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#💝 शायराना इश्क़
💝 शायराना इश्क़ - लिए घाव भरने के आपको उसे छुना बंद करना होगा, | लिए घाव भरने के आपको उसे छुना बंद करना होगा, | - ShareChat
#गुलज़ार शायरी
गुलज़ार शायरी - उन जख्मों को भरने में वक्त लग ही जाता है , जिनमें अपनों की मेहरबानियां शामिल हो। अभ्युदय साहित्य गुलज़ार उन जख्मों को भरने में वक्त लग ही जाता है , जिनमें अपनों की मेहरबानियां शामिल हो। अभ्युदय साहित्य गुलज़ार - ShareChat
#गुलज़ार शायरी
गुलज़ार शायरी - करीब होकर मिलने में भी सालों लगते हैं... अब तुम दिसंबर और जनवरी को ही देख लो..!! करीब होकर मिलने में भी सालों लगते हैं... अब तुम दिसंबर और जनवरी को ही देख लो..!! - ShareChat
#गुलज़ार शायरी
गुलज़ार शायरी - अ ~Iட7- স ঢুপা লীনিত खामोशी की तह उलझनें क्योंकि , शोर कभी मुश्किलें आसान नहीं करता अभ्युदय साहित्य गुलज़ार अ ~Iட7- স ঢুপা লীনিত खामोशी की तह उलझनें क्योंकि , शोर कभी मुश्किलें आसान नहीं करता अभ्युदय साहित्य गुलज़ार - ShareChat
#गुलज़ार शायरी
गुलज़ार शायरी - बड़े अजीब के मेले है...! ! दुनिया दिखती तो भीड़ है पर चलते सब अकेले 8...!! @ULZARI बड़े अजीब के मेले है...! ! दुनिया दिखती तो भीड़ है पर चलते सब अकेले 8...!! @ULZARI - ShareChat
#🖋ग़ालिब की शायरी
🖋ग़ालिब की शायरी - फ़ासला भी ज़रूरी था चिराग़ रोशन करते वक्त, | ये तजुर्बा हासिल हुआ हमें हाथ जल जाने के बाद, | फ़ासला भी ज़रूरी था चिराग़ रोशन करते वक्त, | ये तजुर्बा हासिल हुआ हमें हाथ जल जाने के बाद, | - ShareChat
#🖋ग़ालिब की शायरी
🖋ग़ालिब की शायरी - हसरत ही रहे तो अच्छा है ग़ालिब [ चांद हासिल हो जाए तो दाग़ दिखने लगते हैं, | हसरत ही रहे तो अच्छा है ग़ालिब [ चांद हासिल हो जाए तो दाग़ दिखने लगते हैं, | - ShareChat
#गुलज़ार शायरी
गुलज़ार शायरी - जरूरत है कुछ नए नफरत करने वालों की लगे हैं मुझे। वाले अब पुराने चाहने जरूरत है कुछ नए नफरत करने वालों की लगे हैं मुझे। वाले अब पुराने चाहने - ShareChat
#🖋ग़ालिब की शायरी
🖋ग़ालिब की शायरी - भैस डाकिए के में आया था वक्त ग़ालिब, [ एक ख़ाली यादों का लिफ़ाफ़ा दे गया | भैस डाकिए के में आया था वक्त ग़ालिब, [ एक ख़ाली यादों का लिफ़ाफ़ा दे गया | - ShareChat
#गुलज़ार शायरी
गुलज़ार शायरी - उनसे कहना की किस्मत पे इतना नाज़ न करे , हमने बारिश में भी जलते हुए मकान देखे हैं ...!! गुलज़ार उनसे कहना की किस्मत पे इतना नाज़ न करे , हमने बारिश में भी जलते हुए मकान देखे हैं ...!! गुलज़ार - ShareChat