Sameer
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#🙏नवरात्रि Status🙏 #🇮🇳मेरा भारत, मेरी शान
महत्वपूर्ण यह नहीं है कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सम्मान में सिक्का ढाला गया है क्योंकि संघ को कभी अपने लिए सम्मान की चाहना रही ही नहीं। उसका प्रत्येक स्वयंसेवक राष्ट्र की सेवा को ही अपना सम्मान मानता है।
महत्वपूर्ण यह है कि किसी सिक्के पर पहली बार 'भारत माता' का अंकन किया गया।
स्वतंत्रता के अठत्तर वर्ष होने को आये और कांग्रेस ने गांधियों, नेहरूओं, इंदिराओं, राजीवों के सिक्के जारी किये लेकिन किसी को उस 'माँ' की याद नहीं आई जिसकी मिट्टी से हम सबका जन्म हुआ, जिसके अन्न-जल से हमारे रक्त और प्राण बने और अंत में हमें अपनी गोद में शरण देगी।
याद आएगी भी कैसे?
जिनकी रगों में विदेशी फारसी, मुगलों और इटालियनों का रक्त बह रहा हो, उन्हें भारत माता से भला क्या प्रयोजन?
जिनके लिए भारत सिर्फ 'राज्यों का संघ' हो, जिनके लिए जनता थाईलैंड व यूरोप में अय्याशियों के लिए सत्ता व धन प्राप्ति का माध्यम हो उसे 'भारत माता' की आवधारणा कैसे समझ आयेगी।
भारत माता की सिक्कों पर स्थापना तो भारत के भूमिपुत्रों के हाथों ही होनी थी जिनके लिए प्रत्येक श्वास राष्ट्र को समर्पित होती है।
"राष्ट्राय स्वाहा, इदं राष्ट्राय इदं न मम"
मोदी जी द्वारा भारत माता की सिक्कों पर स्थापना प्रत्येक सच्चे हिंदू की अपनी मातृभूमि के प्रति श्रद्धा की अभिव्यक्ति है कि --
।। माता भूमि पुत्रोऽहं पृथिव्या।।
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