे. इस दौरान भारतीय कमांडो नाइट घुसने विजन डिवाइसेज, स्मोक ग्रेनेड्स, तवोर और M४ जैसी राइफलों , ग्रेनेड्स अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर और हेलमेट पर लगे कैमरे से लैस थे. मार्च करते हुए कमांडो पाकिस्तान में तीन किलोमीटर अंदर तक घुस गए थे. पीओके के भिंबर, हॉटस्प्रिंग, तत्तापानी, केल, लीपा सेक्टरों में भारतीय सेना ने कार्यवाई की और ताबड़तोड़ फायरिंग से आतंकियों के पैड्स  को तबाह कर दिया. भारतीय सेना के इस लॉन्च सर्जिकल स्ट्राइक में करीब ३८ आतंकियों का सफाया हुआ और वहां मौजूद दो पाकिस्तानी सैनिक भी मारे T दिलचस्प बात ये रही कि भारत के किसी भी कमांडो को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचा और वो सफलता  पूर्वक ऑपरेशन को अंजाम देकर भारत लौट आए॰ सुबह के ४.३० बज रहे थे और सेना के कमांडो भारत में वापसी कर चुके थे. इसके बाद भारत ने ऐलान किया कि भारतीय सैनिकों पाकिस्तान में घुसकर जैश ए मोहम्मद के आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया है और बड़ी संख्या में आतंकियों का भी सफाया 381 - ShareChat