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#☝अनमोल ज्ञान #🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #🙏आध्यात्मिक गुरु🙏 #🧘सदगुरु जी🙏 #🙏गुरु महिमा😇
☝अनमोल ज्ञान - লিৎ 2026 & रखना होगा जिसके लिए " मैं " के अहंकार अपने आपको विसर्जन होना हमारे स्वजनों को का आवश्यक है। तैयार करें। नियमित ध्यान से जैसा कि हमने आज सामुहिकता  पवित्र के प्रवचन में गुरुदेव के साथ जुड़े रहे। कि आनेवाला सुना उससे Aura 2026 ಹಕಗ সময आभामंडल का दिव्य पिछले करीब 5 8 सुरक्षा कवच हमारे वर्षों से समुद्र मंथन आसपास निर्माण चल रहा था। अब होगा और गुरुशक्तियों उसमें से अमृत के को समर्पित रहेंगे तो সাথ সাথ নিস নী को समर्पित रहेंगे तो बाहर आने वाला है। वह कवच सदैव बना रहेगा - हमें सुरक्षा  हमारा चित्त जहां होता है वहीं से प्रदान करेगा | वैसी ही उर्जा जाने अनजाने में हमसे हमें अपने आपको ग्रहण होती ही रहती आनेवाले समय के 81 लिए तैयार करना आनेवाले विष से हमें होगा| सहनशीलता सुरक्षित रहेने के लिए @GTt గWfI हमारे चित्त को पवित्र লিৎ 2026 & रखना होगा जिसके लिए " मैं " के अहंकार अपने आपको विसर्जन होना हमारे स्वजनों को का आवश्यक है। तैयार करें। नियमित ध्यान से जैसा कि हमने आज सामुहिकता  पवित्र के प्रवचन में गुरुदेव के साथ जुड़े रहे। कि आनेवाला सुना उससे Aura 2026 ಹಕಗ সময आभामंडल का दिव्य पिछले करीब 5 8 सुरक्षा कवच हमारे वर्षों से समुद्र मंथन आसपास निर्माण चल रहा था। अब होगा और गुरुशक्तियों उसमें से अमृत के को समर्पित रहेंगे तो সাথ সাথ নিস নী को समर्पित रहेंगे तो बाहर आने वाला है। वह कवच सदैव बना रहेगा - हमें सुरक्षा  हमारा चित्त जहां होता है वहीं से प्रदान करेगा | वैसी ही उर्जा जाने अनजाने में हमसे हमें अपने आपको ग्रहण होती ही रहती आनेवाले समय के 81 लिए तैयार करना आनेवाले विष से हमें होगा| सहनशीलता सुरक्षित रहेने के लिए @GTt గWfI हमारे चित्त को पवित्र - ShareChat
#🙏गुरु महिमा😇 #☝अनमोल ज्ञान #🧘सदगुरु जी🙏 #🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #🙏आध्यात्मिक गुरु🙏
🙏गुरु महिमा😇 - आनेवाले भविष्य में मनुष्य के सुखी जीवन का मुख्य सहनशीलता आधार ही होगी क्योंकि इस सहनशीलता की कमी मनुष्य-्जगत में होनेवाली है। मनुष्य को सहनशीलता एक सशक्त आत्मा की देन है। सहनशीलता एक ऐसी शक्ति है जो ध्यान करने से मनुष्य के भीतर ही विकसित होती है। प्रत्येक मनुष्य को यह स्वयं विकसित करनी ٩؟٨ ٤١ ٤٩ ے٤< प्राप्त नहीं किया जा सकता है। पूज्य श्री परम शिवकृपानंद নাসীতী हिमालय का समर्पण योग आनेवाले भविष्य में मनुष्य के सुखी जीवन का मुख्य सहनशीलता आधार ही होगी क्योंकि इस सहनशीलता की कमी मनुष्य-्जगत में होनेवाली है। मनुष्य को सहनशीलता एक सशक्त आत्मा की देन है। सहनशीलता एक ऐसी शक्ति है जो ध्यान करने से मनुष्य के भीतर ही विकसित होती है। प्रत्येक मनुष्य को यह स्वयं विकसित करनी ٩؟٨ ٤١ ٤٩ ے٤< प्राप्त नहीं किया जा सकता है। पूज्य श्री परम शिवकृपानंद নাসীতী हिमालय का समर्पण योग - ShareChat
#🙏आध्यात्मिक गुरु🙏 #☝अनमोल ज्ञान #🙏गुरु महिमा😇 #🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #🧘सदगुरु जी🙏
🙏आध्यात्मिक गुरु🙏 - समर्पण कमजोरी नहीं, बल्कि गहन शक्ति का प्रतीक है, क्योंकि यह हमें अनावश्यक बोझों को छोड़ने और सामंजस्यपूर्ण जीवन अपनाने की अधिक संतुलित व देता है। अनुमति  श्री जी १५.११.२०२५ जय बाबा स्वामी Il अब ध्यान से मोक्ष तक पहुंचना हमारा टार्गेट है, हमारा उद्देश्य है, उसी के लिए हमने जन्म लिया है sthittpragya  ٥٢٧٢ Vug | Famlly ।उसको हम प्राप्त करके ही रहेंगे | बीच मे जो னா भी अडचने आए॰ वो केवल और केवल हमारी परीक्षा है | क्योकी परीक्षा पास  किए बिना #aa समझाने ; अगली कक्षा मे नहीं पहुंचते है, वैसे बीच मे जो भी हमारे जीवन मे हो रहा है घटित , फिर चाहे वो परिवार मे हो रहा है, चाहे वो हमारी नौकरी मे हो समझते भुगत an रहा है या हमारे जीवन मे हो रहा है, जीवनसाथी वो जो कुछ भी है न, 05 &71, के द्वारा या बच्चों वो मायारुपी परीक्षाए है आपकी | उन परीक्षाओं Yug ' हैं। समझते करते हुए अप आगे बढेंगे | को पास कर समर्पण कमजोरी नहीं, बल्कि गहन शक्ति का प्रतीक है, क्योंकि यह हमें अनावश्यक बोझों को छोड़ने और सामंजस्यपूर्ण जीवन अपनाने की अधिक संतुलित व देता है। अनुमति  श्री जी १५.११.२०२५ जय बाबा स्वामी Il अब ध्यान से मोक्ष तक पहुंचना हमारा टार्गेट है, हमारा उद्देश्य है, उसी के लिए हमने जन्म लिया है sthittpragya  ٥٢٧٢ Vug | Famlly ।उसको हम प्राप्त करके ही रहेंगे | बीच मे जो னா भी अडचने आए॰ वो केवल और केवल हमारी परीक्षा है | क्योकी परीक्षा पास  किए बिना #aa समझाने ; अगली कक्षा मे नहीं पहुंचते है, वैसे बीच मे जो भी हमारे जीवन मे हो रहा है घटित , फिर चाहे वो परिवार मे हो रहा है, चाहे वो हमारी नौकरी मे हो समझते भुगत an रहा है या हमारे जीवन मे हो रहा है, जीवनसाथी वो जो कुछ भी है न, 05 &71, के द्वारा या बच्चों वो मायारुपी परीक्षाए है आपकी | उन परीक्षाओं Yug ' हैं। समझते करते हुए अप आगे बढेंगे | को पास कर - ShareChat
#🙏आध्यात्मिक गुरु🙏 #🙏गुरु महिमा😇 #☝अनमोल ज्ञान #🧘सदगुरु जी🙏 #🙏🏻आध्यात्मिकता😇
🙏आध्यात्मिक गुरु🙏 - Gutaltva Shree Shirupnnd Swami G faltvas a ٥  ٥  n 3261 326 16.11.2025 16/11/25 Sunday Sunday Soul 8117 m eಲ Bad thoughts coming to the mind is not as { সন bad as those thoughts being $ল3 convertedinto 8~8 ডমনয actsideeds म<न 0 Jaa దఃి < Baba Swami 16.11.2025 ಒ1ವ  1 0 [6 ~ [ ~   a [  n [ ~ [   న a ~ [ { n Gutaltva Shree Shirupnnd Swami G faltvas a ٥  ٥  n 3261 326 16.11.2025 16/11/25 Sunday Sunday Soul 8117 m eಲ Bad thoughts coming to the mind is not as { সন bad as those thoughts being $ল3 convertedinto 8~8 ডমনয actsideeds म<न 0 Jaa దఃి < Baba Swami 16.11.2025 ಒ1ವ  1 0 [6 ~ [ ~   a [ n [ ~ [   న a ~ [ { n - ShareChat
#🙏आध्यात्मिक गुरु🙏 #☝अनमोल ज्ञान #🙏गुरु महिमा😇 #🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #🧘सदगुरु जी🙏
🙏आध्यात्मिक गुरु🙏 - 491914|1 GullMva Guutllia अपुन (हम) देखते है न, मुॅनित पहले ऋषि ध्यान करने बैठते मनुष्य जन्म लेते समय अपने साथ उपासना " तूफान At the time oftaking birth man does  पद्धति को लेकर नहीं जन्गता हैः जिस घरगें जन्ग आता था, बरसात आती not take birth along with the method लेता है उस घर की उपासना पद्धति उस पर लगा ೫, * of worship; the method of worship 0f तूफान और जाती ह। the house in which he is bom is  बरसात* नहीं, ये एक शिवकृपानंद स्वामीजी परम पज्य शी attached to him खातः सत्य का आविष्कार ग्रंध प्रकार के विघ्न है।ये विघ्न Pujya Shree Shivkrupanand Swamiji Vaa Sources Discovery of the Truth Book *आकरके आपका चित्त डायवर्ट करेंगे*. गुरुपूर्णिमा महोत्सव २०२५ ध्यानस्थली मोरबी जिंदगी वहीं रुकी है    जहाँ तुमने डर को हाँ उपासना पद्धति बाहरी है। उपासना कहदिया था। की पद्धति बदलने से भीतर कुछ बदलाव नहीं होता है। पर पून्च शाशिवरणनतसवापाना i: `HolM iup ,u   तुम उम्र केकिस पडाव से रहःहो हुँजर ये महत्व पूर्ण नर्ही तुम उम्र के प्रभाव से अपने चित्त को कितना मुक्त कर पाये हो " बहत ही महत्वपूर्ण मुक्ति इसी स्थिति र निर्भर होती ह। arrd ಗ तुम्हारी  "प्रेम ही परमात्मा है' JAY BABA SWAMI 491914|1 GullMva Guutllia अपुन (हम) देखते है न, मुॅनित पहले ऋषि ध्यान करने बैठते मनुष्य जन्म लेते समय अपने साथ उपासना " तूफान At the time oftaking birth man does  पद्धति को लेकर नहीं जन्गता हैः जिस घरगें जन्ग आता था, बरसात आती not take birth along with the method लेता है उस घर की उपासना पद्धति उस पर लगा ೫, * of worship; the method of worship 0f तूफान और जाती ह। the house in which he is bom is  बरसात* नहीं, ये एक शिवकृपानंद स्वामीजी परम पज्य शी attached to him खातः सत्य का आविष्कार ग्रंध प्रकार के विघ्न है।ये विघ्न Pujya Shree Shivkrupanand Swamiji Vaa Sources Discovery of the Truth Book *आकरके आपका चित्त डायवर्ट करेंगे*. गुरुपूर्णिमा महोत्सव २०२५ ध्यानस्थली मोरबी जिंदगी वहीं रुकी है    जहाँ तुमने डर को हाँ उपासना पद्धति बाहरी है। उपासना कहदिया था। की पद्धति बदलने से भीतर कुछ बदलाव नहीं होता है। पर पून्च शाशिवरणनतसवापाना i: `HolM iup ,u   तुम उम्र केकिस पडाव से रहःहो हुँजर ये महत्व पूर्ण नर्ही तुम उम्र के प्रभाव से अपने चित्त को कितना मुक्त कर पाये हो " बहत ही महत्वपूर्ण मुक्ति इसी स्थिति र निर्भर होती ह। arrd ಗ तुम्हारी  "प्रेम ही परमात्मा है' JAY BABA SWAMI - ShareChat
#🙏आध्यात्मिक गुरु🙏 #🙏गुरु महिमा😇 #☝अनमोल ज्ञान #🧘सदगुरु जी🙏 #🙏🏻आध्यात्मिकता😇
🙏आध्यात्मिक गुरु🙏 - JAY BAB SUNIINLL अहंकार सबसे बाद में छूटता है " पूर्वजन्म ्मे जो  கி சிக்க# सापना जन्म रमे 'अनुभूर्ति को प्राप्त ७९ ही। गत जन्म  क्योकि वह शरीरका एहसास की अतृप्ति से इस जन्म ्में आना पड़ा हे। साधु  तो आप पूर्वजन्म से ही हो। साधनारत तो आप कराते रहता है। उसके छूट पूर्वजन्म से ही हो। गत जन्म र्मे चित्त की अतृप्ति से मोक्ष प्राप्ति से अटक गए। अव इस  जन्म र्मे वह भी हो गई। अव तो जाग जाओ  जाने परशरीर का एहसास ओर इस जीवन में अपने मानव जन्म का लक्ष्य  परोक्षफूकीयश्री्ति ककृोपानंदस्वामीजी  नेहीं होता। |बाबा खामी जी॰ अपनी ऑत्माा जितनी प्रसन्न होगी पूज्य वह उतनी ही सशक्त होगी पूज्य बाबा स्वामी एकान्त में केवल वही व्यक्ति बैठ सकता है जिसका चिन शीतर है रात कितनी भी काली हो परूज्य बाबा स्वामी समाप्त होगी ही। रात में JAYBABASWAMI हो॰एक कितना ही अंधेरा कात्मज्ञान तो बहुत लोग पाते है बिरला ही कोई समय के बाद सूरज उगता बुद्धव्यक्ति उसे बांट ही है। |बाबा स्वामी जी। पाता हे पूज्य बाबा स्वामी JAY BAB SUNIINLL अहंकार सबसे बाद में छूटता है " पूर्वजन्म ्मे जो  கி சிக்க# सापना जन्म रमे 'अनुभूर्ति को प्राप्त ७९ ही। गत जन्म  क्योकि वह शरीरका एहसास की अतृप्ति से इस जन्म ्में आना पड़ा हे। साधु  तो आप पूर्वजन्म से ही हो। साधनारत तो आप कराते रहता है। उसके छूट पूर्वजन्म से ही हो। गत जन्म र्मे चित्त की अतृप्ति से मोक्ष प्राप्ति से अटक गए। अव इस  जन्म र्मे वह भी हो गई। अव तो जाग जाओ  जाने परशरीर का एहसास ओर इस जीवन में अपने मानव जन्म का लक्ष्य  परोक्षफूकीयश्री्ति ककृोपानंदस्वामीजी  नेहीं होता। |बाबा खामी जी॰ अपनी ऑत्माा जितनी प्रसन्न होगी पूज्य वह उतनी ही सशक्त होगी पूज्य बाबा स्वामी एकान्त में केवल वही व्यक्ति बैठ सकता है जिसका चिन शीतर है रात कितनी भी काली हो परूज्य बाबा स्वामी समाप्त होगी ही। रात में JAYBABASWAMI हो॰एक कितना ही अंधेरा कात्मज्ञान तो बहुत लोग पाते है बिरला ही कोई समय के बाद सूरज उगता बुद्धव्यक्ति उसे बांट ही है। |बाबा स्वामी जी। पाता हे पूज्य बाबा स्वामी - ShareChat
#🙏आध्यात्मिक गुरु🙏 #☝अनमोल ज्ञान #🙏गुरु महिमा😇 #🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #🧘सदगुरु जी🙏
🙏आध्यात्मिक गुरु🙏 - सार्ई { और परिस्थिति पर कभी "समय किसी का वश नही रहा है, ये कभी भी बदल सकते है इसलिए जब कब तक मन के अंधेरे मे FilIFIIiI TIIl; IrI समय एबं परिस्थिति आपके रहोगे उसके भीतर अनुकूल हो तो कभी किसी का घूमते अपमान मत करो, कभी किसी को छिपे प्रकाश की ओर मत आंको महाशक्तिशाली कम तुम ٩١٣٢٣١ ٦ जाने का प्रयल करो एवं समृद्ध हो सकते हो॰ पर समय कहीं अधिक शक्तिशाली है, तुमसे  समय ने बड़े बड़े सम्राटों को भी मिट्टी में मिलाया है अतः सहज , सरल एवं Cifuiti सुलभ रहें इसी में जीवन का मुझे ही अपनी दृष्टि  वास्तविक आनंद ध्यान और मनन का कंद्र ।। ऊँ साई राम ।। MuAin बना लो, तुम्हें बहुत लाभ हागा। Tfllu" बुरेवक्त में कोई साथ  11 ना दे तो हैरान मत होना , Mnti कुछ खश्ते सिर्फ़ खुशियों के लिए बने होते है। सार्ई { और परिस्थिति पर कभी "समय किसी का वश नही रहा है, ये कभी भी बदल सकते है इसलिए जब कब तक मन के अंधेरे मे FilIFIIiI TIIl; IrI समय एबं परिस्थिति आपके रहोगे उसके भीतर अनुकूल हो तो कभी किसी का घूमते अपमान मत करो, कभी किसी को छिपे प्रकाश की ओर मत आंको महाशक्तिशाली कम तुम ٩١٣٢٣١ ٦ जाने का प्रयल करो एवं समृद्ध हो सकते हो॰ पर समय कहीं अधिक शक्तिशाली है, तुमसे  समय ने बड़े बड़े सम्राटों को भी मिट्टी में मिलाया है अतः सहज , सरल एवं Cifuiti सुलभ रहें इसी में जीवन का मुझे ही अपनी दृष्टि  वास्तविक आनंद ध्यान और मनन का कंद्र ।। ऊँ साई राम ।। MuAin बना लो, तुम्हें बहुत लाभ हागा। Tfllu" बुरेवक्त में कोई साथ  11 ना दे तो हैरान मत होना , Mnti कुछ खश्ते सिर्फ़ खुशियों के लिए बने होते है। - ShareChat
#🙏आध्यात्मिक गुरु🙏 #🙏गुरु महिमा😇 #☝अनमोल ज्ञान #🧘सदगुरु जी🙏 #🙏🏻आध्यात्मिकता😇
🙏आध्यात्मिक गुरु🙏 - प्रेम ही परमात्मा के दरबार में नाही JAY BABA SWAMI गुरू और दोपक कोई जाति और भ्रांति।  और नाही कोई खी पुरुष सही।  प्रेम के दरबारमें कोई लिंगभेद नाही  ।श्वतसही। जाने 9 एक छोटा दीपक अघेरे कमर में जल रहा था। तू इतना छोटा हे, वया अघरे  কিমী ল ওমম পূচ্ভা को खतम कर पाऐगा? ' दीपक मुस्कूराया ओर बोला - शायद मैं पूरा अघेरा नहीं मिटा पाऊ, पर जहा खडा हूँ वहॉ उजाला जूरूर कर दूँगा.  अपनी ऑत्मा जितनी प्रसत्न होगी ओशो कहते है॰ ध्यान करने वाला न तो कोई पुरुष है सीखः गुरु भी दीपक की तरह होते हे, जो और न ही कोई महिला , क्यौंकि ध्यान का आपके शरीर से वह उतनी ही सशक्त होगी पूरे संसार का अज्ञाान तो नहीं मिटा पाते॰ पर हमे  कोई लेना देना नहीं हैः न ही इसका आपके दिमाग से कोई प्रज्य बाबास्वामी हमारे रास्ते पर राशोनी जरूरदिखा देते हे। गुरुदेचकजत्मसदश लेना देना हे। ध्यान में, आप सरल और विशुद्ध चेतना होते हे। और चेतना न तो पुरुष हे और न ही स्त्री। अहोभाव  टेन्शन () ی करना चह स्वभाव होता ی अपने जीवन मे भले ही टेन्शन नहोवे दुसरों के जीवन का टेन्शन खोज करके ही समाधानपाते है । गुरूकृपा नकारात्मक विचार " करने वालों কী সমনি (২) a से सदैव दूरही रहे अन्यथा उनके जैसा और विचारों काप्रभाव अपने विचारों पर कोई भी पड सकता हैं। (3) সংাক সাখক্ষ স সংন स्वीकार [ು खजाना बहुत होती हैं। करनेकीशक्ती नही हे। बाबा स्वामी प्रेम ही परमात्मा के दरबार में नाही JAY BABA SWAMI गुरू और दोपक कोई जाति और भ्रांति।  और नाही कोई खी पुरुष सही।  प्रेम के दरबारमें कोई लिंगभेद नाही  ।श्वतसही। जाने 9 एक छोटा दीपक अघेरे कमर में जल रहा था। तू इतना छोटा हे, वया अघरे  কিমী ল ওমম পূচ্ভা को खतम कर पाऐगा? ' दीपक मुस्कूराया ओर बोला - शायद मैं पूरा अघेरा नहीं मिटा पाऊ, पर जहा खडा हूँ वहॉ उजाला जूरूर कर दूँगा.  अपनी ऑत्मा जितनी प्रसत्न होगी ओशो कहते है॰ ध्यान करने वाला न तो कोई पुरुष है सीखः गुरु भी दीपक की तरह होते हे, जो और न ही कोई महिला , क्यौंकि ध्यान का आपके शरीर से वह उतनी ही सशक्त होगी पूरे संसार का अज्ञाान तो नहीं मिटा पाते॰ पर हमे  कोई लेना देना नहीं हैः न ही इसका आपके दिमाग से कोई प्रज्य बाबास्वामी हमारे रास्ते पर राशोनी जरूरदिखा देते हे। गुरुदेचकजत्मसदश लेना देना हे। ध्यान में, आप सरल और विशुद्ध चेतना होते हे। और चेतना न तो पुरुष हे और न ही स्त्री। अहोभाव  टेन्शन () ی करना चह स्वभाव होता ی अपने जीवन मे भले ही टेन्शन नहोवे दुसरों के जीवन का टेन्शन खोज करके ही समाधानपाते है । गुरूकृपा नकारात्मक विचार " करने वालों কী সমনি (২) a से सदैव दूरही रहे अन्यथा उनके जैसा और विचारों काप्रभाव अपने विचारों पर कोई भी पड सकता हैं। (3) সংাক সাখক্ষ স সংন स्वीकार [ು खजाना बहुत होती हैं। करनेकीशक्ती नही हे। बाबा स्वामी - ShareChat
#🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #🙏आध्यात्मिक गुरु🙏 #🙏गुरु महिमा😇 #🧘सदगुरु जी🙏 #☝अनमोल ज्ञान
🙏🏻आध्यात्मिकता😇 - समर्पण कमजोरी नहीं, बल्कि गहन शक्ति का प्रतीक स्वयं को जानना हो.. तो थम जा , जहाँ हो। है, क्योंकि यह हमें अनावश्यक बोझों को छोड़ने और अधिक संतुलित व सामंजस्यपूर्ण जीवन अपनाने की देता है। अनुमति श्री जी १५.११ २०२५ 9 (  आध्यात्मिक यात्रा के अनजान रास्तों पे आप गुमराह  नहीं होगे , आखिर में मंजिल मिल ही जाएगी  की आध्यात्मिक यात्रा अगर आप शुरू नहीं कर पाए तो আানন जीवन भर गुमराह ही रहोगे  ~~धर्मेश शाह हमारी सारी समस्याएं बाहरी नहीं , भीतरी हैं समर्पण कमजोरी नहीं, बल्कि गहन शक्ति का प्रतीक स्वयं को जानना हो.. तो थम जा , जहाँ हो। है, क्योंकि यह हमें अनावश्यक बोझों को छोड़ने और अधिक संतुलित व सामंजस्यपूर्ण जीवन अपनाने की देता है। अनुमति श्री जी १५.११ २०२५ 9 (  आध्यात्मिक यात्रा के अनजान रास्तों पे आप गुमराह  नहीं होगे , आखिर में मंजिल मिल ही जाएगी  की आध्यात्मिक यात्रा अगर आप शुरू नहीं कर पाए तो আানন जीवन भर गुमराह ही रहोगे  ~~धर्मेश शाह हमारी सारी समस्याएं बाहरी नहीं , भीतरी हैं - ShareChat
#🧘सदगुरु जी🙏 #🙏गुरु महिमा😇 #🙏आध्यात्मिक गुरु🙏 #🙏🏻आध्यात्मिकता😇
🧘सदगुरु जी🙏 - बाबा का होना ही काफी है 0 / 5 1 6 बाबा आपकी सभी परेशानी जल्द दूर करेंगे shirdi sa uhaam बाबा का होना ही काफी है 0 / 5 1 6 बाबा आपकी सभी परेशानी जल्द दूर करेंगे shirdi sa uhaam - ShareChat