प्यारा आँखों का वहीं, जिसमें दिखता प्यार I
मन की बागों में खिले, बनकर फूल बहार ॥
बनकर फूल बहार, बसन्ती मौसम जैसे I
हँसे कली कचनार ,भाव हो कोमल ऐसे ॥
मधुर वचन रसधार, लगे गंगा की धारा ।
प्रेम सिक्त व्यवहार , करे जो सबसे प्यारा ॥ #📗प्रेरक पुस्तकें📘 #👍📝 हिन्दी साहित्य 💐🌹 अधूरे अल्फाज 🌺 #✍मेरे पसंदीदा लेखक #कविता #📚कविता-कहानी संग्रह