JAVED_NIDAWALI..786
ShareChat
click to see wallet page
@official_zawed_saifi
official_zawed_saifi
JAVED_NIDAWALI..786
@official_zawed_saifi
☬☠ pleasee follow me𓊉☠︎☬ ╰╬─✬✍🏻✍🏻✍🏻✍🏻✬─╬╯
#👌 अच्छी सोच👍 #दिल के अल्फाज़
👌 अच्छी सोच👍 - शर्त रखी गई है, बात हुई है सा़फ़ हमें चाहिए बहु, जो घर को जोड़ सके। यानी , मतलब ये है कि रिश्ते हैं बिखरे, घर पहले से ही है, टूटा हुआ।  ये कैसी अपेक्षा है, ये कैसा मज़ाक है? क्या वो दहेज में फेविकोल সাথ? लाएगी क्या उसके हाथों में कोई जादुई ताक़त होगी, जो दरारों को भरेगी , ख़त्म करेगी हर फ़साद? वो लड़की है, कोई राजमिस्त्री तो नहीं, जो ईंट-ईंट जोड़कर एक नई दीवार उठा दे। जिन मनो में मेल नहीं, जहाँ प्यार नहीं बाकी, वहाँ वो अकेली रिश्तों की शुरुआत कैसे करा दे? शर्त रखी गई है, बात हुई है सा़फ़ हमें चाहिए बहु, जो घर को जोड़ सके। यानी , मतलब ये है कि रिश्ते हैं बिखरे, घर पहले से ही है, टूटा हुआ।  ये कैसी अपेक्षा है, ये कैसा मज़ाक है? क्या वो दहेज में फेविकोल সাথ? लाएगी क्या उसके हाथों में कोई जादुई ताक़त होगी, जो दरारों को भरेगी , ख़त्म करेगी हर फ़साद? वो लड़की है, कोई राजमिस्त्री तो नहीं, जो ईंट-ईंट जोड़कर एक नई दीवार उठा दे। जिन मनो में मेल नहीं, जहाँ प्यार नहीं बाकी, वहाँ वो अकेली रिश्तों की शुरुआत कैसे करा दे? - ShareChat
#दिल के अल्फाज़
दिल के अल्फाज़ - मैं चुपचाप हूँ, मायूस हूँ Il मत समझना जासूस हूँ Il मेरे पास टिकती ही नहीं, ख़ुशी ज़रूर कह सकते हो, मनहूस हूँ Il महफ़िलों में तन्हां हूँ॰ में जुलूस तन्हाइयों  ٤ ١١ दुःख किसी से साझा नहीं करता, Faga| कंजूस हूँ Il बस इस मामले सच के प्रति कट्टर క్లే झूठ के प्रति खडूस || मुश्किलें मेरा क्या बिगाड़ेंगी , मैं मां की ममता में महफूज़ हूँ Il मैं चुपचाप हूँ, मायूस हूँ Il मत समझना जासूस हूँ Il मेरे पास टिकती ही नहीं, ख़ुशी ज़रूर कह सकते हो, मनहूस हूँ Il महफ़िलों में तन्हां हूँ॰ में जुलूस तन्हाइयों  ٤ ١١ दुःख किसी से साझा नहीं करता, Faga| कंजूस हूँ Il बस इस मामले सच के प्रति कट्टर క్లే झूठ के प्रति खडूस || मुश्किलें मेरा क्या बिगाड़ेंगी , मैं मां की ममता में महफूज़ हूँ Il - ShareChat
#📖जीवन का लक्ष्य🤔 #✍️ जीवन में बदलाव #👫 हमारी ज़िन्दगी #👌 आत्मविश्वास
📖जीवन का लक्ष्य🤔 - सब्र रखो, कोशिशें न छोड़ो॰॰॰  हार से डरकर उम्मीदें न तोड़ो , रास्ते कठिन हैं, तो क्या हुआ... आगे बढ़ो , कदम पीछे न मोड़ो, हर अँधेरे में उजाला छिपा है. अपने सपनों से रिश्ता न तोड़ो , मंज़िल मिलेगी इम्तिहानों से गुजरकर... কিম্সন ২স্রী, বলনা ন ত্তীড়ী|| सब्र रखो, कोशिशें न छोड़ो॰॰॰  हार से डरकर उम्मीदें न तोड़ो , रास्ते कठिन हैं, तो क्या हुआ... आगे बढ़ो , कदम पीछे न मोड़ो, हर अँधेरे में उजाला छिपा है. अपने सपनों से रिश्ता न तोड़ो , मंज़िल मिलेगी इम्तिहानों से गुजरकर... কিম্সন ২স্রী, বলনা ন ত্তীড়ী|| - ShareChat
#दिल के अल्फाज़
दिल के अल्फाज़ - एक शब्द है ( मोहब्बत ) इसे कर के देखो तुम तड़प ना जाओ तो कहना... एक शब्द है मुकद्दर ) ঐষ্রী নুস इससे लड़कर हार ना जाओ तो कहना... एक शब्द है वफा ) जमाने में नहीं मिलती कहीं ढूंढ पाओ तो कहना... आँसू ) एक शब्द है दिल में छुपा कर रखो आँखों से ना निकल जाए तो तुम्हारी 46~I... एक शब्द है ( जुदाई ) इसे सह कर तो देखो तुम टूट कर बिखर ना जाओ तो कहना... एक शब्द है ( ईश्वर ) इसे पुकार कर तो देखो सब कुछ पा ना लो तो कहना !! एक शब्द है ( मोहब्बत ) इसे कर के देखो तुम तड़प ना जाओ तो कहना... एक शब्द है मुकद्दर ) ঐষ্রী নুস इससे लड़कर हार ना जाओ तो कहना... एक शब्द है वफा ) जमाने में नहीं मिलती कहीं ढूंढ पाओ तो कहना... आँसू ) एक शब्द है दिल में छुपा कर रखो आँखों से ना निकल जाए तो तुम्हारी 46~I... एक शब्द है ( जुदाई ) इसे सह कर तो देखो तुम टूट कर बिखर ना जाओ तो कहना... एक शब्द है ( ईश्वर ) इसे पुकार कर तो देखो सब कुछ पा ना लो तो कहना !! - ShareChat
#दिल के अल्फाज़
दिल के अल्फाज़ - इंसान जन्म लेता है यह जानते हुए कि उसे एक दिन इस दुनिया से चले जाना है और रिश्ते नाते सब छूट जाना है और उसकी यादे धीरे धीरे ক্ী धुधली जाएगी| कोई याद नही रखेगा अपने क्या किया उनके  ম পুহা लिए फिर भी इंसान धान को जमा करने जीवन लगा देता है और जो जिदंगी उसे मिली है उसे जीना भूल जाता है। इंसान जन्म लेता है यह जानते हुए कि उसे एक दिन इस दुनिया से चले जाना है और रिश्ते नाते सब छूट जाना है और उसकी यादे धीरे धीरे ক্ী धुधली जाएगी| कोई याद नही रखेगा अपने क्या किया उनके  ম পুহা लिए फिर भी इंसान धान को जमा करने जीवन लगा देता है और जो जिदंगी उसे मिली है उसे जीना भूल जाता है। - ShareChat
#दिल के अल्फाज़
दिल के अल्फाज़ - वो हूं मैं... गुज़ार दिए होंगे कई दिन, महीने, साल. तुमने, जो काट ना सकोगे वो एक रात हूँ मैं।  की होगी गुफ़्तगू तुमने कई दफ़ा कई लोगों से, दिल पर जो लगेगी वो एक बात हूँ मैं। भीड़ में जब तन्हा, ख़ुदको तुम पाओगे , अपनेपन का एहसास जो करा दे, वो एक साथ हूँ मैं। बिताए होंगे तुमने कई हसीन पल सबके साथ में , याद हूँ मैं। वो एक 1 जो भुला नहीं पाओगे , वो हूं मैं... गुज़ार दिए होंगे कई दिन, महीने, साल. तुमने, जो काट ना सकोगे वो एक रात हूँ मैं।  की होगी गुफ़्तगू तुमने कई दफ़ा कई लोगों से, दिल पर जो लगेगी वो एक बात हूँ मैं। भीड़ में जब तन्हा, ख़ुदको तुम पाओगे , अपनेपन का एहसास जो करा दे, वो एक साथ हूँ मैं। बिताए होंगे तुमने कई हसीन पल सबके साथ में , याद हूँ मैं। वो एक 1 जो भुला नहीं पाओगे , - ShareChat
#दिल के अल्फाज़
दिल के अल्फाज़ - मिला वो भी नहीं करते, मिला हम भी नहीं करते। दगा वो भी नहीं करते दगा हम भी नहीं करते। उन्हे रुसवाई का दुख, हमे तन्हाई का डर गिला वो भी नहीं करते शिकवा हम भी नहीं करते। किसी मोड़ पर मुलाकात हो जाती है अक्सर रुका वो भी नहीं करते ठहरा हम भी नहीं करते। भी देखते हैं उन्हे, जब सोचते है कुछ कह उनसे। सुना वो भी नहीं करते, कहा हम भी नहीं करते। लेकिन ये भी सच है॰ की मोहब्बत उन्हे भी है हमसे इकरार वो भी नहीं करते इज़हार हम भी नहीं करते। मिला वो भी नहीं करते, मिला हम भी नहीं करते। दगा वो भी नहीं करते दगा हम भी नहीं करते। उन्हे रुसवाई का दुख, हमे तन्हाई का डर गिला वो भी नहीं करते शिकवा हम भी नहीं करते। किसी मोड़ पर मुलाकात हो जाती है अक्सर रुका वो भी नहीं करते ठहरा हम भी नहीं करते। भी देखते हैं उन्हे, जब सोचते है कुछ कह उनसे। सुना वो भी नहीं करते, कहा हम भी नहीं करते। लेकिन ये भी सच है॰ की मोहब्बत उन्हे भी है हमसे इकरार वो भी नहीं करते इज़हार हम भी नहीं करते। - ShareChat
#दिल के अल्फाज़
दिल के अल्फाज़ - लोग पूछेंगे क्या करते हो? इसलिए नहीं , कि परवाह है, इसलिए कि औकात जान सके। तुम्हारी नौकरी है, तो कितने की है? दुकान है, तो कितनी है? किसान हो, तो कितनी ज़मीन है? सरकारी एग्ज़ाम... कितने साल और? और जब उन्हें , औकात कम लगेगी , तुम्हारी तो झूठी तसल्ली देंगे , मन में खुश ` होंगे , और चल देंगे। लोग पूछेंगे क्या करते हो? इसलिए नहीं , कि परवाह है, इसलिए कि औकात जान सके। तुम्हारी नौकरी है, तो कितने की है? दुकान है, तो कितनी है? किसान हो, तो कितनी ज़मीन है? सरकारी एग्ज़ाम... कितने साल और? और जब उन्हें , औकात कम लगेगी , तुम्हारी तो झूठी तसल्ली देंगे , मन में खुश ` होंगे , और चल देंगे। - ShareChat
#✍️ जीवन में बदलाव
✍️ जीवन में बदलाव - घर के झगड़े, स्वयं का हुआ अपमान , अपनी आय, और घर की स्त्री के साथ, हुई कोई व्यक्तिगत बात कभी किसी को , नहीं बतानी चाहिए.. ! !७७० घर के झगड़े, स्वयं का हुआ अपमान , अपनी आय, और घर की स्त्री के साथ, हुई कोई व्यक्तिगत बात कभी किसी को , नहीं बतानी चाहिए.. ! !७७० - ShareChat
#दिल के अल्फाज़
दिल के अल्फाज़ - कभी॰कभी रिश्ते टूटते नहीं , बस बोलना बंद कर देते हैं. एक समय था जब हर छोटी बात पर हँसी आती थी,और अब वही बातें दिल में चुभ जाती हैं। सच्चाई ये है प्यार खत्म पर नहीं हुआ, समझने बस शब्द थक गए हैं, कहीं खो गया है। वाला कभी॰कभी रिश्ते टूटते नहीं , बस बोलना बंद कर देते हैं. एक समय था जब हर छोटी बात पर हँसी आती थी,और अब वही बातें दिल में चुभ जाती हैं। सच्चाई ये है प्यार खत्म पर नहीं हुआ, समझने बस शब्द थक गए हैं, कहीं खो गया है। वाला - ShareChat