Sonam singh
ShareChat
click to see wallet page
@2393989720
2393989720
Sonam singh
@2393989720
मुझे ShareChat पर फॉलो करें!
#❤️Love You ज़िंदगी ❤️
❤️Love You ज़िंदगी ❤️ - *खुद* को *इस* तरह * मजबूत* बनाओ *कि* जिंदगी *चाहे* जितनी *भी* परीक्षा *ले* *दोबारा* तुम्हें *कोई* तोड़ *न* सके। राधे राधे *खुद* को *इस* तरह * मजबूत* बनाओ *कि* जिंदगी *चाहे* जितनी *भी* परीक्षा *ले* *दोबारा* तुम्हें *कोई* तोड़ *न* सके। राधे राधे - ShareChat
Radha krishna #❤️Love You ज़िंदगी ❤️
❤️Love You ज़िंदगी ❤️ - 20.37 94% - KBJs 2025-09-10 Wed 5 1/4 CLunuuu' यह मधुर मुस्कान तेरी श्याम मन को मोहती है कर दे जो जग को दीवाना अधर बंशी सोहती है।। ये मनोहर जोड़ी तेरी जग का जो उद्धार करती। जो पकड़ ले चरण तेरे उसको भव से पार करती।| फिरसे प्रेम की वह बांसुरी। अब अगर बज जाए में मधुवन की वह माधुरी। | तो प्रकट हाो जाए जग बुला लो गोपियों को वृंदावन जग को बना लो। /9~ मुझको अपना प्रेम देकर स्याममय बना लो। मुझको सोनम सिंह चौहान प्रेम Edit 20.37 94% - KBJs 2025-09-10 Wed 5 1/4 CLunuuu' यह मधुर मुस्कान तेरी श्याम मन को मोहती है कर दे जो जग को दीवाना अधर बंशी सोहती है।। ये मनोहर जोड़ी तेरी जग का जो उद्धार करती। जो पकड़ ले चरण तेरे उसको भव से पार करती।| फिरसे प्रेम की वह बांसुरी। अब अगर बज जाए में मधुवन की वह माधुरी। | तो प्रकट हाो जाए जग बुला लो गोपियों को वृंदावन जग को बना लो। /9~ मुझको अपना प्रेम देकर स्याममय बना लो। मुझको सोनम सिंह चौहान प्रेम Edit - ShareChat
#❤️Love You ज़िंदगी ❤️
❤️Love You ज़िंदगी ❤️ - 11:10 92% 8 LEalllall KBJs 2025-09-22 Mon 5 1/3 जिंदगी तू अब उलझना छोड़ दे का कोई तो नया मोड दे। gfal टूट गई हर आस इस मेरी तरफ से, फिर धागे उम्मीद के अब जोड़ दे।। हम यूं उदासी में जिएंगे कब तलक और कब तक कष्ट का पानी पिएंगे। कोई सागर का किनारा अब दिखा दे दरिया भरोसे हम जिएंगे। । कब तलक जैसे कोई नाजुक लता पेड़ों से लिपटी ए जिंदगी ! ऐसे उम्मीदों में हैं सिमटी। बनकर के कोई कमल उम्मीद खिले बस यहीं से मेरी हर उम्मीद मिटती।। सोनम सिंह चौहान जिंदगी की उम्मीद Edit 11:10 92% 8 LEalllall KBJs 2025-09-22 Mon 5 1/3 जिंदगी तू अब उलझना छोड़ दे का कोई तो नया मोड दे। gfal टूट गई हर आस इस मेरी तरफ से, फिर धागे उम्मीद के अब जोड़ दे।। हम यूं उदासी में जिएंगे कब तलक और कब तक कष्ट का पानी पिएंगे। कोई सागर का किनारा अब दिखा दे दरिया भरोसे हम जिएंगे। । कब तलक जैसे कोई नाजुक लता पेड़ों से लिपटी ए जिंदगी ! ऐसे उम्मीदों में हैं सिमटी। बनकर के कोई कमल उम्मीद खिले बस यहीं से मेरी हर उम्मीद मिटती।। सोनम सिंह चौहान जिंदगी की उम्मीद Edit - ShareChat
#❤️Love You ज़िंदगी ❤️
❤️Love You ज़िंदगी ❤️ - 79% 13.04 8 LFalllalll KBJs 1 9 C Save Layer Lines Undo Redo प्रेम क्या है लोग यही समझते है कि सब कुछ पा लेना ही प्रेम है। परंतु प्रेम तो एक ऐसा बंधन है जिसमे बंधने के लिए व्यक्ति को किसी और की सहायता की आवश्यकता नहीं होती।आज के समय में प्रेम शब्द है एक अहसास नही अगर अहसास होता तो लोगों को एक दूसरे की आवश्यकता महसूस होती।हम किसी से जब प्रेम करते है तो उसकी हर बात अच्छी लगती है वो गलत होते हुए भी सही लगता है।पर सच तो यह है की यह सिर्फ एक महत्वाकांक्षा है।क्यूंकि प्रेम तो हर गलती से दूर रखना चाहता है। प्रेम का महत्व तो सिर्फ एक मां बाप समझता है जोये चाहता है की उसकी संतान में कोई अवगुण न हो वह अच्छे मार्ग पर चलकर अपने भविष्य का निर्माण करे। प्रेम तो राधा ने भी कृष्ण से किया था पर कोई महत्वाकांक्षा को लेकर नहीं अगर ऐसा होता तो वो भी कृष्ण से विवाह करने की जिद करती।और गर्व करती कृष्ण की पत्नी होने का और प्रेम विवाह का। परंतु क्या उनकी पूजा होती या वो त्याग की मूर्ति कही जाती। आज की नई पीढियां बस ये जानती हैं की पा लो और न मिले तो उसे मिटा दो।यह तो सिर्फ स्वार्थ है। और जहां स्वार्थ है वहां प्रेम कहां।जहां विश्वास है वहां दूर होते हुए भी रिश्ते मजबूत होते हैं बस पूर्ण विश्वास की जो की आज के समय आवश्यकता में है ही नही। सोनम सिंह चौहान View Text Picture Stickers Draw Mode 79% 13.04 8 LFalllalll KBJs 1 9 C Save Layer Lines Undo Redo प्रेम क्या है लोग यही समझते है कि सब कुछ पा लेना ही प्रेम है। परंतु प्रेम तो एक ऐसा बंधन है जिसमे बंधने के लिए व्यक्ति को किसी और की सहायता की आवश्यकता नहीं होती।आज के समय में प्रेम शब्द है एक अहसास नही अगर अहसास होता तो लोगों को एक दूसरे की आवश्यकता महसूस होती।हम किसी से जब प्रेम करते है तो उसकी हर बात अच्छी लगती है वो गलत होते हुए भी सही लगता है।पर सच तो यह है की यह सिर्फ एक महत्वाकांक्षा है।क्यूंकि प्रेम तो हर गलती से दूर रखना चाहता है। प्रेम का महत्व तो सिर्फ एक मां बाप समझता है जोये चाहता है की उसकी संतान में कोई अवगुण न हो वह अच्छे मार्ग पर चलकर अपने भविष्य का निर्माण करे। प्रेम तो राधा ने भी कृष्ण से किया था पर कोई महत्वाकांक्षा को लेकर नहीं अगर ऐसा होता तो वो भी कृष्ण से विवाह करने की जिद करती।और गर्व करती कृष्ण की पत्नी होने का और प्रेम विवाह का। परंतु क्या उनकी पूजा होती या वो त्याग की मूर्ति कही जाती। आज की नई पीढियां बस ये जानती हैं की पा लो और न मिले तो उसे मिटा दो।यह तो सिर्फ स्वार्थ है। और जहां स्वार्थ है वहां प्रेम कहां।जहां विश्वास है वहां दूर होते हुए भी रिश्ते मजबूत होते हैं बस पूर्ण विश्वास की जो की आज के समय आवश्यकता में है ही नही। सोनम सिंह चौहान View Text Picture Stickers Draw Mode - ShareChat
#❤️Love You ज़िंदगी ❤️
❤️Love You ज़िंदगी ❤️ - 11.30 779 V20 UEilllll . 1815 ए जिन्दगी ! तू इतना उलझ गई है, तुझे सुलझाना मुश्किल है। में बदल जाता है तेरा हर रंग, पल पल तुझे किसी रंग में रंग पाना मुश्किल है। दरिया तो मिल जाती है कहीं पे सागर में, पर तुझे किसी समुंदर में मिलाना मुश्किल है।।  हम तो टूटकर मिल जाते हैं जहां में, पर तेरा टूटकर कर जुड़ पाना मुश्किल है। तू संभल जाती हैं हर ठोकर से यहां पर, पर मैं संभल जाऊं समझ पाना मुश्किल है।। तेरी राहों में मिलते है अनजाने सफर, पर उस सफर पे जाना मुश्किल है। গনভান ম; बहक जाते है कदम बहकने के बाद संभल पाना मुश्किल है।। ए जिन्दगी ! तेरा नसीब कैसा है जिसमे उनका आना मुश्किल है।  सब कुछ होगा तेरे पास भी, इस उम्मीद से उम्मीद लगाना मुश्किल है।। हम तो खामोश है तेरे साथ ही, खामोशी को समझाना मुश्किल है। पर कहीं टूट ना जाए उम्मीद का दरिया, उस दरिया को बांध पाना मुश्किल है।। ए जिन्दगी! अब ठहर जा इस पल में , मेरा कहीं पर चल पाना मुश्किल है। तुझे तो रंग दिया इतनी गहराई से , अब उसपर किसी रंग का चढ़ पाना मुश्किल है।। सोनम सिंह चौहान A Sep Edited 2, 2024 11.30 779 V20 UEilllll . 1815 ए जिन्दगी ! तू इतना उलझ गई है, तुझे सुलझाना मुश्किल है। में बदल जाता है तेरा हर रंग, पल पल तुझे किसी रंग में रंग पाना मुश्किल है। दरिया तो मिल जाती है कहीं पे सागर में, पर तुझे किसी समुंदर में मिलाना मुश्किल है।।  हम तो टूटकर मिल जाते हैं जहां में, पर तेरा टूटकर कर जुड़ पाना मुश्किल है। तू संभल जाती हैं हर ठोकर से यहां पर, पर मैं संभल जाऊं समझ पाना मुश्किल है।। तेरी राहों में मिलते है अनजाने सफर, पर उस सफर पे जाना मुश्किल है। গনভান ম; बहक जाते है कदम बहकने के बाद संभल पाना मुश्किल है।। ए जिन्दगी ! तेरा नसीब कैसा है जिसमे उनका आना मुश्किल है।  सब कुछ होगा तेरे पास भी, इस उम्मीद से उम्मीद लगाना मुश्किल है।। हम तो खामोश है तेरे साथ ही, खामोशी को समझाना मुश्किल है। पर कहीं टूट ना जाए उम्मीद का दरिया, उस दरिया को बांध पाना मुश्किल है।। ए जिन्दगी! अब ठहर जा इस पल में , मेरा कहीं पर चल पाना मुश्किल है। तुझे तो रंग दिया इतनी गहराई से , अब उसपर किसी रंग का चढ़ पाना मुश्किल है।। सोनम सिंह चौहान A Sep Edited 2, 2024 - ShareChat