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राजा सगर के पुत्रों ने अपने यज्ञ को घोड़े को ढूंढते हुए इस पृथ्वी को चारों ओर से खोदा था। उससे जम्बूद्वीप के अंतर्गत ही आठ उपद्वीप और बन गए, ऐसा कुछ लोगों का कथन है। वह स्वर्णप्रस्थ, चन्द्रशुक्ल, आवर्तन, रमणक, मन्दहरिण, पांचजन्य, सिंहल और लंका है। श्रीमद्भागवत-महापुराण/५/१९/२९-३० श्रीमद्भागवत-महापुराण/5/19/29-30 #bhavishypuran #vedpuran #puranam #puranikyatra #mbapanditji #upanishads #shrimadbhagwat #shrimadbhagwatkatha #bhagwatkatha #bhagwat #bhagwatkathalive #भागवत #भागवतकथा #श्रीमद्भगवद्गीता #MBAPanditJi
MBAPanditJi - पुत्रों ने अपने यज्ञ को घोडे़ राजा सगर के को ढूंढते हुए इस को चारों ओर से पृथ्वी खोदा था। उससे जम्बूद्वीप के अंतर्गत ही उपद्वीप और बन गए, ऐसा कुछ आठ लोगों का कथन है। वह स्वर्णप्रस्थ, चन्द्रशुक्ल, आवर्तन, रमणक, मन्दहरिण, पांचजन्य , सिंहल और लंका है। श्रीमद्भागवत ्महापुराण/ ५/१९/२९ ३० Follow us: Puranikyatra पुत्रों ने अपने यज्ञ को घोडे़ राजा सगर के को ढूंढते हुए इस को चारों ओर से पृथ्वी खोदा था। उससे जम्बूद्वीप के अंतर्गत ही उपद्वीप और बन गए, ऐसा कुछ आठ लोगों का कथन है। वह स्वर्णप्रस्थ, चन्द्रशुक्ल, आवर्तन, रमणक, मन्दहरिण, पांचजन्य , सिंहल और लंका है। श्रीमद्भागवत ्महापुराण/ ५/१९/२९ ३० Follow us: Puranikyatra - ShareChat