सीरते सहाबियात का मुतालआ लाज़िम करें:
बेहतर है कि आपके टेबल और आपकी लाइब्रेरी में मुख़्तलिफ़ मौजूद (विभिन्न विषयों) पर ऐसी किताबें हों जो हर औरत और हर बच्चा पढ़ सकें। आसानी से समझ में आने वाली किताबें हों जैसे तफ़्सीर इब्ने कसीर, सीरत इब्ने हिशाम, किताबुत्तौहीद, रियाजुम्सालिहीन वगैरह जिससे हर एक अपने अक़ीदे, अपने दीन, अपने प्यारे रसूल (ﷺ) की सीरते तय्यिबा, सहाब-ए-किराम के शब व रोज़ (रात व दिन), बच्चों की तबियत, वालिदैन के हुक़ूक़, घर वालों के हुकूक, रोज़मर्रा पेश आने वाले मसाइल के बारे में मालूमात हासिल करके अपने इल्म व अमल में इज़ाफ़ा (बढ़ोतरी) कर सकें। #🎙सामाजिक समस्या #islam #muslim #MOTIVATIONAL #knowledge