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#दिल के अल्फाज़
दिल के अल्फाज़ - ShareChat
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#दिल के अल्फाज़ #👉 लोगों के लिए सीख👈 #✍️ जीवन में बदलाव #☝आज का ज्ञान #❤️जीवन की सीख
दिल के अल्फाज़ - जिस दिन तुम्हे ये बात समझ मे आ जायेगी कि ऊपर वाला पलक झपकते ही सबकुछ बदल कर रख सकता है उस दिन तुम दूसरों के बुरे वक़्त पर हंसना भूल जाओगे. Follow जिस दिन तुम्हे ये बात समझ मे आ जायेगी कि ऊपर वाला पलक झपकते ही सबकुछ बदल कर रख सकता है उस दिन तुम दूसरों के बुरे वक़्त पर हंसना भूल जाओगे. Follow - ShareChat
#दिल के अल्फाज़
दिल के अल्फाज़ - लोग जल जाते हैं मेरी मुस्कान पर क्योंकि, मैंने कभी दर्द की नुमाइश नहीं की, जिंदगी से जो मिला कबूल किया, किसी चीज की फरमाइश नहीं की, मुश्किल है समझ पाना मुझे क्योंकि, जीने के अलग हैं अंदाज मेरे, जब जहां जो मिला अपना लिया, जो ना मिला उसकी ख्वाहिश नहीं की। माना कि औरो के मुकाबले नहीं मैंने कुछ ज्यादा पाया पर खुश हूं की खुद को गिरा कर कुछ उठाया नहीं मैंने ! लोग जल जाते हैं मेरी मुस्कान पर क्योंकि, मैंने कभी दर्द की नुमाइश नहीं की, जिंदगी से जो मिला कबूल किया, किसी चीज की फरमाइश नहीं की, मुश्किल है समझ पाना मुझे क्योंकि, जीने के अलग हैं अंदाज मेरे, जब जहां जो मिला अपना लिया, जो ना मिला उसकी ख्वाहिश नहीं की। माना कि औरो के मुकाबले नहीं मैंने कुछ ज्यादा पाया पर खुश हूं की खुद को गिरा कर कुछ उठाया नहीं मैंने ! - ShareChat
#दिल के अल्फाज़
दिल के अल्फाज़ - वो आया था और लौट गया किस बात का मलाल करूं हाथ पकडू , रोकूं उसे क्यूं उससे सवाल करूं होता मेरा तो जाता नहीं ये तसल्ली ठीक है मन बहलाने के लिए आख़िर उड़ते हुए परिंदों को क्यूं ख़ुद से बांध रखूं ठहरे हुए मुसाफ़िर को यूं अपना समझना ठीक है क्या. , भर के खुशी की ख़ातिर পল क्यूं जीना उसका मुहाल करूं. वो आया था और लौट गया किस बात का मलाल करूं हाथ पकडू , रोकूं उसे क्यूं उससे सवाल करूं होता मेरा तो जाता नहीं ये तसल्ली ठीक है मन बहलाने के लिए आख़िर उड़ते हुए परिंदों को क्यूं ख़ुद से बांध रखूं ठहरे हुए मुसाफ़िर को यूं अपना समझना ठीक है क्या. , भर के खुशी की ख़ातिर পল क्यूं जीना उसका मुहाल करूं. - ShareChat
#👌 अच्छी सोच👍 #दिल के अल्फाज़
👌 अच्छी सोच👍 - शर्त रखी गई है, बात हुई है सा़फ़ हमें चाहिए बहु, जो घर को जोड़ सके। यानी , मतलब ये है कि रिश्ते हैं बिखरे, घर पहले से ही है, टूटा हुआ।  ये कैसी अपेक्षा है, ये कैसा मज़ाक है? क्या वो दहेज में फेविकोल সাথ? लाएगी क्या उसके हाथों में कोई जादुई ताक़त होगी, जो दरारों को भरेगी , ख़त्म करेगी हर फ़साद? वो लड़की है, कोई राजमिस्त्री तो नहीं, जो ईंट-ईंट जोड़कर एक नई दीवार उठा दे। जिन मनो में मेल नहीं, जहाँ प्यार नहीं बाकी, वहाँ वो अकेली रिश्तों की शुरुआत कैसे करा दे? शर्त रखी गई है, बात हुई है सा़फ़ हमें चाहिए बहु, जो घर को जोड़ सके। यानी , मतलब ये है कि रिश्ते हैं बिखरे, घर पहले से ही है, टूटा हुआ।  ये कैसी अपेक्षा है, ये कैसा मज़ाक है? क्या वो दहेज में फेविकोल সাথ? लाएगी क्या उसके हाथों में कोई जादुई ताक़त होगी, जो दरारों को भरेगी , ख़त्म करेगी हर फ़साद? वो लड़की है, कोई राजमिस्त्री तो नहीं, जो ईंट-ईंट जोड़कर एक नई दीवार उठा दे। जिन मनो में मेल नहीं, जहाँ प्यार नहीं बाकी, वहाँ वो अकेली रिश्तों की शुरुआत कैसे करा दे? - ShareChat
#दिल के अल्फाज़
दिल के अल्फाज़ - मैं चुपचाप हूँ, मायूस हूँ Il मत समझना जासूस हूँ Il मेरे पास टिकती ही नहीं, ख़ुशी ज़रूर कह सकते हो, मनहूस हूँ Il महफ़िलों में तन्हां हूँ॰ में जुलूस तन्हाइयों  ٤ ١١ दुःख किसी से साझा नहीं करता, Faga| कंजूस हूँ Il बस इस मामले सच के प्रति कट्टर క్లే झूठ के प्रति खडूस || मुश्किलें मेरा क्या बिगाड़ेंगी , मैं मां की ममता में महफूज़ हूँ Il मैं चुपचाप हूँ, मायूस हूँ Il मत समझना जासूस हूँ Il मेरे पास टिकती ही नहीं, ख़ुशी ज़रूर कह सकते हो, मनहूस हूँ Il महफ़िलों में तन्हां हूँ॰ में जुलूस तन्हाइयों  ٤ ١١ दुःख किसी से साझा नहीं करता, Faga| कंजूस हूँ Il बस इस मामले सच के प्रति कट्टर క్లే झूठ के प्रति खडूस || मुश्किलें मेरा क्या बिगाड़ेंगी , मैं मां की ममता में महफूज़ हूँ Il - ShareChat
#📖जीवन का लक्ष्य🤔 #✍️ जीवन में बदलाव #👫 हमारी ज़िन्दगी #👌 आत्मविश्वास
📖जीवन का लक्ष्य🤔 - सब्र रखो, कोशिशें न छोड़ो॰॰॰  हार से डरकर उम्मीदें न तोड़ो , रास्ते कठिन हैं, तो क्या हुआ... आगे बढ़ो , कदम पीछे न मोड़ो, हर अँधेरे में उजाला छिपा है. अपने सपनों से रिश्ता न तोड़ो , मंज़िल मिलेगी इम्तिहानों से गुजरकर... কিম্সন ২স্রী, বলনা ন ত্তীড়ী|| सब्र रखो, कोशिशें न छोड़ो॰॰॰  हार से डरकर उम्मीदें न तोड़ो , रास्ते कठिन हैं, तो क्या हुआ... आगे बढ़ो , कदम पीछे न मोड़ो, हर अँधेरे में उजाला छिपा है. अपने सपनों से रिश्ता न तोड़ो , मंज़िल मिलेगी इम्तिहानों से गुजरकर... কিম্সন ২স্রী, বলনা ন ত্তীড়ী|| - ShareChat
#दिल के अल्फाज़
दिल के अल्फाज़ - एक शब्द है ( मोहब्बत ) इसे कर के देखो तुम तड़प ना जाओ तो कहना... एक शब्द है मुकद्दर ) ঐষ্রী নুস इससे लड़कर हार ना जाओ तो कहना... एक शब्द है वफा ) जमाने में नहीं मिलती कहीं ढूंढ पाओ तो कहना... आँसू ) एक शब्द है दिल में छुपा कर रखो आँखों से ना निकल जाए तो तुम्हारी 46~I... एक शब्द है ( जुदाई ) इसे सह कर तो देखो तुम टूट कर बिखर ना जाओ तो कहना... एक शब्द है ( ईश्वर ) इसे पुकार कर तो देखो सब कुछ पा ना लो तो कहना !! एक शब्द है ( मोहब्बत ) इसे कर के देखो तुम तड़प ना जाओ तो कहना... एक शब्द है मुकद्दर ) ঐষ্রী নুস इससे लड़कर हार ना जाओ तो कहना... एक शब्द है वफा ) जमाने में नहीं मिलती कहीं ढूंढ पाओ तो कहना... आँसू ) एक शब्द है दिल में छुपा कर रखो आँखों से ना निकल जाए तो तुम्हारी 46~I... एक शब्द है ( जुदाई ) इसे सह कर तो देखो तुम टूट कर बिखर ना जाओ तो कहना... एक शब्द है ( ईश्वर ) इसे पुकार कर तो देखो सब कुछ पा ना लो तो कहना !! - ShareChat
#दिल के अल्फाज़
दिल के अल्फाज़ - इंसान जन्म लेता है यह जानते हुए कि उसे एक दिन इस दुनिया से चले जाना है और रिश्ते नाते सब छूट जाना है और उसकी यादे धीरे धीरे ক্ী धुधली जाएगी| कोई याद नही रखेगा अपने क्या किया उनके  ম পুহা लिए फिर भी इंसान धान को जमा करने जीवन लगा देता है और जो जिदंगी उसे मिली है उसे जीना भूल जाता है। इंसान जन्म लेता है यह जानते हुए कि उसे एक दिन इस दुनिया से चले जाना है और रिश्ते नाते सब छूट जाना है और उसकी यादे धीरे धीरे ক্ী धुधली जाएगी| कोई याद नही रखेगा अपने क्या किया उनके  ম পুহা लिए फिर भी इंसान धान को जमा करने जीवन लगा देता है और जो जिदंगी उसे मिली है उसे जीना भूल जाता है। - ShareChat
#दिल के अल्फाज़
दिल के अल्फाज़ - वो हूं मैं... गुज़ार दिए होंगे कई दिन, महीने, साल. तुमने, जो काट ना सकोगे वो एक रात हूँ मैं।  की होगी गुफ़्तगू तुमने कई दफ़ा कई लोगों से, दिल पर जो लगेगी वो एक बात हूँ मैं। भीड़ में जब तन्हा, ख़ुदको तुम पाओगे , अपनेपन का एहसास जो करा दे, वो एक साथ हूँ मैं। बिताए होंगे तुमने कई हसीन पल सबके साथ में , याद हूँ मैं। वो एक 1 जो भुला नहीं पाओगे , वो हूं मैं... गुज़ार दिए होंगे कई दिन, महीने, साल. तुमने, जो काट ना सकोगे वो एक रात हूँ मैं।  की होगी गुफ़्तगू तुमने कई दफ़ा कई लोगों से, दिल पर जो लगेगी वो एक बात हूँ मैं। भीड़ में जब तन्हा, ख़ुदको तुम पाओगे , अपनेपन का एहसास जो करा दे, वो एक साथ हूँ मैं। बिताए होंगे तुमने कई हसीन पल सबके साथ में , याद हूँ मैं। वो एक 1 जो भुला नहीं पाओगे , - ShareChat