🌕ମେ 10 ସ୍ପେଶାଲ ରାଶିଫଳ🧿
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#🌕ମେ 10 ସ୍ପେଶାଲ ରାଶିଫଳ🧿 #✡️✡️ଆଜିର ପଞ୍ଚାଙ୍ଗ✡️✡️ #🪬ଆଜି ର ରାଶିଚକ୍ର 🧿 #✡ଜ୍ୟୋତିଷ ଶାସ୍ତ୍ର✡ #🔯ଜ୍ୟୋତିଷ ଦୁନିଆ🌍 🔯🕉️✅ ଆଜିର ରାଶିଫଳ ଓ ପଞ୍ଜିକା✅🕉️⚛️ ଶରଣାଗତ ଦିନାର୍ତ୍ତ ପରିତ୍ରାଣ ପରାୟଣୀ ସର୍ବ-ସାର୍ତ୍ତ ହରେ ଦେବୀ ନାରାୟଣୀ ନମୋସ୍ତୁତେ।।
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#🌕ମେ 10 ସ୍ପେଶାଲ ରାଶିଫଳ🧿 #🪬ଆଜି ର ରାଶିଚକ୍ର 🧿 #🔯ଜ୍ୟୋତିଷ ଦୁନିଆ🌍 #✡ଜ୍ୟୋତିଷ ଶାସ୍ତ୍ର✡ #✡️✡️ଆଜିର ପଞ୍ଚାଙ୍ଗ✡️✡️ 〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️ *⚜️ आज का राशिफल ⚜️* *दिनांक : 10 मई 2025* 🐐🐂💏💮🐅👩 〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️ मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ) आज के दिन भागदौड़ लगी रहेगी। दिन के आरंभ से ही आकस्मिक यात्रा की योजना बनेगी इसके अंत समय पर टलने की संभावना भी है। आज आप जो भी कामना करेंगे परिस्थिति स्वतः ही उसके अनुकूल बनने लगेगी। कार्य व्यवसाय में प्रतिस्पर्धा रहने पर भी आपके कार्यों में बाधा नहीं पहुचेगी। पूर्व में बनाई योजना आज फलीभूत होगी। धन लाभ भी आवश्यकता पड़ने पर हो जाएगा लेकिन अतिरिक्त खर्च आने से हाथ में रुकेगा नहीं। घर के सदस्यों से जबरदस्ती बात मनवाएँगे फिर भी परिजनों से भावनात्मक संबंध बने रहेंगे। संध्या बाद का समय अत्यधिक थकान वाला रहेगा फिर भी बेमन से सामाजिक व्यवहारों के कारण आराम करने का मौका चाह कर भी नहीं मिलेगा। सेहत में विकार आने की संभावना है, सतर्क रहें। वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो) आज के दिन आपको उतार चढ़ाव का सामना करना पड़ेगा आपका स्वभाव आज संतोषी ही रहेगा फिर भी आकस्मिक आने वाले क्रोध पर नियंत्रण रखना आवश्यक है। आज आपका स्वभाव शंकालु रहेगा हर कार्य को करने से पहके हानि लाभ की परख करेंगे लेकिन किसी के दबाव अथवा बहकावे में आकर गलत निर्णय लेंगे बाद में इससे पछतावा हो इससे बेहतर आज ज्यादा झमेले वाले कार्यो से दूर ही रहे। भाई बंधुओ से संबंध ईर्ष्या युक्त होने पर भी कार्य क्षेत्र पर सहयोग अथवा मार्गदर्शन मिलने से आवश्यकता अनुसार धन सहज ही मिल जाएगा। घर में पति-अथवा पत्नी की किसी गुप्त कामना को पूर्ण ना कर पाने पर खटास आ सकती है। धर्म कर्म में केवल व्यवहारिकता मात्र ही रहेगी। आरोग्य बना रहेगा। मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा) आज आप प्रत्येक कार्य बुद्धि विवेक से करेंगे लेकिन पूर्व में बरती अनियमितता के कारण आज शत्रु पक्ष प्रबल रहेंगे घर के सदस्यों का व्यवहार भी आज विपरीत रहेगा फिर भी आपको सबकी कमजोरी पता होने का फायदा मिलेगा लोग पीठ पीछे ही आलोचना करेंगे सामने कोई नहीं आएगा। व्यवसाय की गति आज अन्य दिनों को तुलना में धीमी रहेगी किसी कार्य से लाभ होते होते अंत समय मे लटक सकता है फिर भी खर्च निकालने लायक आय किसी पुराने अनुबंध द्वारा सहज हो जाएगी। भागीदारी के कार्य मे आज निवेश से बचे नाही किसी वस्तु का संग्रह करें आगे धन फंस सकता है। घर में आवश्यकता के समय ही बोले शांति बनी रहेगी। सेहत में कुछ न कुछ विकार लगा रहेगा। कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो) आज का दिन आपके लिये प्रतिकूल रहेगा दिन के आरंभ से ही किसी से कहासुनी की संभावना रहेगी इसके लिये ज्यादा इंतजार भी नहीं करना पड़ेगा संतान अथवा किसी अन्य परिजन का उद्दंड व्यवहार कलह करवाएगा फिर भी आप धैर्य से काम लें अन्यथा एक बार मानसिक अशान्ति बनी तो संध्या तक परेशान करेगी। कार्य क्षेत्र से आज ज्यादा संभावना नही रहेगी फिर भी किसी न किसी माध्यम से आकस्मिक लाभ संचित कोष में वृद्धि करेगा। आज वाणी एवं व्यवहार पर अधिक संयम रखने की आवश्यकता है अन्यथा कई दिनों में बनी गरिमा धूमिल होने में वक्त नही लगेगा। संध्या के समय थकान अधिक होगी लेकिन स्वास्थ्य सामान्य बना रहेगा। सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे) आज के दिन आपके मन में उधेड़ बुन लगी रहेगी जो करना चाहेंगे उसे नही कर पाएंगे उल्टे जिस का को करने से चिढ़ते है मजबूरी में वही करना पड़ेगा। मध्यान तक का समय फिर भी मानसिक एवं पारिवारिक रूप से शांतिदायक रहेगा घर में पूजा पाठ दानपुण्य होने से वातावरण ऊर्जावान रहेगा। मध्यान बाद का समय विविध उलझनों वाला रहेगा। कार्य व्यवसाय में भी आज मंदी का सामना करना पड़ेगा भागदौड़ करने पर भी खर्च निकलने लायक आय मुश्किल से ही मिल पाएगी। सहकर्मी अपना काम आपके सर थोपेंगे व्यवहारिकता में मना भी नहीं कर पाएंगे। लघु यात्रा के योग है सम्भव हो तो टाले खर्च के अलावा कुछ नहीं मिलेगा। कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो) आज का दिन साधारण रहेगा दिन के पूर्वार्ध में स्वास्थ्य ठीक रहने पर भी आलस्य के कारण कार्यों में विलंब होगा घरेलू कार्य भी धीमी गति से चलेंगे बाद में हड़बड़ी करने पर नुकसान होने की संभावना है। कार्य क्षेत्र पर लाभ पाने के लिये विविध युक्तियां लगाएंगे लेकिन आज अधिकांश में असफलता ही मिलेगी धन लाभ अवश्य होगा पर पुराने उधार एवं दैनिक खर्च के आगे कम ही रहेगा। धर्म कर्म में आस्था रहने पर भी आज भाग्य का साथ कम ही मिलेगा नौकरी वालों को आज पुराना अधूरा कार्य मुसीबत लगेगा। विरोधी पक्ष पर ढील न बरतें अन्यथा बाद में परेशानी में डालेंगे। घर में खर्चों को लेकर आपसी मतभेद उभरेंगे। ठंड का प्रकोप सेहत पर देखने को मिलेगा। तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते) मन मे चंचलता बढ़ने के कारण आज आपका स्वभाव पल पल में बदलेगा किसी भी कार्य में अनिर्णय की स्थिति बाधा डालेगी जिससे कार्यों में विलंब होगा। स्वभाव में आडंबर रहने पर सार्वजनिक क्षेत्र पर आपकी पहचान धनवानों जैसी बनेगी इसको बनाये रखने पर भी व्यर्थ खर्च करेंगे। कार्य व्यवसाय से आज कामना पूर्ति करना सम्भव नहीं माथापच्ची के बाद आय अवश्य होगी लेकिन नियमित ना होकर अंतराल पर होने से अधिक चौकन्ना रहना पड़ेगा। छाती अथवा छाती से ऊपरी भाग में कोई न कोई समस्या बनेगी समय से उपचार ले गंभीर भी हो सकती है। भावुकता अधिक रहेगी विपरीत लिंगीय के प्रति आकर्षित होंगे लेकिन मन ना मिलने पर दुख भी होगा। वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू) आज का दिन विपरीत फलदायक है स्वभाव की मनमानी आज किसी न किसी रूप में हानि कराएगी। आज भी आपका मन अनैतिक कर्मो में अधिक रहेगा किसी के टोकने पर अभद्र व्यवहार करने से भी नही शर्माएंगे। मौज शौक के पीछे संचित धन भी खर्च कर सकते है बाद में आर्थिक संकट में फसेंगे। कार्य व्यवसाय की स्थिति आज दयनीय रहेगी सहयोगी एवं समय की कमी के कारण बड़े लाभ से वंचित रह जाएंगे। मध्यान बाद थोड़ी बहुत आय होगी लेकिन आकस्मिक नुकसान भी होने से भरपाई नही कर पाएंगे। किसी से उधार लेने की नौबत आ सकती है आज वह भी मिलना मुश्किल है। घर मे माता से कलह के बाद अनैतिक लाभ उठाएंगे किसी न किसी से तकरार लगी रहेगी। किसी भी प्रकार के जोखिम से बचे दुर्घटना की सम्भवना है सेहत में उतारचढ़ाव लगा रहेगा। धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे) आज का दिन लाभदायक रहेगा लेकिन ध्यान रहे आपका व्यवहार होने वाले लाभ को कम या अधिक करने में महत्तवपूर्ण भूमिका रखेगा। वैसे तो आज काम निकालने के लिये मीठा व्यवहार ही करेंगे लेकिन जिससे ख़ट पट हुई उसकी शक्ल भी देखना पसंद नही करेंगे चाहे हानि ही क्यो ना हो। कार्य व्यवसाय के साथ अन्य मार्ग से धन की आमद अवश्य होगी माता का व्यवहार आज कुछ अटपटा रहने के बाद भी इनके सहयोग अथवा अचल संपत्ति से भी लाभ की संभावना है। पति-पत्नी में किसी बात को लेकर ठनेगी फिर भी मामला ज्यादा गंभीर नही होने देंगे। व्यावसायिक यात्रा से धन मिल सकता है। विदेश जाने के इच्छुक आज प्रयास अवश्य करें सफल होने की संभावना अधिक है। सेहत छोटी मोटी समस्या को छोड़ ठीक रहेगी। मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी) आज का दिन शुभफलदायक रहेगा। भागदौड़ आज किसी न किसी काम से लगी रहेगी लेकिन इसका सफल परिणाम दिन भर उत्साहित रखेगा। दिन के आरंभ में पेट अथवा मासपेशियो मे थोड़ी बहुत तकलीफ होगी लेकिन मध्यान तक स्वतः ही सही हो जाएगी। काम-धंधे को लेकर आज गंभीर रहेंगे अन्य आवश्यक कार्य भी इसके लिये निरस्त करेंगे धन लाभ भाग्य का साथ मिलने से अवश्य होगा लेकिन तुरंत कही न कहीं खर्च भी हो जाएगा आज खर्च दिखावे के ऊपर भी करने पड़ेंगे। घर का वातावरण मध्यान तक शांत रहेगा इसके बाद इसके बाद व्यवसाय अथवा अन्य घरेलू कारणों से किसी से खींचतान होने की संभावना है वाणी का प्रयाग संभालकर करें अन्यथा संबंधों में लंबे समय के लिये कड़वाहट बन सकती है। कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा) आज का दिन आपके लिये मिश्रित फलदायक रहेगा। पूर्व में किसी गलती को लेकर मन मे ग्लानि होगी लेकिन सुधार करने की जगह दोबारा वहीं गलती करने पर किसी से अनबन के साथ शत्रुओं में वृद्धि भी होगी। आज घरेलू एवं व्यक्तिगत सुख सुविधा जुटाने के चक्कर मे अनैतिक कार्यों करने से परहेज नहीं करेंगे इससे बचे अन्यथा सरकारी उलझनों में फंसने की संभावना है। कार्य व्यवसाय में स्थिरता नही रहेगी धन अन्य लोगो की नजर में आपका व्यवसाय उत्तम रहेगा लेकिन होगा इसके विपरीत ही पूर्व में किये किसी सौदे को छोड़ अन्य किसी मार्ग से धन की आमद रुकेगी। स्त्री वर्ग बोल चाल में सावधानी बरतें छोटी सी बात पर कलह हो सकती है। सेहत कुछ समय के लिये नरम रहेगी। मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची) आज का दिन सेहत को लेकर परेशान रहेंगे। घर मे मौसमी बीमारियों के कारण सर्दी जुखाम से कोई ना कोई परेशान रहेगा दैनिक कार्य भी विलंब से होंगे जिससे अन्य कार्यो में भी विलंब होता जाएगा। कार्य व्यवसाय से आज लाभ की आशा ना रखे उल्टे किसी से धन अथवा अन्य कारणों से विवाद होने पर भविष्य के लाभ से भी हाथ धो बैठेंगे। संध्या के आस पास किसी के सहयोग से धन संबंधित कोई काम बनने से कुछ राहत मिलेगी। लेकिन आज पैतृक धन अथवा संपत्ति में हास होने के योग भी है। घरेलू एवं व्यावसायिक खर्चो को लेकर विशेष चिंता रहेगी। धर्म कर्म में आज निष्ठा तो रहेगी फिर भी रुचि नही दिखाएंगे। परिजनों को अधिक समय दे गलतफहमियां दूर होंगी। 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#🌕ମେ 10 ସ୍ପେଶାଲ ରାଶିଫଳ🧿 #✡️✡️ଆଜିର ପଞ୍ଚାଙ୍ଗ✡️✡️ #🔯ଜ୍ୟୋତିଷ ଦୁନିଆ🌍 #✡ଜ୍ୟୋତିଷ ଶାସ୍ତ୍ର✡ #🪬ଆଜି ର ରାଶିଚକ୍ର 🧿 ............ ✦••• *_जय श्री हरि_* •••✦ .......... *_••••••✤••••┈••✦👣✦•┈•••••✤•••••_* *_□□□□ || 卐 ॐ 卐 || □□□□_* ┊ ┊ ┊ 🔔 🔔 🧾 *_आज का पंचाग_* 🧾 *_शनिवार 10 मई 2025_* *_शनि देव जी का तांत्रिक मंत्र - ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।।_* ☄️ *_दिन (वार) -शनिवार के दिन क्षौरकर्म अर्थात बाल, दाढ़ी काटने या कटाने से आयु का नाश होता है । अत: शनिवार को बाल और दाढ़ी दोनों को ही नहीं कटवाना चाहिए।_* *_शनिवार के दिन प्रात: पीपल के पेड़ में दूध मिश्रित मीठे जल का अर्ध्य देने और सांय पीपल के नीचे तेल का दीपक जलाने से कुंडली की समस्त ग्रह बाधाओं का निवारण होता है ।_* *_शनिवार के दिन पीपल के नीचे हनुमान चालीसा पड़ने और गायत्री मन्त्र की àएक माला का जाप करने से किसी भी तरह का भय नहीं रहता है, समस्त बिग़डे कार्य भी बनने लगते है ।_* *_शिवपुराण के अनुसार शनि देव पिप्लाद ऋषि का स्मरण करने वाले, उनके भक्तो को कभी भी पीड़ा नहीं देते है इसलिए जिन के ऊपर शनि की दशा चल रही हो उन्हें अवश्य ही ना केवल शनिवार को वरन नित्य पिप्लाद ऋषि का स्मरण करना चाहिए।_* *_शनिवार के दिन पिप्पलाद श्लोक का या पिप्पलाद ऋषि जी के केवल इन तीन नामों (पिप्पलाद, गाधि, कौशिक) को जपने से शनि देव की कृपा मिलती है, शनि की पीड़ा निश्चय ही शान्त हो जाती है ।_* 🔮 *_शुभ हिन्दू नववर्ष 2025 विक्रम संवत : 2082 कालयक्त विक्रम : 1947 नल_* 🌐 *_कालयुक्त संवत्सर विक्रम संवत 2082,_* ✡️ *_शक संवत 1947 (विश्वावसु संवत्सर), चैत्र_* ☮️ *_गुजराती सम्वत : 2081 नल_* ☸️ *_काली सम्वत् 5126_* 🕉️ *_संवत्सर (उत्तर) क्रोधी_* ☣️ *_आयन - उत्तरायण_* ☂️ *_ऋतु - सौर ग्रीष्म ऋतु_* ☀️ *_मास - वैशाख मास_* 🌔 *_पक्ष - शुक्ल पक्ष_* 📆 *_तिथि - शनिवार बैशाख माह के शुक्ल पक्ष त्रयोदशी तिथि 05:30 PM तक उपरांत चतुर्दशी_* ✒️ *_तिथि स्वामी – त्रियोदशी तिथि के स्वामी कामदेव जी है त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव जी हैं। कामदेव प्रेम के देवता माने जाते है ।_* 💫 *_नक्षत्र - नक्षत्र चित्रा 03:15 AM तक उपरांत स्वाति_* 🪐 *_नक्षत्र स्वामी - चित्रा नक्षत्र का स्वामी मंगल ग्रह है, तथा इस नक्षत्र के देवता विश्वकर्मा हैं।_* ⚜️ *_योग - सिद्धि योग 04:00 AM तक, उसके बाद व्यातीपात योग_* ⚡ *_प्रथम करण : तैतिल - 05:29 पी एम तक_* ✨ *_द्वितीय करण - गर - पूर्ण रात्रि तक_* 🔥 *_गुलिक काल : – शनिवार को शुभ गुलिक प्रातः 6: 53 से 8:19 बजे तक ।_* ⚜️ *_दिशाशूल - शनिवार को पूर्व दिशा का दिकशूल होता है ।यात्रा, कार्यों में सफलता के लिए घर से अदरक खाकर, घी खाकर जाएँ ।_* 🤖 *_राहुकाल -सुबह – 9:44 से 11:09 तक।राहु काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए |_* 🌞 *_सूर्योदयः- प्रातः 05:26:00_* 🌅 *_सूर्यास्तः- सायं 06:34:00_* 👸🏻 *_ब्रह्म मुहूर्त : 04:09 ए एम से 04:51 ए एम_* 🌇 *_प्रातः सन्ध्या : 04:30 ए एम से 05:33 ए एम_* 🌟 *_अभिजित मुहूर्त : 11:51 ए एम से 12:45 पी एम_* 🔯 *_विजय मुहूर्त : 02:32 पी एम से 03:26 पी एम_* 🐃 *_गोधूलि मुहूर्त : 07:01 पी एम से 07:22 पी एम_* 🌌 *_सायाह्न सन्ध्या : 07:02 पी एम से 08:05 पी एम_* 💧 *_अमृत काल : 08:01 पी एम से 09:50 पी एम_* 🗣️ *_निशिता मुहूर्त : 11:56 पी एम से 12:38 ए एम, मई 11_* ⭐ *_सर्वार्थ सिद्धि योग : 03:15 ए एम, मई 11 से 05:33 ए एम, मई 11_* ❄️ *_रवि योग : 05:33 ए एम से 03:15 ए एम, मई 11_* 🚓 *_यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।_* 👉🏼 *_आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।_* 💁🏻 *_आज का उपाय-शनि मंदिर में सात बादाम चढ़ाएं।_* 🌳 *_वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।_* ⚛️ *_पर्व एवं त्यौहार - सर्वार्थसिद्धि योग/रवियोग/गृहप्रवेश/गृहारंभ/ विश्व निष्पक्ष व्यापार दिवस , राष्ट्रीय रेलगाड़ी दिवस, राष्ट्रीय पवनचक्की दिवस, मातृ महासागर दिवस, विश्व ल्यूपस दिवस, अंतर्राष्ट्रीय खेल दिवस, राष्ट्रीय वाशिंगटन दिवस, अंतर्राष्ट्रीय अर्गानिया दिवस, संगीतकार पंकज मलिक जन्म दिवस, स्वतन्त्रता सेनानी प्रफुल्लचंद चाकी स्मृति दिवस, 'पद्म श्री' से सम्मानित' नेकराम शर्मा जन्म दिवस, मई दिवस (विश्व श्रमिक दिवस), महाराष्ट्र स्थापना दिवस, गुजरात स्थापना दिवस_* ✍🏼 *_तिथि विशेष:- त्रयोदशी तिथि को बैंगन त्याज्य होता है। अर्थात आज त्रयोदशी तिथि में भूलकर भी बैंगन की सब्जी या भर्ता नहीं खाना चाहिए। त्रयोदशी तिथि जयकारी अर्थात विजय दिलवाने वाली तिथि मानी जाती है। यह त्रयोदशी तिथि सर्वसिद्धिकारी अर्थात अनेकों क्षेत्रों में सिद्धियों को देनेवाली तिथि मानी जाती है। यह त्रयोदशी तिथि जया नाम से विख्यात मानी जाती है। यह त्रयोदशी तिथि शुक्ल पक्ष में शुभ और कृष्ण पक्ष में अशुभ फलदायिनी होती है।_* ✍🏼 *_तिथि विशेष:- त्रयोदशी तिथि को बैंगन त्याज्य होता है। अर्थात आज त्रयोदशी तिथि में भूलकर भी बैंगन की सब्जी या भर्ता नहीं खाना चाहिए। त्रयोदशी तिथि जयकारी अर्थात विजय दिलवाने वाली तिथि मानी जाती है। यह त्रयोदशी तिथि सर्वसिद्धिकारी अर्थात अनेकों क्षेत्रों में सिद्धियों को देनेवाली तिथि मानी जाती है। यह त्रयोदशी तिथि जया नाम से विख्यात मानी जाती है। यह त्रयोदशी तिथि शुक्ल पक्ष में शुभ और कृष्ण पक्ष में अशुभ फलदायिनी होती है।_* 🗺️ *_Vastu tips_* 🗽 *_गाय को रोटी खिलाने का चमत्कार वास्तु शास्त्र में एक और खास उपाय बताया गया है, जो आपके बिजनेस को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकता है। हर शुक्रवार को गाय को दो रोटी जरूर खिलाएं। ऐसा करने से जिंदगी में आने वाली परेशानियां धीरे-धीरे कम होने लगती हैं।_* *_गाय को रोटी खिलाना न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से शुभ है, बल्कि ये आपके व्यापार में सफलता दिलाने में भी मदद करता है। अगर आप बिजनेस में लगातार तरक्की चाहते हैं, तो इस आसान उपाय को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।_* *_छोटे उपाय, बड़ा असर ये वास्तु उपाय बेहद आसान हैं और इन्हें अपनाने में ज्यादा समय या मेहनत की जरूरत नहीं पड़ती। शाम के समय थोड़ा सा वक्त निकालकर इन उपायों को आजमाएं और अपने बिजनेस में बदलाव देखें।_* *_ये न सिर्फ आपके व्यापार को नई दिशा देंगे, बल्कि आर्थिक स्थिति को भी मजबूत करने में मदद करेंगे। तो देर किस बात की? आज से ही इन उपायों को अपनाएं और अपने जीवन में सुख-समृद्धि को आमंत्रित करें।_* ❇️ *_जीवनोपयोगी कुंजियां_* ⚜️ *_आइए इसके फ़ायदों की तरफ़ नज़र दौड़ा लेते हैं। सरसों का तेल बालों के लिए बेहद फ़ायदेमंद रहता है।_* *_सरसों का तेल बालों को लंबा और मज़बूत करता है, और सिर पर इसकी मालिश सकैल्प को पोषण देने का काम करता है।_* *_इसमें भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं, सरसों के तेल में बीटा कैरोटीन, फैटी एसिड, आयरन, कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं._* *_अगर आपके बाल झड़ रहें हो तो गर्म सरसों के तेल से अपने सिर पर मालिश करें, इससे ब्‍लड सर्कुलेशन बढ़ने से आपके बालों की ग्रोथ अच्‍छी होगी।_* *_सरसों का तेल बालों में होने सभी तरह की समस्याओं को दूर करने में मदद करता ही है, साथ ही बालों को लंबे समय तक काला रखने में भी सहायक होता है।_* 💉 *_आरोग्य संजीवनी_* 🩸 *_गर्म पानी के फोटे दोपहर या रात के समय दो चम्मच नमक युक्त गर्म पानी में भिगो लें। फिर इसे घुटनों पर लगाएं और धीरे-धीरे मसाज करें। यह दर्द को कम करने में मदद करेगा।_* *_हल्दी एक शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेट्रीय होती है जो घुटनों के दर्द को कम करने में मदद कर सकती है। एक चम्मच हल्दी को एक कप गर्म दूध में मिलाकर रोजाना पीएं।_* *_अदरक अन्य एक शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेट्रीय होता है जो घुटनों के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है। अदरक को पीसकर एक छोटे से टुकड़े में काटें और उसे घुटनों पर लगाएं। इसे घुटनों पर 20-30 मिनट के लिए रखें।_* *_सरसों का तेल एक अन्य घरेलू उपाय है जो घुटने के दर्द को कम कर सकता है। सरसों के तेल को गरम करें और फिर इसे घुटनों पर मलें। यह दर्द को कम करने में मदद करेगा।_* 📖 *_गुरु भक्ति योग_* 🕯️ *_एक बार भगवान विष्णु वैकुण्ठ लोक में लक्ष्मी जी के साथ विराजमान थे। उसी समय उच्चेः श्रवा नामक अश्व पर सवार होकर रेवंत का आगमन हुआ। उच्चेः श्रवा अश्व सभी लक्षणों से युक्त, देखने में अत्यंत सुन्दर था। उसकी सुंदरता की तुलना किसी अन्य अश्व से नहीं की जा सकती थी।अतः लक्ष्मी जी उस अश्व के सौंदर्य को एकटक देखती रह गई। जब भगवान विष्णु ने लक्ष्मी को मंत्रमुग्ध होकर अश्व को देखते हुए पाया तो उन्होंने उनका ध्यान अश्व की ओर से हटाना चाहा, लेकिन लक्ष्मी जी देखने में तल्लीन रही।झकझोरने पर भी लक्ष्मी जी की तंद्रा भंग नहीं हुई तब इसे अपनी अवहेलना समझकर भगवान विष्णु को क्रोध आ गया और खीझंकर लक्ष्मी को शाप देते हुए कहा- “तुम इस अश्व के सौंदर्य में इतनी खोई हो कि मेरे द्वारा बार-बार झकझोरने पर भी तुम्हारा ध्यान इसी में लगा रहा, अतः तुम अश्वी हो जाओ।”जब लक्ष्मी का ध्यान भंग हुआ और शाप का पता चला तो वे क्षमा मांगती हुई समर्पित भाव से भगवान विष्णु की वंदना करने लगी- “मैं आपके वियोग में एक पल भी जीवित नहीं रह पाउंगी, अतः आप मुझ पर कृपा करे एवं अपना शाप वापस ले ले।”अपने शाप में सुधार करते हुए कहा- “शाप तो पूरी तरह वापस नहीं लिया जा सकता। लेकिन हां, तुम्हारे अश्व रूप में पुत्र प्रसव के बाद तुम्हे इस योनि से मुक्ति मिलेगी और तुम पुनः मेरे पास वापस लौटोगी।_* *_”भगवान विष्णु के शाप से अश्वी बनी हुई लक्ष्मी जी यमुना और तमसा नदी के संगम पर भगवान शिव की तपस्या करने लगी। लक्ष्मी जी के तप से प्रसन्न होकर शिव पार्वती के साथ आए। उन्होंने लक्ष्मी जी से तप करने का कारण पूछा तब लक्ष्मी जी ने अश्वी हो जाने से संबंधित सारा वृतांत उन्हें सुना दिया और अपने उद्धार की उनसे प्रार्थना की।तब भगवान शिव ने कहा- “देवी ! तुम चिंता न करो। इसके लिए मैं विष्णु को समझाऊंगा कि वे अश्व रूप धारणकर तुम्हारे साथ रमण करे और तुमसे अपने जैसा ही पुत्र उत्पन्न करे ताकि तुम उनके पास शीघ्र वापस जा सको।”भगवान शिव की बात सुनकर अश्वी रूप धारी लक्ष्मी जी को काफी प्रसन्नता हुई। उन्हें यह आभास होने लगा कि अब मैं शीघ्र ही शाप के बंधन से मुक्त हो जाउंगी और श्री हरि (विष्णु) को प्राप्त कर लुंगी।भगवान शिव वहां से चले गए। अश्वी रूप धारी लक्ष्मी जी पुनः तपस्या में लग गई। काफी समय बीत गया। लेकिन भगवान विष्णु उनके समीप नहीं आए। तब उन्होंने भगवान शिव का पुनः स्मरण किया। भगवान शिव प्रकट हुए। उन्होंने लक्ष्मी जी को संतुष्ट करते हुए कहा- “देवी ! धैर्य धारण करो। धैर्य का फल मीठा होता है। विष्णु जी अश्व रूप में तुम्हारे समीप अवश्य आएंगे।इतना कहकर भगवान शिव अंतर्धान हो गए। कैलाश पहुंचकर भगवान शिव विचार करने लगे कि विष्णु को कैसे अश्व बनाकर लक्ष्मी जी के पास भेजा जाए। अंत में, उन्होंने अपने एक गण-चित्ररूप को दूत बनाकर विष्णु के पास भेजा।चित्ररूप भगवान विष्णु के लोक में पहुंचे। भगवान शिव का दूत आया है, यह जानकर भगवान विष्णु ने दूत से सारा समाचार कहने को कहा।_* *_दूत ने भगवान शिव की सारी बाते उन्हें कह सुनाई।अंत में, भगवान विष्णु शिव का प्रस्ताव मानकर अश्व बनने के लिए तैयार हो गए। उन्होंने अश्व का रूप धारण किया और पहुंच गए यमुना और तपसा के संगम पर जहां लक्ष्मी जी अश्वी का रूप धारण कर तपस्या कर रही थी। भगवान विष्णु को अश्व रूप में आया देखकर अश्वी रूप धारी लक्ष्मी जी काफी प्रसन्न हुई।दोनों एक साथ विचरण एवं रमण करने लगे। कुछ ही समय पश्चात अश्वी रूप धारी लक्ष्मी जी गर्भवती हो गई। यथा समय अश्वी के गर्भ से एक सुन्दर बालक का जन्म हुआ। तत्पश्चात लक्ष्मी जी वैकुण्ठ लोक श्री हरि विष्णु के पास चली गई।लक्ष्मी जी के जाने के बाद उस बालक के पालन पोषण की जिम्मेवारी ययाति के पुत्र तुर्वसु ने ले ली, क्योंकि वे संतान हीन थे और पुत्र प्राप्ति हेतु यज्ञ कर रहे थे। उस बालक का नाम हैहय रखा गया। कालांतर में हैहय के वंशज ही हैहयवंशी कहलाए।विशेष,,,, इस पौराणिक कथा से स्पष्ट है कि जिस तरह गाय में 33 कोटि देवता माने जाते हैं उसी तरह अन्य कई पशु पक्षियों में देवताओं का वास होता है l पांच पशु ऎसे है जिनकी संज्ञा तामसिक व्रतियों से दी है वे है == बकरे, महिष , ऊंट, बिलाव, एवं मेढ़ाlये काम, क्रोध, मद, लोभ एवं मोह का प्रतिनिधित्व करते हैं अतः इनका मांस एवं दूध तामसिक प्रवृत्ति का निर्माण करते हैं l इन पशु पक्षियों को आहार खिलाने से वैश्वानर यज्ञ के पुण्य प्राप्त होते हैं l इस पौराणिक कथा को पढ़ कर यह सत्य भी उजागर होता है की " पुनर्जन्म" की अवधारणा सत्य है l_* *_हमारी प्रवृतियों के तामसिक होने पर हमे इन अधम योनियों में जन्म लेना पड़ता है l_* *※══❖═══▩ஜ ۩۞۩ ஜ▩═══❖══※* ⚜️ *_त्रयोदशी तिथि के देवता मदन (कामदेव) हैं। शास्त्रानुसार भगवान कृष्ण और रुक्मिणी के पुत्र हैं भगवान कामदेव। कामदेव प्रेम और आकर्षण के देवता माने जाते हैं। जिन पुरुषों अथवा स्त्रियों में काम जागृत नहीं होता अथवा अपने जीवन साथी के प्रति आकर्षण कम हो गया है, उन्हें आज के दिन भगवान कामदेव का उनकी पत्नी रति के साथ पूजन करके उनके मन्त्र का जप करना चाहिये। कामदेव का मन्त्र – ॐ रतिप्रियायै नम:। अथवा – ॐ कामदेवाय विद्महे रतिप्रियायै धीमहि। तन्नो अनंग: प्रचोदयात्।_* *_आज की त्रयोदशी तिथि में सपत्निक कामदेव की मिट्टी कि प्रतिमा बनाकर सायंकाल में पूजा करने के बाद उपरोक्त मन्त्र का जप आपका वर्षों का खोया हुआ प्रेम वापस दिला सकता है। आपके चेहरे की खोयी हुई कान्ति अथवा आपका आकर्षण आपको पुनः प्राप्त हो सकता है इस उपाय से। जो युवक-युवती अपने प्रेम विवाह को सफल बनाना चाहते हैं उन्हें इस उपाय को करना चाहिये। जिन दम्पत्तियों में सदैव झगडा होते रहता है उन्हें अवश्य आज इस उपाय को करना चाहिये।।_* *_Gopi Ram_* *_(ज्योतिषाचार्य)_* *_मो.9306429595_* *_सम्पूर्ण -------🖌_* *_●●●★᭄ॐ नमः श्री हरि नम: ★᭄●●●_*
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