Rahul Kumar
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#🌿आयुर्वेदिक नुस्खों पर चर्चा #🌿आयुर्वेद *सेहतमंद रहने के लिए रात में क्या खाएं * दूध पीएं: अगर आप दूध पीते हैं तो गुनगुना दूध आपके लिए रामबाण है. हल्दी, केसर या जायफल मिलाकर पीने से यह नींद को गहरा करता है और मांसपेशियों की मरम्मत में मदद करता है. केले की सब्जी: केले की सब्जी या उबला केला भी बहुत फायदेमंद होता है. यह वात शांत करता है और नींद लाने में मदद करता है. नारियल का सेवन: भोजन के बाद थोड़ा-सा नारियल पानी या कच्चा नारियल शरीर को ठंडक देता है, पित्त को शांत करता है और त्वचा के लिए भी अच्छा होता है. शकरकंद: उबली शकरकंद फाइबर से भरपूर होती है, जो नींद और पाचन दोनों के लिए लाभकारी है. लौकी की सब्जी को तो आयुर्वेद में सबसे शांतिदायक और हल्की माना गया है. यह पेट की गर्मी को दूर करती है और अनिद्रा में भी फायदेमंद है. रागी का दलिया: रात को रागी का दलिया खाना भी बहुत फायदेमंद है. यह वात और पित्त को संतुलित करता है, कब्ज दूर करता है और हड्डियों को मजबूत करता है. आप चाहें तो लहसुन तड़का वाली मूंग दाल या सब्जी भी ले सकते हैं, लेकिन सीमित मात्रा में. यह गैस, अपच और नींद की समस्या में मददगार होती है. त्रिफला चूर्ण: सोने से पहले त्रिफला चूर्ण गर्म पानी से लें. यह पेट को साफ करता है, लिवर को डिटॉक्स करता है और आंखों की रोशनी के लिए भी अच्छा होता है. ध्यान रहे, रात का खाना सूर्यास्त के दो घंटे के भीतर हो जाना चाहिए. इसके अलावा, खाने के बाद कम से कम 30 मिनट टहलना भी जरूरी है.
#🌿आयुर्वेद #🌿आयुर्वेदिक नुस्खों पर चर्चा Raipur Tips: रात को सोने से आधा घंटा पहले पैर अच्छे से धो लो, गीले पैर नहीं सोयें सोते समय सिराना पूरब या दक्षिण की तरफ कर के सोयें जो घर में दिया जलाते हैं वो ध्यान रखें कि दिये की लौ (ज्योत) दक्षिण या पश्चिम की तरफ न हो दिये की ज्योत पूरब की ओर या उत्तर की ओर होगी तो शांति और प्रीति रहेगी, दरिद्रता, बिमारी, अशांति दूर होगी दिये को प्रार्थना करके संकल्प करे कि हितभाषी बनूँ, मितभाषी बनूँ, प्रीतभाषी बनूँ, शांत बनूँ, सब के लिये हितकारी होगा वो ही बोलूँ, हितकारी नहीं होगा तो नहीं बोलूँ चिढ़ाने से मुसीबत बढ़ती है रोज एक मामरी बादाम खाये, या रात को एक बादम भिगा दिया, सुबह छिलका उतार के खा लिया करो खाना बहुत ठांस (ज्यादा खाना) नहीं खाये दही, मावा नहीं खाये हितकारी भोजन करे खाना खाते समय बीच-बीच में ताजा और गुनगुना पानी पिया करे, पाचन ठीक रहेगा जिनको धातु नाश, वीर्य नाश, हस्त मैथुन जैसी गन्दी आदतें हैं, वे 100 ग्राम आंवला चूर्ण और 100 ग्राम हल्दी पाउडर मिलाकर रखें रोज सुबह 3-3 ग्राम फांक लें युवाधन पुस्तक बार-बार पढ़े सब बिमरियाँ दूर हो जायेंगी 14 फरवरी को मातु-पितु दिवस मनायें बाल धोने का तरीका : मातायें बहनें सिर पर शैम्पू लगा के बाल धोने से बालों की जड़ें कमजोर होती हैं शैम्पू के साबुन से रोम कूप पर बुरा असर पड़ता है मैं ऐसा उपाय बताता हूँ जो आप कर सकते हैं, वो उपाय बताता हूँ 7 चीजों क मिश्रण बनाकर घोल बनाकर सिर पर "ॐ नमः शिवाय" बोलकर लगायें तीन उँगलियों से ललाट पर, कंठ में, भुजाओं में, घुटनों पर, नाभि पर और सारे शरीर में रगड़ दिया अगर बाल झड़ते हैं तो आंवले का रस सिर में ड़ाल दिया तो बालों की जड़ें मजबूत हो जायेंगी आप आराम से बना सकते हैं 7 चीजें हैं : गेहूँ, चावल, जौं, चना, उडद, मूँग, तिल एक-एक किलो सभी का मिश्रण बनायें और पिसवा दें उसी के घोल से नहाओ एक दिन में आपको कितना फायदा लगेगा चिंता सेछुटकारा, आपको लगेगा कि प्रसन्न्ता आ रही है भगवान को अपना मानकर अंतराअत्मा को, आपके ठाकुर जी को पाने का आपको भाव पैदा होगा प्रभु प्रेम की कला उत्पन्न होने में मदद होती है बालों को काला करने के लिये ड़ाई नहीं चढ़ायें, उससे भारी नुक्सान होता है
#🌿आयुर्वेदिक नुस्खों पर चर्चा #🌿आयुर्वेद कई रोगों से पाना है मुक्ति? तो जानिए गर्म दूध के साथ गुड़ के सेवन के फायदे* 1. रोजाना गर्म दूध और गुड़ का सेवन करने से आपके शरीर से अशुद्धियां निकल जाती है। जिससे आपको कोई बीमारी नहीं होगी। 2. अगर आप दूध के साथ चीनी का इस्तेमाल करते है तो इसकी जगह आप गुड़ का इस्तेमाल करें। ऐसा करने से आपका वजन कंट्रोल में रहेगा। 3. अगर आपको पाचन संबधी कोई भी समस्या है तो गर्म-गर्म दूध और गुड़ का सेवन करने से आपको पेट संबंधी हर समस्या से निजात मिल जाता है। 4. अगर रोजाना गुड़ का एक छोटा पीस अदरक के साथ मिला कर खाया जाए तो जोड़ों में मजबूती आएगी और दर्द दूर होगा। 5. गर्म दूध और गुड़ का सेवन करने से आपकी त्वचा मुलायम होने के साथ-साथ त्वचा संबंधी समस्या नहीं होती हैं। 6. गर्म दूध और गुड़ का सेवन करने से आपके बाल भी हेल्दी रहेंगे। 7. गर्म दूध के साथ गुड़ का सेवन करने से आपको पीरियड के समय के दर्द से निजात मिल सकती है।
#🌿आयुर्वेद #🌿आयुर्वेदिक नुस्खों पर चर्चा *अगर आप भी व्रत में खाते हैं कुट्टू का आटा, तो जान लीजिए 5 जरूरी बातें* 1 कूट्टू का आटा खरीदते समय इस बात का ध्यान रखें कि यह आटा बहुत ज्यादा समय से रखा हुआ या पुराना न हो। 2 कुट्टू का आटा छूकर देखें, यह खुरदुरा न हो और ना ही इसमें बीच-बीच में काले दाने नजर आएं, क्योंकि ऐसा होने का मतलब है कि इसमें फंगस है या गने वाला है। 3 कुट्टू का आटा लेते समय इस बात को अच्छी तरह जांच-परख लें कि इसमें कीड़े न हों। कई बार आटे में सफेद रंग के इतने महीन कीड़े होते हैं, कि आप इन्हें आसानी से देख नहीं पाते। 4 बाजार से कुट्टू का आटा खरीदते समय खुला आटा लेने से बचें, इसकी जगह पैकेट में बंद आटा खरीदें क्योंकि इसमें फंगस लगने की संभावना कम होगी। 5 आटे का इस्तेमाल करते वक्त इसे छानना बिल्कुल न भूलें, ताकि इसमें अगर अवांछित तत्व हों भी तो अलग हो जाएं।
#🌿आयुर्वेदिक नुस्खों पर चर्चा #🌿आयुर्वेद कई फायदों से भरी पौष्टिक और स्वादिष्ट कमल ककड़ी, जानिए इसके 5 फायदे और सावधानी* 1 कमल ककड़ी दिमागी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। यह आपकी दिमागी क्षमता को बढ़ाने और तनाव, सिरदर्द और उदासी को दूर करने में मदद करती है। 2 यह फाइबर से भरपूर होने के कारण पाचन संबंधी फायदे तो देती ही है, शुगर और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम करती है और वजन कम करने में भी सहायक है। 3 यह शरीर के अंगों में ऑक्सीजन के लेवल को बढ़ाकर रक्त संचार को बेहतर बनाती है, जिससे शारीरिक ऊर्जा में वृद्धि होती है। इसके अलावा यह लाल रक्त कोशिकाओं में भी वृद्धि करती है। 4 इसमें मौजूद पोटेशियम संकरी रक्त वाहिनियों से कोलेस्ट्रॉल को कम कर उन्हें चौड़ा करने में मददगार होता है जिससे दिल के दौरे का खतरा कम होता है। 5 इसके नियमित सेवन से पथरी जैसी समस्याओं को ठीक किया जा सकता है। इसके अलावा इसमें मौजूद पोटेशियम, मैग्नीशियम, विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन बी 6, थाइमीन, जिंक, आयरन आदि सेहत और ब्यूटी से जुड़े कई तरह के फायदे देते हैं। सावधानी : इसको कच्चा खाना या किसी भी प्रकार की एलर्जी होने पर इाका सेवन करना नुकसानदायक हो सकता है।
#🌿आयुर्वेद #🌿आयुर्वेदिक नुस्खों पर चर्चा For wine addicted: किशमिश के दाने रखे अपनी जेब में और 2-2 खाते रहे किशमिश के दाने भिगा के, धोकर, पोंछकर रखले हर 2/5 मिनट में 2-2 दाने चूसता रहे जाम पे जाम क्या पीते हो, रात को पी सुबह को उतर जायेगी तू हरि नाम कि प्याली ,पी तेरी सारी जिन्दगी सुधर जायेगी
#🌿आयुर्वेद #🌿आयुर्वेदिक नुस्खों पर चर्चा गले की सूजन में* बोलने में परेशानी हो रही हो या स्वर भंग (आवाज बैठ गई हो) तो आम(mango) के 2-3 पत्तों को पानी में उबालकर उसके गुनगुने पानी से गरारे करने से आराम मिलेगा। 15 ग्राम आम का सूखा बौर, 25 ग्राम आंवला, 20 ग्राम मुलेठी, 5 ग्राम छोटी इलायची और 10 ग्राम कुलंजन को बारीक पीसकर चूर्ण बना लें। फिर इस चूर्ण में थोड़ी सी मिश्री मिलाकर सुबह और शाम गर्म पानी के साथ खाने से हर प्रकार के गले के रोग दूर हो जाते हैं। थोड़े से जामुन, आम और चमेली के पत्ते, 5 ग्राम हरड़, 5 ग्राम आंवला, 4 पत्तियां नीम की और 2 परवल के पत्तों को लेकर एक गिलास पानी में डालकर उबाल लें। फिर इस पानी को छानकर इस काढ़े से कुल्ला करें।
#🌿आयुर्वेदिक नुस्खों पर चर्चा #🌿आयुर्वेद 8 हेल्थ टिप्स* 1. अपनी दवा ठंडे पानी से मत लें. 2. पांच बजे शाम के बाद भारी खाना न खाएं. 3. सुबह में रात की अपेक्षा ज्यादा पानी पियें. 4. सोने का सबसे बेहतर समय 10 बजे रात से 4 बजे सुबहहोता है. 5. खाना खाने के तुरंत बाद न ही सोयें या न ही लेटे. 6. फ़ोन कॉल बाईं कान से सुनें. 7. जब मोबाइल फ़ोन बिलकुल डिस्चार्ज हो रहा होतो उस समय फ़ोन न सुने क्योंकि उस समय रेडिएशन1000 गुना ज्यादा होता है. 8. चार्ज में लगे फ़ोन से फ़ोन न ही करें, न ही रिसीवकरें. उस समय रेडिएशन ज्यादा निकलता है.
#🌿आयुर्वेद #🌿आयुर्वेदिक नुस्खों पर चर्चा *आपको चाहिए पतली कमर, तो रोज खाएं यह लाल फल* हर दिन एक सेब खाने से कमर की चर्बी बढ़ने की संभावना भी करीब 21 प्रतिशत तक कम हो जाती है। सेब में विटामिन ए व सी, कैल्शियम, पोटेशियम और फाइबर बहुतायत में होता है।ये वे पोषक तत्व हैं जो हमें सेहतमंद बनाते हैं। इसमें प्रचुर मात्रा में पाए जाने वाले एंटी ऑक्सीडेंट्स छिपे हैं। लाल सेब में तो सेब की अन्य प्रजातियों की तुलना में सबसे ज्यादा एंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं।इस वजह से लाल सेब कैंसर, मधुमेह, हृदय रोग और पार्किंसन व अल्जाइमर जैसे मस्तिष्क रोग संबंधी समस्याओं में बहुत लाभकारी रहता है।लाल सेब में उपस्थित फ्लैवोनॉइड तत्व एंटी ऑक्सीडेंट का काम करता है। यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। इससे दिमाग की कोशिकाएँ स्वस्थ रहती हैं। इसमें प्रोटीन-विटामिन की संतुलित मात्रा और कैलोरी कम होती है जिससे यह हृदय को स्वस्थ रखने में सहायक है।उच्च रक्तचाप या किसी अन्य समस्या के कारण जो लोग नमक का सेवन कम करते हैं उनके लिए सेब सुरक्षित और लाभकारी है क्योंकि सेब में सोडियम की मात्रा नहीं के बराबर होती है।
#🌿आयुर्वेदिक नुस्खों पर चर्चा #🌿आयुर्वेद शकर छोड़ने के पहले जान लें वो 8 जरूरी बातें जो आपको पहले से पता होनी चाहिए * शुरुआत में हो सकती है तलब: शकर अचानक छोड़ने पर शुरुआत में आपको मीठा खाने की प्रबल इच्छा हो सकती है, जिससे चिड़चिड़ापन या मूड स्विंग्स हो सकते हैं। धैर्य रखें – यह कुछ दिनों बाद खत्म हो जाती है। ऊर्जा स्तर में घट-बढ़: शकर अचानक छोड़ने से शरीर की एनर्जी कुछ दिन कम महसूस हो सकती है। जैसे-जैसे बॉडी धीरे-धीरे बेकार शुगर की आदत छोड़ती है, वैसे-वैसे ऊर्जा बेहतर होती है। त्वचा पर असर: शकर कम करने से आपकी त्वचा प्राकृतिक रूप से चमकने लगती है, मुंहासे और रैशेज कम होते हैं। वजन में तेजी से बदलाव: शकर छोड़ते ही वजन घटने लगता है, क्योंकि कैलोरी की मात्रा कम हो जाती है और पानी जल्दी रिलीज़ होता है। पाचन में सुधार: खासकर प्रोसेस्ड शुगर छोड़ने से पेट में अच्छे बैक्टीरिया बढ़ते हैं, जिससे पाचन तंत्र बेहतर होता है। नींद पर असर: शकर छोड़ने से नींद की गुणवत्ता में काफी सुधार आता है – आप गहरी और संतुलित नींद महसूस करेंगे। दिमागी स्पष्टता: शकर ना खाने से ब्रेन फॉग दूर होता है, फोकस और मेमोरी बेहतर होती है। छुपी हुई शुगर से बचना: शकर का सेवन छोड़ने का मतलब सिर्फ मिठाई नहीं, बल्कि चुपचाप मिल रही छुपी शुगर (जैसे- डिब्बाबंद सॉस, नमकीन, ब्रेड, डाइट ड्रिंक, पैकेज्ड स्नैक्स) से भी सावधान रहना जरूरी है।