मो सम दीन न दीन हित तुम्ह समान रघुबीर।
अस बिचारि रघुबंस मनि हरहु बिषम भव भीर॥
हे श्री रघुवीर! मेरे समान कोई दीन नहीं है और आपके समान कोई दीनों का हित करने वाला नहीं है। ऐसा विचार कर हे रघुवंशमणि! मेरे जन्म-मरण के भयानक दुःख का हरण कर लीजिए॥
🌼🌼🚩श्रीराम जय राम जय जय राम🚩🌼🌼
🌼🌼जय सियाराम🌼🌼
🌼🌼श्रीहरिवंश हरिशरणम्🌼🌼
🌼🌼हरिहर🌼🌼
#गुरुःसाक्षात् परब्रह्म तस्मै श्रीगुरवे नमः🚩🕉️🦚🦚🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹
#🕉️📿श्री हरिहर स्वरुप।📿🚩🕉️🦚🦚🙏🙏🌹🌹
#जय श्री राम 🙏
जय हनुमान 🙏ओम हनुमंत नमः 🌺💮🌺💮🌺💮🌺💮🌺💮🌺💮🌺🚩🚩🕉️🦚🦚🙏🙏🙏🌹🌹
#ॐ आंजनेयाय विद्महे रामभक्ताय धीमहि। तन्नो हनुमत् प्रचोदयात् ॥🚩🚩🕉️🦚🦚🌺🌼🌺🌼🌺🌼🌺🌼🌺🌼🌺🌼🌺🌼🌺🌼🌺🌼🌺🌼🌺🌹🌹
#🚩🚩राम राम जी जय श्री हनुमान 🚩🚩🕉️🦚🦚🌾🍂🌾🍂🌾🍂🌾🍂🌾🍂🌾🍂🌾🍂🌾🍂🌾🍂🌾🍂🌾🪻🌲🪻🌲🪻🌲🪻🌲🪻🌲🪻🌲🪻🌲🪻🌲🪻🌲🪻🌲🪻