MBAPanditJi
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MBA Pandit Ji
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जिस प्रकार दायॅं चलाने के समय अनाज को खूॅंदनेवाले पशु छोटी, बड़ी और मध्यम रस्सी से बंधकर क्रमशः निकट, दूर और मध्य में रहकर खंभे के चारों ओर मण्डल बांधकर घूमते रहते हैं, उसी प्रकार सारे नक्षत्र और ग्रहगण बाहर-भीतर के क्रम से इस कालचक्र में नियुक्त होकर ध्रुवलोक का ही आश्रय लेकर वायु की प्रेरणा से कल्प के अन्त तक घूमते रहते हैं। श्रीमद्भागवत-महापुराण/५/२३/३ #PuranikYatra #MBAPanditJi
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भगवान ऋषभ देव जी अपनी सभा को संबोधित करते हुए कहते हैं: "दूसरे किसी भी प्राणीको मैं ब्राह्मणोंके समान भी नहीं समझता, फिर उनसे अधिक तो मान ही कैसे सकता हूँ। लोग श्रद्धापूर्वक ब्राह्मणोंके मुखमें जो अन्नादि आहुति डालते हैं, उसे मैं जैसी प्रसन्नतासे ग्रहण करता हूँ वैसे अग्निहोत्रमें होम की हुई सामग्रीको स्वीकार नहीं करता।" श्रीमद्भागवत-महापुराण/५/५/२३ श्रीमद्भागवत-महापुराण/5/5/23 #bhavishypuran #vedpuran #puranam #puranikyatra #mbapanditji #upanishads #shrimadbhagwat #shrimadbhagwatkatha #bhagwatkatha #bhagwat #bhagwatkathalive #भागवत #भागवतकथा #श्रीमद्भगवद्गीता #vastu #astrology #Palmistry #jyotish #MBAPanditJi
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राजा सगर के पुत्रों ने अपने यज्ञ को घोड़े को ढूंढते हुए इस पृथ्वी को चारों ओर से खोदा था। उससे जम्बूद्वीप के अंतर्गत ही आठ उपद्वीप और बन गए, ऐसा कुछ लोगों का कथन है। वह स्वर्णप्रस्थ, चन्द्रशुक्ल, आवर्तन, रमणक, मन्दहरिण, पांचजन्य, सिंहल और लंका है। श्रीमद्भागवत-महापुराण/५/१९/२९-३० श्रीमद्भागवत-महापुराण/5/19/29-30 #bhavishypuran #vedpuran #puranam #puranikyatra #mbapanditji #upanishads #shrimadbhagwat #shrimadbhagwatkatha #bhagwatkatha #bhagwat #bhagwatkathalive #भागवत #भागवतकथा #श्रीमद्भगवद्गीता #MBAPanditJi
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कौन सा अवतार किस देश में हुआ था। भद्राश्ववर्ष मे हयग्रीवसंज्ञक अवतार हुआ। हरिवर्षखण्ड मे भगवान नृसिंह रूप में रहते हैं। केतुमालवर्ष में भगवान कामदेवरूप में निवास करते हैं। रम्यकवर्ष में मत्स्यरूप में निवास करते हैं। हिरण्मयवर्ष में भगवान कच्छपरूप धारण करके रहते हैं। उत्तरकुरुवर्ष में भगवान वराह मूर्ति धारण करके विराजमान हैं। किम्पुरुष वर्ष में भगवान राम का अवतरण हुआ था। भारतवर्ष में नर-नारायण रूप में कल्प के अन्त तक तप करते हैं। श्रीमद्भागवत-महापुराण/५/१९ श्रीमद्भागवत-महापुराण/5/19 #bhavishypuran #vedpuran #puranam #puranikyatra #mbapanditji #upanishads #shrimadbhagwat #shrimadbhagwatkatha #bhagwatkatha #bhagwat #bhagwatkathalive #भागवत #भागवतकथा #श्रीमद्भगवद्गीता #jyotish #MBAPanditJi #Palmistry #astrology #vastu
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