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#📖 कविता और कोट्स✒️
📖 कविता और कोट्स✒️ - इत्र.. मित्र.. चित्र.. और चरित्र. किसी पहचान के मोहताज़ नहीं.. ये सभी अपना परिचय स्वयं देते है.. इत्र.. मित्र.. चित्र.. और चरित्र. किसी पहचान के मोहताज़ नहीं.. ये सभी अपना परिचय स्वयं देते है.. - ShareChat
#गुलज़ार शायरी
गुलज़ार शायरी - अ मेरे शब्दों से मेरे अंदर कुछ लोग देखना चाहते हैं नादान है वो किनारो पे बैठकर समंदर देखना चाहते हैं। अभ्युदय साहित्य गुलज़ार अ मेरे शब्दों से मेरे अंदर कुछ लोग देखना चाहते हैं नादान है वो किनारो पे बैठकर समंदर देखना चाहते हैं। अभ्युदय साहित्य गुलज़ार - ShareChat
#🖋ग़ालिब की शायरी
🖋ग़ालिब की शायरी - इससे पहले के कोई और उड़ा ले जाए जिसके हाथों से गिरे हैं वो उठा ले जाए इन दिनों देख मेरी जान मेरी आँखों में इतना पानी है के सब ख़ाब बहा ले जाए 42 के बिखरे हैं सो इसकी मर्ज़ी शाख़ ख़ुश्क़ पत्तों को जिधऱ चाहे हवा ले जाए इससे पहले के कोई और उड़ा ले जाए जिसके हाथों से गिरे हैं वो उठा ले जाए इन दिनों देख मेरी जान मेरी आँखों में इतना पानी है के सब ख़ाब बहा ले जाए 42 के बिखरे हैं सो इसकी मर्ज़ी शाख़ ख़ुश्क़ पत्तों को जिधऱ चाहे हवा ले जाए - ShareChat
#🖋ग़ालिब की शायरी
🖋ग़ालिब की शायरी - इससे पहले के कोई और उड़ा ले जाए से गिरे हैं वो उठा ले जाए जिसके हाथों इन दिनों देख मेरी जान मेरी आँखों में इतना पानी है के सब ख़ाब बहा ले जाए से टूट के बिखरे हैं सो इसकी मर्ज़ी शाख़ ख़ुश्क़ पत्तों को जिधऱ चाहे हवा ले जाए इससे पहले के कोई और उड़ा ले जाए से गिरे हैं वो उठा ले जाए जिसके हाथों इन दिनों देख मेरी जान मेरी आँखों में इतना पानी है के सब ख़ाब बहा ले जाए से टूट के बिखरे हैं सो इसकी मर्ज़ी शाख़ ख़ुश्क़ पत्तों को जिधऱ चाहे हवा ले जाए - ShareChat
#🎙️मशहूर शायरों की शायरी✍️
🎙️मशहूर शायरों की शायरी✍️ - जुगनुओं को साथ ले कर रात रौशन कीजिए सूरज का देखा तो सहर हो जाएगी रास्ता "Rahat Indori" GHAZAL SANSAR जुगनुओं को साथ ले कर रात रौशन कीजिए सूरज का देखा तो सहर हो जाएगी रास्ता "Rahat Indori" GHAZAL SANSAR - ShareChat
#गुलज़ार शायरी
गुलज़ार शायरी - 6 लूटेंगे लोग तुझको बड़े इत्मिनान से, तेरे लहजे से शराफत झलकती है। गुलज़ार * * * 6 लूटेंगे लोग तुझको बड़े इत्मिनान से, तेरे लहजे से शराफत झलकती है। गुलज़ार * * * - ShareChat
#🎙️मशहूर शायरों की शायरी✍️
🎙️मशहूर शायरों की शायरी✍️ - हमें तो सिर्फ़ जगाना है सोने वालों को जो दर खुला है वहाँ हम सदा नहीं देंगे Mushdiron Ki Duniq राहत इंदौरी हमें तो सिर्फ़ जगाना है सोने वालों को जो दर खुला है वहाँ हम सदा नहीं देंगे Mushdiron Ki Duniq राहत इंदौरी - ShareChat
#🖋ग़ालिब की शायरी
🖋ग़ालिब की शायरी - वो शख़्स मेरी रग रग से वाक़िफ 5776,1 कि उसी रग पर हाथ रखता है जो बहुत है, | दुखती 1 वो शख़्स मेरी रग रग से वाक़िफ 5776,1 कि उसी रग पर हाथ रखता है जो बहुत है, | दुखती 1 - ShareChat
#📖 कविता और कोट्स✒️
📖 कविता और कोट्स✒️ - चाय और राय हर जगह सही नही मिलती!! चाय और राय हर जगह सही नही मिलती!! - ShareChat
#📖 कविता और कोट्स✒️
📖 कविता और कोट्स✒️ - शौक की कीमत और जिद के अंजाम नहीं देखे जाते . SardarArunsingh शौक की कीमत और जिद के अंजाम नहीं देखे जाते . SardarArunsingh - ShareChat