आपको भी विजयादशमी (दशहरा) की हार्दिक बधाई एवं ढेर सारी शुभकामनाएं! यह पर्व सत्य पर असत्य और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। यह हमें सभी प्रकार की बुराइयों का अंत कर सही मार्ग पर चलने और सुख, समृद्धि और सफलता पाने की प्रेरणा देता है।
विजयादशमी का महत्व
सत्य की जीत:
विजयादशमी 'विजय' और 'दशमी' से मिलकर बना है, जिसका अर्थ है दसवां दिन। यह पर्व हमें बताता है कि भले ही बुराई कितनी भी बड़ी क्यों न हो, अंततः जीत सच्चाई और अच्छाई की ही होती है।
बुराई का विनाश:
यह पर्व बुराई पर अच्छाई की विजय का उत्सव है। रावण दहन इस बुराई के अंत का प्रतीक है, जिसे देखकर हमें अपने अंदर की बुराइयों का अंत करने की प्रेरणा मिलती है।
प्रेरणा का पर्व:
यह पर्व धर्म और मानवता के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है।
शुभकामनाएं
यह त्यौहार आपके जीवन में खुशियाँ, समृद्धि और शांति लेकर आए। आपको जीवन की हर चुनौती का सामना करने की शक्ति मिले। #विजयादशमी दशहरा #🙏नवरात्रि Status🙏 #🏹दशहरा Coming Soon⌛ #🏹दशहरा Coming Soon⌛
'महमूद जी' के नाम से मशहूर, महमूद अली (29 सितंबर, 1932 – 23 जुलाई, 2004) हिंदी सिनेमा के एक महान हास्य अभिनेता और फिल्म निर्देशक थे।
उन्हें हिंदी फिल्मों में अपने बेमिसाल अभिनय, खासकर कॉमेडी रोल्स के लिए जाना जाता है।
उनके बारे में कुछ मुख्य बातें:
करियर: उन्होंने अपने लगभग तीन दशक लंबे करियर में 300 से ज़्यादा हिंदी फिल्मों में काम किया।
प्रमुख फिल्में: उनकी कुछ यादगार फिल्में हैं 'पड़ोसन' (इसमें उन्होंने साउथ इंडियन म्यूज़िक टीचर का कालजई किरदार निभाया), 'गुमनाम', 'बॉम्बे टू गोवा', 'प्यार किए जा', और 'कुंवारा बाप'।
अन्य भूमिकाएँ: वह सिर्फ अभिनेता ही नहीं, बल्कि निर्देशक, निर्माता, और पार्श्वगायक भी थे।
पुरस्कार: उन्हें सर्वश्रेष्ठ हास्य कलाकार के लिए कई फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिले।
पारिवारिक जीवन: वह अभिनेता मुमताज अली के बेटे थे। उन्होंने अभिनेत्री मीना कुमारी की बहन मधु से शादी की थी। उनके बेटे लकी अली भी जाने-माने गायक और अभिनेता हैं।
उन्होंने कई हास्य किरदारों को अमर कर दिया और हिंदी सिनेमा के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। #महमूद जी #🗞️29 सितंबर के अपडेट 🔴 #🗞️🗞️Latest Hindi News🗞️🗞️ #🗞breaking news🗞 #aaj ki taaja khabar
विश्व हृदय दिवस (World Heart Day) हर साल 29 सितंबर को मनाया जाता है।
यह दिन कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों (CVDs) के बारे में लोगों को जागरूक करने और हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए एक वैश्विक पहल है।
मुख्य बातें:
उद्देश्य: इसका मुख्य उद्देश्य हृदय रोगों से होने वाली मौतों की रोकथाम के लिए जागरूकता फैलाना और लोगों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना है।
शुरुआत: इसकी शुरुआत वर्ष 2000 में वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन (World Heart Federation) द्वारा विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के सहयोग से की गई थी।
महत्व: हृदय रोग आज दुनियाभर में मृत्यु का एक प्रमुख कारण है, इसलिए यह दिन लोगों को धूम्रपान, अस्वस्थ खान-पान, और शारीरिक निष्क्रियता जैसे जोखिम कारकों के बारे में जागरूक करता है।
विश्व हृदय दिवस 2024 की थीम विश्व हृदय दिवस 2024 की थीम थी: "Use Heart for Action" (कार्रवाई के लिए हृदय का उपयोग करें)।
यह थीम लोगों को अपने दिल के स्वास्थ्य की देखभाल करने और हृदय रोग की रोकथाम के लिए कदम उठाने हेतु प्रेरित करने पर केंद्रित थी। #विश्व हृदय दिवस #🗞️29 सितंबर के अपडेट 🔴 #🗞️🗞️Latest Hindi News🗞️🗞️ #🗞breaking news🗞 #aaj ki taaja khabar
विश्व मूक बधिर दिवस (World Deaf Day)
कब मनाया जाता है: विश्व मूक बधिर दिवस मुख्य रूप से सितंबर के अंतिम रविवार को मनाया जाता है।
यह दिन विश्व बधिर सप्ताह (International Week of the Deaf) के भाग के रूप में मनाया जाता है, जो सितंबर के अंतिम सप्ताह में होता है।
इसके अलावा, 23 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित अंतर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस (International Day of Sign Languages) भी मनाया जाता है, जो बधिर समुदाय के अधिकारों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है।
उद्देश्य और महत्व:
इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य बधिर लोगों के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक अधिकारों के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाना, और समाज तथा देश में उनकी उपयोगिता के बारे में बताना है। यह दिन सांकेतिक भाषाओं के महत्व को भी बढ़ावा देता है, क्योंकि यह बधिर समुदाय की भाषाई और सांस्कृतिक पहचान का एक अनिवार्य हिस्सा है। #विश्व मूक बधिर दिवस #🗞️29 सितंबर के अपडेट 🔴 #🗞️🗞️Latest Hindi News🗞️🗞️ #🗞breaking news🗞 #aaj ki taaja khabar
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सरस्वती आवाहन का अर्थ है ज्ञान, कला और बुद्धि की देवी माँ सरस्वती का आह्वान (बुलाना) करना। यह एक अत्यंत पवित्र अनुष्ठान है जो देवी के आशीर्वाद को प्राप्त करने के लिए किया जाता है।
यह मुख्य रूप से नवरात्रि के दौरान, विशेष रूप से अंतिम तीन दिनों में, या बसंत पंचमी के अवसर पर किया जाता है।
सरस्वती आवाहन का महत्व
'आवाहन' शब्द का अर्थ है निमंत्रण देना या पुकारना। इस अनुष्ठान के द्वारा भक्त देवी सरस्वती को अपने पूजा स्थल और जीवन में आमंत्रित करते हैं।
ज्ञान और बुद्धि की प्राप्ति: माँ सरस्वती को विद्या की देवी माना जाता है। उनका आह्वान करने से एकाग्रता बढ़ती है और अज्ञानता का नाश होता है।
कला और रचनात्मकता में वृद्धि: कलाकार, संगीतकार और लेखक विशेष रूप से देवी का आह्वान करते हैं ताकि उनकी कला और रचनात्मकता को देवी का आशीर्वाद मिल सके।
शुभ शुरुआत: शिक्षा या कला के क्षेत्र में किसी भी नए कार्य को शुरू करने से पहले सरस्वती आवाहन करना शुभ माना जाता है।
प्रमुख सरस्वती मंत्र (आवाहन के लिए)
आवाहन और पूजा के दौरान विभिन्न मंत्रों का जाप किया जाता है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण और लोकप्रिय मंत्र दिए गए हैं:
1. सरस्वती वंदना / ध्यान मंत्र (Saraswati Dhyan Mantra)
यह सबसे प्रसिद्ध श्लोक है जिसका उपयोग देवी सरस्वती के सुंदर स्वरूप का ध्यान करने और उनका आह्वान करने के लिए किया जाता है:
या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता, या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना। या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता, सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा॥
(अर्थ: जो कुंद के फूल, चंद्रमा, हिमराशि और मोती के हार की तरह श्वेत हैं; जो श्वेत वस्त्रों से ढकी हैं; जिनके हाथों में वीणा सुशोभित है; जो श्वेत कमल के आसन पर विराजमान हैं; जिनकी ब्रह्मा, विष्णु, महेश आदि देवता हमेशा वंदना करते हैं, वह संपूर्ण जड़ता (अज्ञान) को दूर करने वाली भगवती सरस्वती मेरी रक्षा करें।)
2. सरस्वती बीज मंत्र (Saraswati Beej Mantra)
यह अत्यंत शक्तिशाली और सरल मंत्र है, जिसका जाप करना बहुत फलदायक माना जाता है: ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः। (Om Aim Saraswatyai Namah)
3. सरस्वती गायत्री मंत्र (Saraswati Gayatri Mantra)
ॐ वागदैव्यै च विद्महे कामराजाय धीमहि। तन्नो देवी प्रचोदयात्॥
(अर्थ: हम वाग्देवी को जानते हैं और कामराज का ध्यान करते हैं, वह देवी हमें प्रेरित करें।)
आवाहन की सामान्य विधि
शुद्धि और तैयारी: स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें। पूजा स्थल को साफ करें और माँ सरस्वती की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
कलश स्थापना: यदि संभव हो, तो एक कलश में जल भरकर, उस पर आम के पत्ते और नारियल रखकर स्थापित करें।
संकल्प: हाथ में फूल, चावल (अक्षत) और जल लेकर, पूजा का उद्देश्य बोलते हुए (जैसे ज्ञान, कला या परीक्षा में सफलता के लिए) संकल्प लें।
आवाहन: देवी को आमंत्रित करने के लिए ऊपर दिए गए ध्यान मंत्र या अन्य आवाहन मंत्रों का जाप करें।
प्रतिष्ठापन: हाथ में अक्षत लेकर इस मंत्र को बोलें और अक्षत देवी के चरणों में अर्पित करें: ॐ भूर्भुवः स्वः सरस्वती देव्यै इहागच्छ इह तिष्ठ।
पूजन: देवी को फूल (विशेषकर सफेद या पीले), चंदन, कुमकुम, धूप, दीप और सफेद रंग की मिठाई (जैसे खीर) या फल अर्पित करें। अपनी किताबें, वाद्य यंत्र और अध्ययन सामग्री भी देवी के सामने रखें।
मंत्र जाप: अपनी श्रद्धा और समय के अनुसार सरस्वती मंत्रों का जाप करें।
आरती और क्षमा प्रार्थना: अंत में माँ सरस्वती की आरती करें और पूजा में हुई किसी भी त्रुटि के लिए क्षमा माँगें। #सरस्वती आवाहन #🗞️29 सितंबर के अपडेट 🔴 #🗞️🗞️Latest Hindi News🗞️🗞️ #🗞breaking news🗞 #aaj ki taaja khabar
कॉफी के दो प्रमुख दिवस मनाए जाते हैं:
अंतर्राष्ट्रीय कॉफी दिवस (International Coffee Day):
यह हर साल 1 अक्टूबर को दुनिया भर में मनाया जाता है।
इसे अंतर्राष्ट्रीय कॉफी संगठन (International Coffee Organization - ICO) ने 2015 में घोषित किया था।
इसका उद्देश्य कॉफी के व्यवसाय से जुड़े लोगों, खासकर किसानों और श्रमिकों के सम्मान और कॉफी के व्यापार को बढ़ावा देना है।
राष्ट्रीय कॉफी दिवस (National Coffee Day):
कई देश अपनी राष्ट्रीय कॉफी दिवस अलग-अलग तारीखों पर मनाते हैं।
उदाहरण के लिए, संयुक्त राज्य अमेरिका (U.S.) और कनाडा में यह 29 सितंबर को मनाया जाता है।
भारत सहित अधिकांश देश 1 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय कॉफी दिवस के रूप में मनाते हैं।
भारत दुनिया में कॉफी का छठा सबसे बड़ा उत्पादक देश है। #राष्ट्रीय कॉफी दिवस #🗞️29 सितंबर के अपडेट 🔴 #🗞️🗞️Latest Hindi News🗞️🗞️ #🗞breaking news🗞 #aaj ki taaja khabar
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