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अम्बेडकरवादी🔵 Pantomath हिंदू धर्म ➡️ बौद्ध
राधा — प्रेम की वह शक्ति जो आत्मा को जगाती है ❤️🎶🌸; राधा (Radhika) को हिन्दू परंपरा में कृष्ण की प्रमुख संगिनी और भक्ति-प्रतीक के रूप में माना जाता है, और उनकी पूजा, साहित्यिक चित्रण और त्योहारों में स्थिति मुख्यतः मध्यकालीन भक्ति-परंपरा के दौरान स्पष्ट हुई। गीत-गोविंद (12वीं शताब्दी) और बाद के पुराणों जैसे ब्रह्म वैवर्त पुराण में राधा का उल्लेख मिलता है, इसलिए कई विद्वान मानते हैं कि उनका देवत्व कवि-परंपरा और लोक-श्रुति के संगम से निखरा। “The divine couple, Radha and Krishna, comprise the essence of godhead.” — इस विचार ने राधा-कृष्ण के रूप को न केवल प्रेम-कथा बल्कि दैवीय-थिएट्रिकल सिद्धांत बना दिया। तर्क/साइंस की नज़र से देखें तो यह एक सांस्कृतिक-मेमेटिक प्रक्रिया है: मौखिक परंपरा, काव्यिक कैननाइज़ेशन और मंदिर-अनुष्ठान ने किसी लोक-चरित्र को देवीय आर्केटाइप में बदल दिया — यानी राधा एक ऐतिहासिक व्यक्ति से अधिक एक प्रतीक-देवी और आत्मिक-आकांक्षा का प्रतिनिधित्व करती हैं; इस गणितीय/मनोवैज्ञानिक विश्लेषण में साहित्य और सामाजिक मनोविज्ञान का योगदान दिखता है। एक रोचक तथ्य — ब्रज क्षेत्र में आज भी लोग एक दूसरे का अभिवादन “Radhe Radhe” करte हैं, जो राधा की जीवित लोक-संस्कृति उपस्थिति को दर्शाता है। #राधा #Radha #भक्ति #Vrindavan #Radhashtami 🪷🎵🌿 आप अगली post किस पर बनी देखना चाहते हैं comment करें @radha @Radha Rani @Anu radha @Radha 9053 #Radha #Radha
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सनातन — शाश्वत परम्परा जो तर्क और विज्ञान से भी परखी जा सकती है ✨📜: सनातन का मूल अर्थ 'शाश्वत' है और यह हिंदू धर्म के परंपरागत आयामों को बताता; इतिहास में इसकी धाराएँ वैदिक-उपनिषदिक साहित्य से जुड़ी हैं और 19वीं सदी के पुनरुद्धार आंदोलनों ने इस नाम को सामाजिक-धार्मिक पहचान के रूप में और भी प्रचलित किया। 🌱 एक छोटी सी प्रेरणादायक पंक्ति: "कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन" — कर्म पर भरोसा, फल की आस पर नहीं। 🔍 तर्क/साइंस का विश्लेषण: योग और आयुर्वेद जैसे अभ्यासों के कुछ पहलू आधुनिक शोध में स्वास्थ्य और मानसिक स्थिरता के साथ जुड़े दिखे हैं, इसलिए उन्हें वैज्ञानिक मान्यताओं के ढाँचे में परखकर अपनाना समझदारी है; वहीं जिन रीतियों में जातिगत भेद, अंधविश्वास या बिना प्रमाणित उपचारों का समावेश है उन्हें स्पष्ट रूप से गलत कहना चाहिए — धर्म की प्राचीन शुद्धता और मानवीय नैतिकता में फर्क करने की ज़रूरत है। ⚖️ समकालीन संदर्भ: सनातनी पहचान के अंदर विविध उप-सम्प्रदाय और सामाजिक विचार भी हैं — इसलिए परम्परा का सम्मान करते हुए भी समय के साथ सुधार और तर्क का स्वागत जरूरी है। 🙏🔥 #सनातन #SanatanaDharma #विज्ञान #योग #आयुर्वेद #तर्क आप अगली post किस पर बनी देखना चाहते हैं comment करें। @सनातन हिंदु @सनातनी @सनातनी वैदिक @रवि मौर्य सनातनी @सनाया समीर #सनातन #सनातन धर्म
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क्या आप जानते हैं कि 'बाल-लीला' केवल प्रिय कथाएँ नहीं बल्कि हिंदू दर्शन में सृष्टि और ईश्वर के प्रेम-खेल यानी divine play का ही रूप है, जहाँ लीला से ब्रह्मांड की रचना को एक खेली हुई, स्वेच्छिक क्रिया के रूप में देखा जाता है। आश्चर्यजनक बात: कृष्ण की बाल-लीला (Bala Krishna / Bala Gopala) की आराधना इतिहास में कृष्ण-भक्ति के प्रारम्भिक रूपों में गिनी जाती है। "ममता में भी ब्रह्मांड बसा है" — यही बाल-लीला का भाव है; इसे आधुनिक मीडिया और सीरियल्स/एनिमेशन में भी बार-बार प्रस्तुत किया गया है, जिससे लोक- स्मृति और सांस्कृतिक शिक्षण जारी रहता है। तर्क/साइंस की भाषा में देखें तो बाल-लीला के खेल-प्रसंग (माखन-चोरी, मटकी-फोड़ना, गोपियों के साथ खेल) वास्तव में 'play' के रूप में बच्चों के cognitive, social और emotional विकास को प्रभावित करते हैं — चिकित्सा/शैक्षिक अनुसंधान बताते हैं कि मुक्त खेल बच्चों में executive function, भाषा और रचनात्मकता बढ़ाता है और मस्तिष्क के विकास को सहारा देता है। सांस्कृतिक-भक्ति विश्लेषण से भी स्पष्ट है कि सूरदास जैसे भक्त-कवियों ने इन लीलाओं को वात्सल्य (मातृ/पितृ स्नेह) के रूप में प्रस्तुत करके नैतिकता, प्रेम और समाजिक संबंधों की शिक्षा दी है। 🪔👶✨ #बाललीला #कृष्ण #BalaKrishna #लीला #PlayScience #भक्ति — आप अगली post किस पर बनी देखना चाहते हैं comment करें👇 @श्री लीलाधर बाल कृष्ण मंदिर #बाल-लीला
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राधा-कथाएँ — जब प्रेम ने धर्म, कला और मनोविज्ञान को एक साथ छुआ: हुक — एक ऐसा प्रेम जो सिर्फ कहानी नहीं, भाव का विज्ञान बन जाता है। इतिहास बताता है कि राधा का साहित्यिक और लोकप्रिय स्वरूप विशेष रूप से मध्यकालीन भक्ति-साहित्य (खासकर जयदेव के गीत गोविन्द) के बाद विस्तारित हुआ, जिसने उन्हें जन-मानस में अमर बना दिया। ब्रिटैनिका की उल्लेखनीय व्याख्या कहती है कि "the female, Radha, is sometimes interpreted as symbolizing the human soul and the male, Krishna, as symbolizing God." — यानी रामराज्य नहीं, बल्कि राधा-रूप में आत्मा और भक्ति का द्योतक देखने का मजबूत सांस्कृतिक तर्क मौजूद है। तर्क/साइंस से देखें तो राधा-भक्ति जैसे भावनात्मक अनुभव मस्तिष्क के इनाम (reward) नेटवर्क को सक्रिय करते हैं — fMRI और neurotheology अध्ययन दिखाते हैं कि आध्यात्मिक अनुभूतियाँ नाभिकस-अक्सम्बेंस और संबंधित इनाम/ध्यान तंत्रों में सक्रियता लाती हैं, इसलिए भक्ति का "लगाव" और श्रद्धा व्यवहारिक रूप से भी मजबूत बनते हैं। राधा-कथाओं का कला, नृत्य और लोकपरंपरा पर भी गहरा असर रहा है — रासलीला, मणिपुरी और कथक जैसी परंपराएँ इन्हीं कथासंग्रहों और भावनात्मक चित्रणों से पोषित हुईं। निष्कर्ष — धर्म में जो सच्चाईयां अनुसरणीय हैं (भक्ति, करुणा, मानवता) उन्हें सम्मान दें; और जहाँ ऐतिहासिक-वैज्ञानिक साक्ष्य सीमित हैं (जैसे राधा का एकल ऐतिहासिक व्यक्तित्व), वहाँ साहित्य और लोकपरंपरा का योगदान मानकर फर्क समझना बुद्धिमानी है। 🔔🌺 #राधा #RadhaRani #राधाकथाएँ #भक्ति #GitaGovinda #रासलीला ❤️✨ आप अगली post किस पर बनी देखना चाहते हैं comment करें। @राधा @ राधा दाहिया @Waiting for राधा ❤️ @🔥राधा हरी 🔥💞❤️ #राधा-कथाएँ
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भागवत का जादू — प्राचीन ज्ञान से लेकर आज के आत्म-परिवर्तन तक: भागवतम् को अक्सर 'पांचवाँ वेद' कहा जाता है और शास्त्रीय अध्ययन इसे भक्तिमार्ग पर केंद्रित एक ग्रंथ मानते हैं; अकादमिक अनुमान इसे लगभग 800–1000 ईस्वी के बीच रचित बताते हैं, और श्लोक "कृष्णास् तु भगवन् स्वयं" इसे सीधे कृष्ण-आराधना के रूप में स्थापित करता है; वैज्ञानिक/मनोवैज्ञानिक नजरिये से भागवत की कथाएँ, कथा-श्रवण और कीर्तन सामूहिक सहानुभूति, मानसिक शांति और नैतिक विकास को बढ़ाने वाले सामाजिक-मनोवैज्ञानिक प्रभाव उत्पन्न करती हैं — इसलिए भक्ति की उपयोगिता को समझना जरूरी है पर साथ ही उन परम्पराओं की भी आलोचना करें जो अंध-रिवाज बनकर व्यक्ति या समाज को नुकसान पहुँचाती हैं, सुधार और विवेक दोनों जरूरी हैं 🔱📖✨ #भागवत #SrimadBhagavatam #Bhakti #कृष्ण #AncientWisdom #धर्म आप अगली post किस पर बनी देखना चाहते हैं comment करें. @ भागवत श्रीवास्तव @भागवत कोळपे @भागवत तांबे @भागवत मिरकले @भागवत आप्पा गोडसे #भागवत गीता#भागवत के लिए संपर्क करें #भागवत गीता
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क्या आप जानते हैं — फ्रिज सिर्फ़ एक दराज़ नहीं, बल्कि एक छोटा heat-pump है जो अंदर की गर्मी बाहर खींचकर तापमान को कुछ डिग्री (आदर्शतः लगभग 3–5°C) पर बनाए रखता है ताकि बैक्टीरिया की वृद्धि धीमी पड़े और खाना ताज़ा रहे। इतिहास में वाष्प-संपीड़न (vapor-compression) पर पहला काम 1834 में Jacob Perkins ने किया और घरों में बिजली वाले फ्रिज का पहला सफल mass-market यूनिट DOMELRE 1913 में Fred W. Wolf Jr. ने पेश किया — यानी हमारा मॉडर्न फ्रिज कई वैज्ञानिक खोजों और इंजीनियरिंग अपडेट्स का नतीजा है। और दिलचस्प बात ये कि प्राचीन ईरान के यखचाल (yakhchāl) जैसी संरचनाएँ भी evaporative और radiative cooling के सिद्धांतों पर काम करती थीं — ठंडा रखने का विचार नया नहीं। विज्ञान यह भी बताता है कि फ्रिज के कूलेंट्स (पहले CFC, फिर HFC-134a और अब अधिक पर्यावरण-अनुकूल R-600a जैसे विकल्प) बदलते रहे हैं, इसलिए energy-efficient मॉडल चुनना और पुराने फ्रिज की सही तरह से रिसाइक्लिंग/डिस्पोज़ल जरूरी है। "ठंडी सोच, ताज़ा भविष्य।" 🧊💡🍎 #फ्रिज #CoolTech #रसोईज्ञान #Science #KitchenHack आप अगली post किस पर बनी देखना चाहते हैं comment करें @C🥀R🥀7 @instagrm I'd 😏😎f_i_r_i_n_g a_t_t_i_t_u_d_e 😏😎 @😌 dusky queen 😌 @Frigo @kajal frida #garmiyon Mein fridge ki dekhbhal #plastic fridge space saver organizer #shortvideo #short #short ##heating system #air conditioner #light #fan #fridge #water pump #fridge containers #fridge se botal nikalne pe goli mari
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श्रीकृष्ण — लीला से जीवन-शास्त्र तक: एक नया नजरिया — एक कम-ज्ञात तथ्य यह है कि महाभारत में कृष्ण मुख्यतः अर्जुन के सारथी और गीता के उपदेशक के रूप में उभरते हैं, जबकि बाद के पुराणों (जैसे भागवत) में उनकी बाल-लीला और राधा-कथाएँ विस्तारित होकर उनकी छवि को सामाजिक और धार्मिक परतों में विकसित करती हैं; तर्क/ऐतिहासिक-अध्ययन से यह दिखाई देता है कि धार्मिक चरित्र समय, स्थान और साहित्यिक परतों के साथ बदलते हैं और इसलिए उनके संदेश को भी संदर्भानुसार समझना चाहिए। गीता का सबसे असरदार उद्धरण: "कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन" — (कर्म पर अधिकार है, फलों पर नहीं) — इस विचार को आधुनिक मनोविज्ञान में 'प्रक्रिया-फोकस' और तनाव-नियंत्रण के सिद्धांतों से जोड़ा जा सकता है। हुक: आज के जीवन में इसे अपनाकर देखें — काम पर ध्यान दें, परिणाम की चिंता कम करें 🙏✨। #श्रीकृष्ण #भगवद्गीता #कर्मयोग #LeelaToLogic #Janmashtami 🔱🕊️ आप अगली post किस पर बनी देखना चाहते हैं comment करें. #viral
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यूक्रेन — हिम्मत का नया अध्याय 🇺🇦✨, आज इसकी कहानियाँ विकिपीडिया और दूसरे विकि-प्रोजेक्ट्स पर लगातार अपडेट होकर ट्रेंड कर रही हैं और युद्ध की टाइमलाइन लाइव तरीके से दर्ज हो रही है। हाल ही में हुए बड़े ड्रोन-और-मिसाइल हमलों ने शहरी-सुरक्षा, ऊर्जा-ग्रिड और नागरिक संरचना के प्रतिरोध को चुनौती दी है — इसलिए वैज्ञानिक और तकनीकी निवेश (एयर-डिफेंस, रियल-टाइम डेटा, चुस्त इन्फ्रास्ट्रक्चर) अब रणनीतिक प्राथमिकता बन गए हैं। एक तथ्य जिसे कम लोग भांपते हैं: यूक्रेन क्षेत्रफल के हिसाब से यूरोप में रूस के बाद दूसरा सबसे बड़ा देश है, यही भू-राजनीतिक स्थिति इसे अतिरिक्त महत्त्व देती है। “हौसला ही सबसे सशक्त हथियार है।” — इसलिए तर्क और साइंस को साथ मिलाकर नीति बनानी होगी: ड्रोन-खतरों को समझो, नागरिक सुरक्षा के मानक सख्त करो, और बुनियादी ढांचे की रिजिलिएन्स बनाओ। #यूक्रेन #Ukraine #Kyiv #Resilience #StandWithUkraine 🇺🇦🕊️🔎🛰️💥 आप अगली post किस पर बनी देखना चाहते हैं comment करें @यूक्रेन @यूक्रेन चौधरी @यूक्रेन कुमार @यूक्रेन बरफ @यूक्रेन।कूमार #काबूल मे यूक्रेन का विमान हाईजैक
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कालचक्र — समय का भौतिक-आध्यात्मिक पहिया ⏳🔁: क्या समय सिर्फ आगे बढ़ता है या वह चक्रीय भी होता है? बौद्ध परम्परा में Kālacakra एक बहुअर्थी तंत्र है जो बाह्य, आंतरिक और अन्य तीन “समय-चक्र” बताती है और इसकी मंडल-रचना सूक्ष्मशरीर (नाड़ियाँ, बिंदु, चक्र) व ब्रह्माण्डीय प्रक्रियाओं को जोड़कर ध्यान और सामाजिक-कॉस्मोलॉजी का एक समेकित मॉडल पेश करती है; हिन्दू पुराणों में युग-चक्रों (सत्य/त्रेता/द्वापर/कलि) की गणना ब्रह्मांडीय समय के विशाल पैमाने तक जाती है — दोनों दृष्टियाँ प्रतीकात्मक रूप से गहरी अर्थव्यवस्था देती हैं। वैज्ञानिक तर्क: आधुनिक भौतिकी समय की दिशा को एंट्रोपी और ब्रह्मांडीय विस्तार के संदर्भ में समझाती है, इसलिए धार्मिक कथाओं को शांति-करुणा जैसे नैतिक संदेशों के लिए स्वीकार करना बुद्धिमानी है, पर किसी धार्मिक ग्रंथ की ऐतिहासिक-भौतिक भविष्यवाणी को बिना ठोस प्रमाण शाब्दिक सत्य मानना गैर-वैज्ञानिक होगा। आश्चर्यजनक बात: कालचक्र-मंडल केवल कला नहीं — यह ध्यान के माध्यम से मानसिक और शारीरिक परिवर्तन के लिए एक निर्देशिका भी है। प्रेरक पंक्ति: "जब हम समय के चक्र को समझते हैं, तभी हम अपने कर्मों के चक्र को बदल सकते हैं।" शेयर करें अगर यह नया लगा! 🔥📿🌀 #कालचक्र #समय #मंडल #धर्म_और_विज्ञान #शांति आप अगली post किस पर बनी देखना चाहते हैं comment करें. @(*_*)कालभक्त (*_*) @अमोल कालोकार @ आशा कालेकर @गोरख कालेकर @हरिभाऊ कालेकर #जीवन का कालचक्र #कालचक्र स्पेशल भक्ति 🙏🙏
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