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हिन्दू संस्कृति और अध्यात्म की जानकारियाँ
#कालरात्रि
कालरात्रि - 0 सोमवार, शारदीय नवरात्रि सप्तमी |l 0 सोमवार, शारदीय नवरात्रि सप्तमी |l - ShareChat
#शुभ मुहूर्त
शुभ मुहूर्त - इस बार कब है २९ या ३० अक्टूबर. महाअष्टमी? शारदीय नवरात्र के दौरान नौ दिनों तक मां दुर्गा की पूजा की जाती है। इस साल नवरात्रि १० दिनों की है। महाष्टमी यानी दुर्गाष्टमी मंगलवार ३० सितंबर को है। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल आश्विन मास की अष्टमी तिथि का आरंभ २९ सितंबर की शाम ४:३१ बजे होगा| अष्टमी तिथि का समापन ३० सितंबर की शाम ६:०६ बजे होगा। उदयातिथि के आधार पर दुर्गा अष्टमी ३० सितंबर को मनाई जाएगी। अगले दिन 1 अक्टूबर को महानवमी मनाई UTTUTI इस बार कब है २९ या ३० अक्टूबर. महाअष्टमी? शारदीय नवरात्र के दौरान नौ दिनों तक मां दुर्गा की पूजा की जाती है। इस साल नवरात्रि १० दिनों की है। महाष्टमी यानी दुर्गाष्टमी मंगलवार ३० सितंबर को है। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल आश्विन मास की अष्टमी तिथि का आरंभ २९ सितंबर की शाम ४:३१ बजे होगा| अष्टमी तिथि का समापन ३० सितंबर की शाम ६:०६ बजे होगा। उदयातिथि के आधार पर दुर्गा अष्टमी ३० सितंबर को मनाई जाएगी। अगले दिन 1 अक्टूबर को महानवमी मनाई UTTUTI - ShareChat
#व्रत एवं त्योहार
व्रत एवं त्योहार - नवरात्रि का दिन 9 30th सितम्बर २०२५ Tuesday मंगलवार अष्टमा सरस्वती पूजा , दुर्गा अष्टमी महागौरी पूजा , सन्धि पूजा सन्धि पूजा प्रारम्भ सितम्बर ३० को १७:४२ बजे पर पूजा समाप्त सितम्बर ३० को १८:३० बजे पर आज का नवरात्रि रँग गुलााबी नवरात्रि का दिन 9 30th सितम्बर २०२५ Tuesday मंगलवार अष्टमा सरस्वती पूजा , दुर्गा अष्टमी महागौरी पूजा , सन्धि पूजा सन्धि पूजा प्रारम्भ सितम्बर ३० को १७:४२ बजे पर पूजा समाप्त सितम्बर ३० को १८:३० बजे पर आज का नवरात्रि रँग गुलााबी - ShareChat
#पूजन विधि
पूजन विधि - ShareChat
#पूजन विधि
पूजन विधि - Goddess Mahagauri Favourite Flower Night blooming Jasmine ( रात की रानी) Mantra देवी महागार्य नमः। Prarthana श्वेते वृषेसमारूढा श्वेताम्बरथरा शुचिः  महागीरी शुभ दद्यान्महादेव प्रमोददा।  Stuti या देवी सर्वभूतेषु माँ महागौरी रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः। Dhyana बन्दे वाञ्छित कामार्थ चन्द्रार्पकृतशेखरामा सिंहारूढा चतुर्भुजा महागोरी यशस्विनीम्। पूर्णन्दु निभाम् गोरी सोमचक्रस्थिताम् अएमम् महागारी त्रिनेत्राम्।  वराभीतिकरा त्रिशूल डमरूधरा महागोरी भजेम्।।  प्टाम्यर परिथाना मृद्धहास्या नानालङ्कार भूषिताम् किङ्किणि रत्नकुण्डल मण्डिताम्।  केपूर मञ्जीर हार प्रफुल्ल बन्दना पल्लवाथरा कान्त कपोलाम् त्रेलोक्य मोहनम्। कमनीया लावण्या मृणाला चन्दन गन्धलिप्ताम्।।  Stotra सर्वसङ्कट हन्त्री त्वहि शन ऐश्वर्प प्रदायनीम्।  महागोरी प्रणमाम्यहम्। चतुर्वेदमची ete सुख शान्तिदात्री थन थान्य प्रदायनीम्।  महागोरी प्रणमाम्यहम्। डमरूवाद्य प्रिया अद्या त्रलोक्यमङ्गल त्वहि तापत्रय हारिणीम। वददम् चेतन्यमयी महागोरी प्रणमाम्यहम्। Kavacha' ऊँ॰कारः पातु शीर्षा माँ॰ हीं बीजम् मॉ॰ हदयो।  क्लीं बीजम् सदापातु नभो गृहो पादयो।। महागारी मा  ललाटम् कर्णो हुं बीजम् " नेत्रम  घ्राणो। uTd चियुको फट् पातु मा सर्ववदनो।। स्वाहा  कपात Aartl महागारी जगत की माया। जिय उमा भवानी जय महामाया।।  जय हरिद्वार कनखल के पासा| महागोरी तेरा वहा निवास।। यन्द्रकली ओरममता अम्वे। जयशक्ति जयजयमोजिगदम्ये।। भीमा देवी विमला माता। कोशिक देवी जग विख्यता।।  हिमाचल के पर गोरी रूप तेरा। महाकाली दुर्गा ह स्यरूप तेरा।।  सती (सत) हवन कुड मेथाजलाया।उसी पुएने रूप काली यनाया।। सिह जो सवारी मे आया।तो शंकरने সিথুল [ITTTI মনা খস 3I तभी माने महागोरी नाम प्ाया। शरण आनेवाले का संकट मिटाया।।  शनिवार को तेरी पूजा जो करता। मा बिगड़ा हुआ काम उसका सुधरता। भक्त बोलो तो सोच तुम च्या रहे हो। महागारी मा तेरी हरदम ही जय हो।।  Goddess Mahagauri Favourite Flower Night blooming Jasmine ( रात की रानी) Mantra देवी महागार्य नमः। Prarthana श्वेते वृषेसमारूढा श्वेताम्बरथरा शुचिः  महागीरी शुभ दद्यान्महादेव प्रमोददा।  Stuti या देवी सर्वभूतेषु माँ महागौरी रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः। Dhyana बन्दे वाञ्छित कामार्थ चन्द्रार्पकृतशेखरामा सिंहारूढा चतुर्भुजा महागोरी यशस्विनीम्। पूर्णन्दु निभाम् गोरी सोमचक्रस्थिताम् अएमम् महागारी त्रिनेत्राम्।  वराभीतिकरा त्रिशूल डमरूधरा महागोरी भजेम्।।  प्टाम्यर परिथाना मृद्धहास्या नानालङ्कार भूषिताम् किङ्किणि रत्नकुण्डल मण्डिताम्।  केपूर मञ्जीर हार प्रफुल्ल बन्दना पल्लवाथरा कान्त कपोलाम् त्रेलोक्य मोहनम्। कमनीया लावण्या मृणाला चन्दन गन्धलिप्ताम्।।  Stotra सर्वसङ्कट हन्त्री त्वहि शन ऐश्वर्प प्रदायनीम्।  महागोरी प्रणमाम्यहम्। चतुर्वेदमची ete सुख शान्तिदात्री थन थान्य प्रदायनीम्।  महागोरी प्रणमाम्यहम्। डमरूवाद्य प्रिया अद्या त्रलोक्यमङ्गल त्वहि तापत्रय हारिणीम। वददम् चेतन्यमयी महागोरी प्रणमाम्यहम्। Kavacha' ऊँ॰कारः पातु शीर्षा माँ॰ हीं बीजम् मॉ॰ हदयो।  क्लीं बीजम् सदापातु नभो गृहो पादयो।। महागारी मा  ललाटम् कर्णो हुं बीजम् " नेत्रम  घ्राणो। uTd चियुको फट् पातु मा सर्ववदनो।। स्वाहा  कपात Aartl महागारी जगत की माया। जिय उमा भवानी जय महामाया।।  जय हरिद्वार कनखल के पासा| महागोरी तेरा वहा निवास।। यन्द्रकली ओरममता अम्वे। जयशक्ति जयजयमोजिगदम्ये।। भीमा देवी विमला माता। कोशिक देवी जग विख्यता।।  हिमाचल के पर गोरी रूप तेरा। महाकाली दुर्गा ह स्यरूप तेरा।।  सती (सत) हवन कुड मेथाजलाया।उसी पुएने रूप काली यनाया।। सिह जो सवारी मे आया।तो शंकरने সিথুল [ITTTI মনা খস 3I तभी माने महागोरी नाम प्ाया। शरण आनेवाले का संकट मिटाया।।  शनिवार को तेरी पूजा जो करता। मा बिगड़ा हुआ काम उसका सुधरता। भक्त बोलो तो सोच तुम च्या रहे हो। महागारी मा तेरी हरदम ही जय हो।। - ShareChat
#शुभ मुहूर्त
शुभ मुहूर्त - सन्धि पूजा ३०वाँ सितम्बर २०२५ Tuesday मंगलवार  करते हुये देवी चामुण्डा चण्ड और मुण्ड का वध शारदीय नवरात्रि सन्धि पूजा पूजा मंगलवार, सितम्बर ३०, २०२५ को सन्धि पूजा मुहूर्त - १७:४२ 18:30 मिनट्स अवधि - ०० घण्टे ४८  अष्टमी तिथि प्रारम्भ - सितम्बर २९, २०२५ को १६ ३१ बजे अष्टमी तिथि समाप्त - सितम्बर ३०, २०२५ को १८:०६ बजे सन्धि पूजा ३०वाँ सितम्बर २०२५ Tuesday मंगलवार  करते हुये देवी चामुण्डा चण्ड और मुण्ड का वध शारदीय नवरात्रि सन्धि पूजा पूजा मंगलवार, सितम्बर ३०, २०२५ को सन्धि पूजा मुहूर्त - १७:४२ 18:30 मिनट्स अवधि - ०० घण्टे ४८  अष्टमी तिथि प्रारम्भ - सितम्बर २९, २०२५ को १६ ३१ बजे अष्टमी तिथि समाप्त - सितम्बर ३०, २०२५ को १८:०६ बजे - ShareChat
#शुभ मुहूर्त
शुभ मुहूर्त - महाष्टमी 30 सितम्बर २०२५ Tuesday मंगलवार 24  दुर्गा का भव्य रुप 49 Durga Utsav महाष्टमी पूजा का समय अष्टमी मंगलवार, सितम्बर ३०, २०२५ को अष्टमी तिथि प्रारम्भ - सितम्बर २९, २०२५ को १६ ३१ बजे अष्टमी तिथि समाप्त - सितम्बर ३०, २०२५ को १८:०६ बजे महाष्टमी 30 सितम्बर २०२५ Tuesday मंगलवार 24  दुर्गा का भव्य रुप 49 Durga Utsav महाष्टमी पूजा का समय अष्टमी मंगलवार, सितम्बर ३०, २०२५ को अष्टमी तिथि प्रारम्भ - सितम्बर २९, २०२५ को १६ ३१ बजे अष्टमी तिथि समाप्त - सितम्बर ३०, २०२५ को १८:०६ बजे - ShareChat
#शुभ मुहूर्त
शुभ मुहूर्त - सरस्वती पूजा 30a सितम्बर २०२५ Tuesday मंगलवार देवी सरस्वती सरस्वती प्रधान पूजा का समय सरस्वती पूजा मंगलवार, सितम्बर ३०, २०२५ को पूजा मुहूर्त - १५२३ से १७:४६ पूर्वाषाढा  मिनट्स  अवधि - ०२ घण्टे २३ पूर्वाषाढा नक्षत्र प्रारम्भ - सितम्बर ३०, २०२५ को ०६ १७ बजे पूर्वाषाढा नक्षत्र समाप्त - अक्टूबर ०१, २०२५ को ०८:०६ बजे सरस्वती पूजा 30a सितम्बर २०२५ Tuesday मंगलवार देवी सरस्वती सरस्वती प्रधान पूजा का समय सरस्वती पूजा मंगलवार, सितम्बर ३०, २०२५ को पूजा मुहूर्त - १५२३ से १७:४६ पूर्वाषाढा  मिनट्स  अवधि - ०२ घण्टे २३ पूर्वाषाढा नक्षत्र प्रारम्भ - सितम्बर ३०, २०२५ को ०६ १७ बजे पूर्वाषाढा नक्षत्र समाप्त - अक्टूबर ०१, २०२५ को ०८:०६ बजे - ShareChat
#व्रत एवं त्योहार
व्रत एवं त्योहार - हिन्दुओं के T,ddl और तीजन्त्याहार २३, आश्विन Sadua अष्मी 30 २०८२ कालयुक्त विक्रम सम्वत सितम्बर 2025 मंगलवार वाराणसी भारत सरस्वती पूजा , दुर्गा अष्टमी, सन्धि पूजा, मासिक दुर्गाष्टमी, गण्ड मूल, आडल योग सरस्वती पूजा दुर्गा अष्टमी Durga Utsav सान्ध पूजा मासिक दुर्गाष्टमी IIp Da Puja हिन्दुओं के T,ddl और तीजन्त्याहार २३, आश्विन Sadua अष्मी 30 २०८२ कालयुक्त विक्रम सम्वत सितम्बर 2025 मंगलवार वाराणसी भारत सरस्वती पूजा , दुर्गा अष्टमी, सन्धि पूजा, मासिक दुर्गाष्टमी, गण्ड मूल, आडल योग सरस्वती पूजा दुर्गा अष्टमी Durga Utsav सान्ध पूजा मासिक दुर्गाष्टमी IIp Da Puja - ShareChat
#शुभ मुहूर्त
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