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#🙏 श्री राम #🎁दिवाली गिफ्ट 🪔 #🪔दीपावली कोट्स✍️ #📗प्रेरक पुस्तकें📘 #🙏शाम की आरती🪔
🙏 श्री राम - Anisam World Wishes you Happy Diwal Festival of Lights May this Diwali fill your home with divine light, endless happiness, and cherished moments with loved ones. Anisam World Wishes you Happy Diwal Festival of Lights May this Diwali fill your home with divine light, endless happiness, and cherished moments with loved ones. - ShareChat
#🙏 श्री राम #🌞 Good Morning🌞 #📖जीवन का लक्ष्य🤔 #👍 डर के आगे जीत👌
🙏 श्री राम - प्रश्न - जब भी मैं अपनी बुरी आदतों को छोड़ने का सोचता हूँ, उसी वक्त से मेरा मन उसी काम को करने लगता है, जिसे मुझे छोड़ना होता है। जितनी भी कोशिश कर लूँ, वो छूटती ही नहीं। मुझसे आदत 377 जिस तरह आग लगने से पहले उसकी वजह ढूँढ़ना ज़रूरी होता है, उसी तरह किसी बुरी आदत को छोड़ने से पहले यह समझना बहुत ज़रूरी है कि असली वजह क्या है। ध्यान (Meditation) कीजिए। जब आप ध्यान में बैठेंगे तो जिस दिशा में आपका मन सबसे पहले भटकेगा , समझ लीजिए वही आपकी बुरी आदत की जड़ है। जब वजह समझ में आ जाती है, तब उसे बदलना आसानं हो जाता है। **"Subh Dipwali"** प्रश्न - जब भी मैं अपनी बुरी आदतों को छोड़ने का सोचता हूँ, उसी वक्त से मेरा मन उसी काम को करने लगता है, जिसे मुझे छोड़ना होता है। जितनी भी कोशिश कर लूँ, वो छूटती ही नहीं। मुझसे आदत 377 जिस तरह आग लगने से पहले उसकी वजह ढूँढ़ना ज़रूरी होता है, उसी तरह किसी बुरी आदत को छोड़ने से पहले यह समझना बहुत ज़रूरी है कि असली वजह क्या है। ध्यान (Meditation) कीजिए। जब आप ध्यान में बैठेंगे तो जिस दिशा में आपका मन सबसे पहले भटकेगा , समझ लीजिए वही आपकी बुरी आदत की जड़ है। जब वजह समझ में आ जाती है, तब उसे बदलना आसानं हो जाता है। **"Subh Dipwali"** - ShareChat
#📖जीवन का लक्ष्य🤔 #👍 डर के आगे जीत👌 #🌞 Good Morning🌞 #🙏 श्री राम #🙏कर्म क्या है❓
📖जीवन का लक्ष्य🤔 - प्रश्नः द्वापर युग में - और उससे पहले सतयुग व त्रेता में भी - असुरों (दानवों ) द्वारा हज़ारों साल तंक तपस्या करते थे॰ और मैं 5 मिनंट भी ध्यान नहीं लगा पाता, क्यों? उत्तरः उस समय शरीर और मन अधिक सशक्त हुआ करते थे। आधुनिक समय की तरह विकर्षण (distractions) नहीं थे। धयेय और इच्छाशक्ति बहुत तीव्र होती थी पुराणों के अनुसार, जब कोई साधक 4124چ}473< ~ तपस्या करता था, तो उसकी साधना से आध्यात्मिक ऊर्जा गहरी (तेज / तप) उत्पन्न होती थी। इसं ऊर्जा को देखकर देवता या ब्रह्मा जी प्रकट होकर वरदान देते 41 प्रश्नः द्वापर युग में - और उससे पहले सतयुग व त्रेता में भी - असुरों (दानवों ) द्वारा हज़ारों साल तंक तपस्या करते थे॰ और मैं 5 मिनंट भी ध्यान नहीं लगा पाता, क्यों? उत्तरः उस समय शरीर और मन अधिक सशक्त हुआ करते थे। आधुनिक समय की तरह विकर्षण (distractions) नहीं थे। धयेय और इच्छाशक्ति बहुत तीव्र होती थी पुराणों के अनुसार, जब कोई साधक 4124چ}473< ~ तपस्या करता था, तो उसकी साधना से आध्यात्मिक ऊर्जा गहरी (तेज / तप) उत्पन्न होती थी। इसं ऊर्जा को देखकर देवता या ब्रह्मा जी प्रकट होकर वरदान देते 41 - ShareChat
#🌞 Good Morning🌞 #🙏कर्म क्या है❓ #👍 डर के आगे जीत👌 #🙏 श्री राम #📖जीवन का लक्ष्य🤔
🌞 Good Morning🌞 - सुबह सुबह आरती या मंत्रोच्चार (chants) मन को ताज़ा और हल्का महसूस कराते हैं क्योंकि ध्यान और एकाग्रता बढ़ती हैः जब हम मंत्र या आरती पर ध्यान लगाते हैं, तो मन बिखरता नहीं , बल्कि एक दिशा में केंद्रित होता है - इससे दिन की शुरुआत फोकस के साथ होती है। इसीलिए कहा जाता है ~ " सुबह की प्रार्थना सिर्फ भगवान को नहीं, अपने मन को भी जगाने का तरीका है।" सुबह सुबह आरती या मंत्रोच्चार (chants) मन को ताज़ा और हल्का महसूस कराते हैं क्योंकि ध्यान और एकाग्रता बढ़ती हैः जब हम मंत्र या आरती पर ध्यान लगाते हैं, तो मन बिखरता नहीं , बल्कि एक दिशा में केंद्रित होता है - इससे दिन की शुरुआत फोकस के साथ होती है। इसीलिए कहा जाता है ~ " सुबह की प्रार्थना सिर्फ भगवान को नहीं, अपने मन को भी जगाने का तरीका है।" - ShareChat
#🙏कर्म क्या है❓ #🌞 Good Morning🌞 #🙏 श्री राम #👍 डर के आगे जीत👌 #📖जीवन का लक्ष्य🤔
🙏कर्म क्या है❓ - प्रश्नः क्या किसी के बोले गए सारे कोट्स / अच्छी बातें मेरे किसी काम की होती हैं या सिर्फ सुनने में अच्छी लगती हैं? 3: सभी बातें तब तक सिर्फ बातें ही रहती हैं जब तक वे हमारे " आत्मा " से जुड़कर हमारी " आदतों " का हिस्सा न जब कोई बात हमारे सोचने और जीने के ढंग में बन जाएं उतर जाती है, तभी वह सच में हमारे काम की बनती है। 'आपका दिन शुभ हो।" Il प्रश्नः क्या किसी के बोले गए सारे कोट्स / अच्छी बातें मेरे किसी काम की होती हैं या सिर्फ सुनने में अच्छी लगती हैं? 3: सभी बातें तब तक सिर्फ बातें ही रहती हैं जब तक वे हमारे " आत्मा " से जुड़कर हमारी " आदतों " का हिस्सा न जब कोई बात हमारे सोचने और जीने के ढंग में बन जाएं उतर जाती है, तभी वह सच में हमारे काम की बनती है। 'आपका दिन शुभ हो।" Il - ShareChat
#🌞 Good Morning🌞 #🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #🙏 श्री राम #👍 डर के आगे जीत👌 #🙏कर्म क्या है❓
🌞 Good Morning🌞 - নী কমা ট নী মুতী नहीं देता? ؟٤ वो कोई बाहर की शक्ति नहीं है, নী अंदर का अहंकार , 35R पुरानी आदतें और भय है। अहंकार कहता है - मुझे बदलना नहीं. " आदतें कहती हैं ऐसे ही ठीक हूँ॰ भय कहताहै अगर बदला गया तो मैं कौन बनूँगा ? নী কমা ট নী মুতী नहीं देता? ؟٤ वो कोई बाहर की शक्ति नहीं है, নী अंदर का अहंकार , 35R पुरानी आदतें और भय है। अहंकार कहता है - मुझे बदलना नहीं. " आदतें कहती हैं ऐसे ही ठीक हूँ॰ भय कहताहै अगर बदला गया तो मैं कौन बनूँगा ? - ShareChat
#🙏कर्म क्या है❓ #👍 डर के आगे जीत👌 #🙏 श्री राम #🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #🌞 Good Morning🌞
🙏कर्म क्या है❓ - ईश्वर की रोशनी कहाँ है?" স8স: ईश्वर की रोशनी मेरे साथ है। ईश्वर की रोशनी कहाँ है?" স8স: ईश्वर की रोशनी मेरे साथ है। - ShareChat
#🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #🌞 Good Morning🌞 #🙏 श्री राम #📗प्रेरक पुस्तकें📘 #👍 डर के आगे जीत👌
🙏🏻आध्यात्मिकता😇 - गहरा और सुंदर प्रश्न है "आत्मा और परमात्मा एक ही हैं या अलग ्अलग?" Q "जैसे सूरज और उसकी किरण में कोई अंतर नहीं _ वैसे ही आत्मा और परमात्मा में कोई भेद नहीं।" गहरा और सुंदर प्रश्न है "आत्मा और परमात्मा एक ही हैं या अलग ्अलग?" Q "जैसे सूरज और उसकी किरण में कोई अंतर नहीं _ वैसे ही आत्मा और परमात्मा में कोई भेद नहीं।" - ShareChat
#📖जीवन का लक्ष्य🤔 #🙏 श्री राम #🌞 Good Morning🌞 #📗प्रेरक पुस्तकें📘 #🙏🏻आध्यात्मिकता😇
📖जीवन का लक्ष्य🤔 - ShareChat
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#🎁दिवाली गिफ्ट 🪔 #📖जीवन का लक्ष्य🤔 #🙏 श्री राम #❤️जीवन की सीख #👍 डर के आगे जीत👌
🎁दिवाली गिफ्ट 🪔 - प्रश्नः "हे ईश्वर, मैं तुम्हें कैसे पा सकता हूँ?" अंदर हूँ। मैं ही तुम्हारी नींद हूँ और मैं ही ওনং: "মকী নী 5R तुम मुझे पा सकोगे।" चेतना। ध्यान लगाओ... फिर ' तुम्हारी प्रश्नः "हे ईश्वर, मैं तुम्हें कैसे पा सकता हूँ?" अंदर हूँ। मैं ही तुम्हारी नींद हूँ और मैं ही ওনং: "মকী নী 5R तुम मुझे पा सकोगे।" चेतना। ध्यान लगाओ... फिर ' तुम्हारी - ShareChat