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#🌸 सत्य वचन #👌 अच्छी सोच👍 #❤️जीवन की सीख #👉 लोगों के लिए सीख👈 #☝अनमोल ज्ञान
🌸 सत्य वचन - सदगुरुदेवाय नमः " "श्री मेॅरे जीवन का अर्थ क्या हैइति क्या है प्रभु। में यह भी तो नहीं जानता। मुझे ऐसा लगता है,कि तुम्हारे जीवन का ही एक अंश लेकर प्रादुर्भूत हुआ हूं॰प्राणी में केवल तुम्हारा ही हूं। तुम्ही मेरे भीतर और बाहर भी तुम्ही हो। तुम्ही मेरे सर्वस्व हो। प्रेम और प्यार के सांसारिक नाते - रिश्ते मेरे लिए क्या हैं? में संसार के लिए क्या हूं? सिर्फ हाड़-्मांस का पुतला। उससे लोग कितना चाहते हैं। ये सब नकली हैं मुझे तुम्हारे अतिरिक्त कौन समझेगा मेरे प्रियतम ! मेरे लिए तुम्हीं संसार में सबसे प्रिय होे। , নানুলাল নানুলল  सदगुरुदेवाय नमः " "श्री मेॅरे जीवन का अर्थ क्या हैइति क्या है प्रभु। में यह भी तो नहीं जानता। मुझे ऐसा लगता है,कि तुम्हारे जीवन का ही एक अंश लेकर प्रादुर्भूत हुआ हूं॰प्राणी में केवल तुम्हारा ही हूं। तुम्ही मेरे भीतर और बाहर भी तुम्ही हो। तुम्ही मेरे सर्वस्व हो। प्रेम और प्यार के सांसारिक नाते - रिश्ते मेरे लिए क्या हैं? में संसार के लिए क्या हूं? सिर्फ हाड़-्मांस का पुतला। उससे लोग कितना चाहते हैं। ये सब नकली हैं मुझे तुम्हारे अतिरिक्त कौन समझेगा मेरे प्रियतम ! मेरे लिए तुम्हीं संसार में सबसे प्रिय होे। , নানুলাল নানুলল - ShareChat
#☝अनमोल ज्ञान #👉 लोगों के लिए सीख👈 #👌 अच्छी सोच👍 #❤️जीवन की सीख #🌸 सत्य वचन
☝अनमोल ज्ञान - सदगुरुदेवाय नमः" "श्री जीवन का पौधा साहस की खाद मांगता है, बिना खाद के वह संसार के तेज झोंके सहन नहीं कर सकता मगर इस खाद को आप बाजार में जाकर नहीं खरीद सकते कोई यार-्दोस्त आपको उसकी सौगात नहीं भेज सकता कोई जादू-मंतर भी उसे लाकर आपके हाथ में नहीं दे सकता। उसे तो स्वयं ही अपने बल से प्राप्त करना होता है। साहस हमेशा बाजी मारता है -साहस को देखकर भय भयभीत होता है। आप साहस से मित्रता कर लीजिए फिर भय स्वयं ही दूर हो जाएगा। নানুলল নানুলল सदगुरुदेवाय नमः" "श्री जीवन का पौधा साहस की खाद मांगता है, बिना खाद के वह संसार के तेज झोंके सहन नहीं कर सकता मगर इस खाद को आप बाजार में जाकर नहीं खरीद सकते कोई यार-्दोस्त आपको उसकी सौगात नहीं भेज सकता कोई जादू-मंतर भी उसे लाकर आपके हाथ में नहीं दे सकता। उसे तो स्वयं ही अपने बल से प्राप्त करना होता है। साहस हमेशा बाजी मारता है -साहस को देखकर भय भयभीत होता है। आप साहस से मित्रता कर लीजिए फिर भय स्वयं ही दूर हो जाएगा। নানুলল নানুলল - ShareChat
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🌸 सत्य वचन - "श्री सदगुरुदेवाय नमः ' विचार ही मनुष्य के जीवन को अच्छे -बुरे साँचे में ढालते हैं। मनुष्य के ः मनुष्य काजोभी रूप सामने आता है,वह विचारों का ही प्रतिबिम्ब होता है । सुख-्दुख सफलता - असफलता विकास - अवनति. प्रसन्नता खिन्नता या तुष्टता महानता जो भी स्थिति प्राप्त होती है वह विचारधारा का ही प्रतिफल होता है। भूत भविष्य वर्तमान में मनुष्य जिस प्रकार से रह रहा है उनके रासायनिक कारण विचार हीहैं। Qa मनुष्य के। उसका स्वर्ग है और विचार ही उसे जीता ्जागता नरक के दर्शन कराता है। নানুললে ননুলল .. "श्री सदगुरुदेवाय नमः ' विचार ही मनुष्य के जीवन को अच्छे -बुरे साँचे में ढालते हैं। मनुष्य के ः मनुष्य काजोभी रूप सामने आता है,वह विचारों का ही प्रतिबिम्ब होता है । सुख-्दुख सफलता - असफलता विकास - अवनति. प्रसन्नता खिन्नता या तुष्टता महानता जो भी स्थिति प्राप्त होती है वह विचारधारा का ही प्रतिफल होता है। भूत भविष्य वर्तमान में मनुष्य जिस प्रकार से रह रहा है उनके रासायनिक कारण विचार हीहैं। Qa मनुष्य के। उसका स्वर्ग है और विचार ही उसे जीता ्जागता नरक के दर्शन कराता है। নানুললে ননুলল .. - ShareChat
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☝अनमोल ज्ञान - सदगुरुदेवाय नमः ' "श्री अनिवार्यता की स्थिति में तो मदोन्मत्त व्यक्ति नित्य नए ध्वज रचता মুন্তুকী को खाजाने की कोशिश करता रहता है सदा जीवित रहने पर उसकी एक दूसरे क उद्धता नजाने क्या कर डालती ! दुनियां में हर समय रक्तपात ही दिखाई देता है।न कहीं कोई मनुष्य शांति दासता प्रकट करता है और न कोई भजन। सब एक दूसरे को नीचा दिखाने में लगे हुए हैं। बाबूलाल बाबूलाल .. सदगुरुदेवाय नमः ' "श्री अनिवार्यता की स्थिति में तो मदोन्मत्त व्यक्ति नित्य नए ध्वज रचता মুন্তুকী को खाजाने की कोशिश करता रहता है सदा जीवित रहने पर उसकी एक दूसरे क उद्धता नजाने क्या कर डालती ! दुनियां में हर समय रक्तपात ही दिखाई देता है।न कहीं कोई मनुष्य शांति दासता प्रकट करता है और न कोई भजन। सब एक दूसरे को नीचा दिखाने में लगे हुए हैं। बाबूलाल बाबूलाल .. - ShareChat
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🌸 सत्य वचन - सदगुरुदेवाय नमः " "श्री जब मृत्यु का भय हर समय मनुष्य के सिर पर रहता है. साथ ही किसी भी समय मृत्यु हो सकती है यह भी पता नहीं चलता तब भी मनुष्य अपने लिए न जाने कितने संग्रह रखता है। वह किसी भी समय उसे छोड सकता है। वह रात-्दिन छीना ्झपटी चोरी ्डकैती मक्कारी छल-्प्रपंच आदि में लगा रहता है। यदि Qag उसे अमरता का साहस मिल जाएतो मनुष्य जाति का प्रचंड पिशाच बन जाए इसमें कोई संदेह नहीं। बाबूलाल बाबूलाल . सदगुरुदेवाय नमः " "श्री जब मृत्यु का भय हर समय मनुष्य के सिर पर रहता है. साथ ही किसी भी समय मृत्यु हो सकती है यह भी पता नहीं चलता तब भी मनुष्य अपने लिए न जाने कितने संग्रह रखता है। वह किसी भी समय उसे छोड सकता है। वह रात-्दिन छीना ्झपटी चोरी ्डकैती मक्कारी छल-्प्रपंच आदि में लगा रहता है। यदि Qag उसे अमरता का साहस मिल जाएतो मनुष्य जाति का प्रचंड पिशाच बन जाए इसमें कोई संदेह नहीं। बाबूलाल बाबूलाल . - ShareChat
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☝अनमोल ज्ञान - सदगुरुदेवाय नमः ' "श्री लोकेषणा निःसंदेह एक प्रचंड तृष्णा है जो मनुष्य को बहुधा मनुष्यता से गिराकर ऐसे छल प्रपंच के काम करा्ती है जिसे कदाचित सामान्य स्थिति में विचार करने पर स्वयं करने वाला भी अच्छा नहीं बताएगा। बाबूलाल बाबूलाल५ सदगुरुदेवाय नमः ' "श्री लोकेषणा निःसंदेह एक प्रचंड तृष्णा है जो मनुष्य को बहुधा मनुष्यता से गिराकर ऐसे छल प्रपंच के काम करा्ती है जिसे कदाचित सामान्य स्थिति में विचार करने पर स्वयं करने वाला भी अच्छा नहीं बताएगा। बाबूलाल बाबूलाल५ - ShareChat
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🌸 सत्य वचन - "श्री सदगुरुदेवाय नमः " दशहरा के दिन रावण का पुतला जलाने से आपका व हमारा उद्धार होने वाला नही। अगर वाकई में आप अपना व हमारा उद्धार चाहते को चुन च हैंतो आप अपनी दस बुरी आदतों " चुनकर एक॰एक बुरी आदतों को जलाने का संकल्प लो तभी आपका दशहरा मनाना सार्थक है। अन्यथा सब भेड़चाल है पाखंड है। ননুেললে ননুেললে "श्री सदगुरुदेवाय नमः " दशहरा के दिन रावण का पुतला जलाने से आपका व हमारा उद्धार होने वाला नही। अगर वाकई में आप अपना व हमारा उद्धार चाहते को चुन च हैंतो आप अपनी दस बुरी आदतों " चुनकर एक॰एक बुरी आदतों को जलाने का संकल्प लो तभी आपका दशहरा मनाना सार्थक है। अन्यथा सब भेड़चाल है पाखंड है। ননুেললে ননুেললে - ShareChat
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☝अनमोल ज्ञान - सदगुरुदेवाय नमः " "श्री विषयों का सुख और आत्मा की शांति-इन दोनों में से हमें एक को चुनना है।यदि संसार में आत्मिक शांति प्राप्त करना है यदि दिव्य जीवन तक पहुंचना है यदि मृत्यु के इस संसार से मुक्त होना है-तो भौतिक जीवन के फल को नहीं चखना चाहिए। बाबूलाल बाबूलाल सदगुरुदेवाय नमः " "श्री विषयों का सुख और आत्मा की शांति-इन दोनों में से हमें एक को चुनना है।यदि संसार में आत्मिक शांति प्राप्त करना है यदि दिव्य जीवन तक पहुंचना है यदि मृत्यु के इस संसार से मुक्त होना है-तो भौतिक जीवन के फल को नहीं चखना चाहिए। बाबूलाल बाबूलाल - ShareChat
#🌸 सत्य वचन #❤️जीवन की सीख #👉 लोगों के लिए सीख👈 #👌 अच्छी सोच👍 #☝अनमोल ज्ञान
🌸 सत्य वचन - "श्री सदगुरुदेवाय नमः " यदि आपके जीवन में अशांति है असंतोष है तो अपना निरीक्षण करें अपनी रुचियों को परखें और उन प्रतिभाओं को खोज खोज कर रखें जो उनके आधार बने हैं और तब देखें कि आपके जीवन में सुख और शान्ति के सुंदर कुलों की बीच की दूरी बनी हुई है या नहीं ? बाबूलाल बाबूलाल५ "श्री सदगुरुदेवाय नमः " यदि आपके जीवन में अशांति है असंतोष है तो अपना निरीक्षण करें अपनी रुचियों को परखें और उन प्रतिभाओं को खोज खोज कर रखें जो उनके आधार बने हैं और तब देखें कि आपके जीवन में सुख और शान्ति के सुंदर कुलों की बीच की दूरी बनी हुई है या नहीं ? बाबूलाल बाबूलाल५ - ShareChat
#☝अनमोल ज्ञान #👉 लोगों के लिए सीख👈 #👌 अच्छी सोच👍 #❤️जीवन की सीख #🌸 सत्य वचन
☝अनमोल ज्ञान - "श्री सदगुरुदेवाय नमः " हमारेजीवन मेंजो भी अच्छे-बुरे दिखते हैं वे सब हमारे कर्मों का फल हैं। पूर्वजन्मों के कर्मों के अनुसार ही हमें इस जन्म में विभिन्न प्रकार की स्थिति का सामना करना पडता है। किसी का अमीर संस्कारी परिवार में जन्म होता है,तो किसी का दुराचारी निर्धन परिवार में। किसी को अनेकानेक सुख  सुविधाएं सरलता से उपलब्ध हैं। तो कोई अभाव और असुविधा में जीवन निर्वाह करता है। इस सार्वजनिक के लिए हम किसी अन्यको दोष नहीं दे सकते। अब यदि हम बुरे।कर्म करते हैं तो अगले जन्म में हमें जीव-्जंतुओं की न जाने कितनी योनियों में अभिशाप भोगने पड़ेंगे और मानव शरीर मिलने की तो बात ही छोड़ दो। ননুলাল ননুললে "श्री सदगुरुदेवाय नमः " हमारेजीवन मेंजो भी अच्छे-बुरे दिखते हैं वे सब हमारे कर्मों का फल हैं। पूर्वजन्मों के कर्मों के अनुसार ही हमें इस जन्म में विभिन्न प्रकार की स्थिति का सामना करना पडता है। किसी का अमीर संस्कारी परिवार में जन्म होता है,तो किसी का दुराचारी निर्धन परिवार में। किसी को अनेकानेक सुख  सुविधाएं सरलता से उपलब्ध हैं। तो कोई अभाव और असुविधा में जीवन निर्वाह करता है। इस सार्वजनिक के लिए हम किसी अन्यको दोष नहीं दे सकते। अब यदि हम बुरे।कर्म करते हैं तो अगले जन्म में हमें जीव-्जंतुओं की न जाने कितनी योनियों में अभिशाप भोगने पड़ेंगे और मानव शरीर मिलने की तो बात ही छोड़ दो। ননুলাল ননুললে - ShareChat